150 कार्टन शराब बरामद
वैशाली : हाजीपुर सदर थाना क्षेत्र के घोसवर गांव से शनिवार को 150 कार्टन शराब बरामद किया गया। पुलिस ने उक्त स्थल से एक राजस्थान नंबर के ट्रक को भी जब्त किया तथा ट्रक के चालक व शराब कारोबारी को भी गिरफ्तार कर लिया। हाजीपुर सदर थानाध्यक्ष रोहन कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि घोसवर गांव में ट्रक से विदेशी शराब की खेप को उतारा जा रहा है। इसी सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस बल के साथ छापेमारी की गई। पुलिस बल को देखते ही कारोबारी भागने लगे; परन्तु पुलिस बल की तत्परता से ट्रक के चालक व एक कारोबारी को पकड़ लिया गया। उक्त ट्रक से 150 से अधिक हरियाणा निर्मित विदेशी शराब के कार्टन बरामद किए गए। शराब कारोबारी की पहचान सदर थाना क्षेत्र के लालपोखर गांव निवासी जगरनाथ राय के पुत्र भोनु कुमार तथा ट्रक चालक की पहचान राजस्थान निवासी इमथा राम के पुत्र केसरा राम के रुप में हुई है। पुलिस ने दोनों से पूछताछ करने के बाद हाजीपुर जेल भेज दिया।
युवक का शव बरामद
वैशाली : महनार स्टेशन रोड पर पंचपुलवा के निकट एक अज्ञात युवक का शव बरामद किया गया। शव मिलने के उपरांत महनार थाना व सहदेई थाना के सीमा विवाद में करीब छः घंटे तक शव मौके पर ही पड़ा रहा और इन थानों के सीमा विवाद को सुलझाने के लिए सरकारी अमीन को बुलाना पड़ा। पुलिस कप्तान मानवजीत सिंह ढिल्लों के हस्तक्षेप के बाद एसडीपीओ रजनीश कुमार के निर्देश पर महनार थाना की पुलिस ने शव को उठाया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस घटना के बाद पुलिस की हरक़त को लेकर इलाके के लोगों में पुलिस के प्रति काफी आक्रोश व्याप्त है।
जापानी बुखार से तीन बच्चों की मौत
हाजीपुर : भागवानपुर प्रखंड के वाफ्फपुर बानथु पंचायत के हरवंशपुर वाड 3 में जापानी बुखार के मामले सामने आ रहे है। बताया जा रहा है मात्र दो दिनों में पांच बच्चों की मौत हो गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार चतुरी सहनी के दो पुत्र छोटु डेढ़ वर्ष तथा प्रिंस सात वर्ष की मौत मुज़फ़्फ़रपुर मेडिकल कॉलेज में हो गयी। जबकि दूसरे बेटे की मौत पीएमसीएच पटना में हो गयी। उसी मुहल्ले के रहनेवाले राजेश साहनी के सात वर्षीय पुत्री रुपाली की मौत मुज़ाफ़रपुर के केजरिवाल हॉस्पिटल में हो गयी। दिलीप माझी के पुत्र दो वर्षिय तथा धनु दास की सात वर्षिय पुत्री की मृत्यु हो गयी है। पूरे गाव में दहसत का माहौल है, घटना की सूचना पर स्थानी स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने गाव का मुआयना किया तथा दवा के नाम पर ओआरएस के घोल, पारासिटामोल, ओफलेक्सासिन देकर चले गए। अब भी गाव में कई बच्चे इस बीमारी से ग्रसित है। तीन बच्चों की मौत से पूरे गाव में मातमी सन्नाटा पसरा है। वही पूरे गाव में दहसत व्याप्त है। लोग अपने-अपने बच्चों को अन्यत्र संबंधियों के यहां भेज दिए है। फिलहाल सरकारी स्तर पर कोई भी आर्थिक सहायता नहीं दी गयी ।
(सुजीत सुमन)