बिन-ब्याही मां ने बच्ची को बधार में फेंका
नवादा : एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं का कार्यक्रम पूरे देश में चलाकर इसके प्रचार के लिए करोड़ों रूपये खर्च कर रही हैं। लेकिन नरहट थाना क्षेत्र के बनियां बिगहा गांव में एक बिन-ब्याही मां ने बच्ची को जन्म देकर आवारा पशुओं का आहार बनने के लिए बधार में फेंक दी। लेकिन यहां पर यह उक्ति सही साबित हुई कि मारने वालों से बचाने वालों का हाथ लंबा होता है।
जाको राखे साईयां मार सके न कोई वाली कहावत को चरितार्थ कर उसी गांव के चंदेश्ववर राजवंशी की पत्नी सुनैना देवी ने बच्ची को उठाकर स्वास्थ्य जांच के लिए नरहट पीएचसी ले गई। जहां चिकित्सकों ने बच्ची को पूर्ण रूपेण स्वस्थ्य बताया।
मिली जानकारी के अनुसार बनियां बिगहा गांव के बधार स्थित पइन में सोमवार की रात्रि एक बच्ची की रोने की आवाज सुनैना ने सुनी।
सुनैना ने किसी अनहोनी घटना समझकर वह जिस ओर से बच्ची की रोने का आवाज आ रही था उस ओर वह दौड़ती चली गई और उक्त स्थान पर पहुंचने के बाद उसने देखा कि वहां एक नवजात शिशु पड़ी है और वह जोर-जोर से रो रही है। बच्ची मिलने के बाद सुनैना ने इसकी सूचना नरहट थाना पुलिस को देते हुए बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया।
यहां बता दे कि जहां एक तरफ सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा बुलंद कर रही है वहीं कलयुगी माँ ने माँ के शब्द के महत्व एवं माँ-बेटी की रिश्ते को तार-तार करते हुए बच्ची को पैदा कर जानवर का आहार बनने को पैन में ले जाकर फेंक दिया लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था।
साक्षरता शिविर में किसानों को उपलब्ध करायी जानकारी
नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखंड के हंडिया पंचायत की पंडपा गांव में मंगलवार को दक्षिण।बिहार ग्रामीण बैंक मसौढा़ शाखा के सौजन् य से वितीय साक्षरता सप्ताह।शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम भारतीय रिजर्व बैक के।निर्देशानुसार 3 से 7 जून तक वितीय साक्षरता सप्ताह चलाया गया।
शिविर में किसानों की समस्या व समाधान के बारें मे बताया गया। बैकिंग।अधिकारियों ने बताया वैसे लोगों को केसीसी ऋण,कैशलेश लेन देन के माध्यम से होने बाले फायदे के बारें मे विस्तार से बताया गया।साथ ही मोबाइल फोन व इंटरनेट के माध्यम से समय बचाकर फण्ड ट्रान्सफर करने के साथ इसमें बरतने बाले सावधानियों के बारें मे बताया गया। इस दौरान एटीएम वैन के माध्यम से वितीय साक्षरता सलाहकारविनय कुमार ने लोगों को कृषि संबंधी जानकारी दिया। उन्होने कहा कोई भी अनचाही कॉल को अपने खाते से संबंधित जानकारी नहीं देना चाहिये। शाखा प्रबंधक अमरबेक ने बैक मे पीएम सुरक्षा योजना,जीवन ज्योति योजना,अटल पेंशन योजना के बारें में अवगत कराया। वही कार्यालय सहायक रवि साहू ने लोगो को बैंक मे होने बाली गतिविधियों की विस्तृत रूप से जानकारी दिया। मौके पर बैंक मित्र सतीश कुमार मिश्र,रीना कुमारी,लखन राजबंशी,संजय कुमार,सत्येन्द्रमांझी,चंद्रशेखर कुमार,महेन्द्र राजबंशी,रामधनी मांझी समेत अन्य लोग मौजूद थे।
दहेज के लिए विवाहिता की हत्या, फरार ससुरालवालों की खोज में जुटी पुलिस
नवादा : नवादा में एक बार फिर दहेज लोभियों ने विवाहिता की जान ले ली है। मामला जिले के कौवाकोल थाना इलाके के मंडरा गांव की है।
मृतक प्रीति कुमारी के बड़े भाई का आरोप है कि साल भर से पति गणेश चौधरी सहित सभी परिवार मोटरसाइकिल की मांग कर रहा था। मांग पूरी नहीं होने पर जहर खिलाकर हमारी बहन की हत्या कर दी।
सुमित चौधरी ने बताया कि प्रीति की शादी 8 साल पहले मंडरा गांव में बैजल चौधरी के पुत्र गणेश चौधरी के साथ हुई थी।
वहीं ससुराल वाले बच्चों को लेकर मौके से फरार है। बड़े भाई ने बताया कि हम सब गांव में थे उसी दौरान सूचना मिली तो हम लोग आनन-फानन में मौके पर पहुंचे।
कौवाकोल थाना प्रभारी ने बताया है कि मामला की जानकारी मिलते ही पुलिस दलबल के साथ पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामला की गंभीरता से जांच की जाएगी फिलहाल मामले को दर्ज कर जांच आरंभ की है।
ईद : 191 स्थानों पर पुलिस बल रहेंगे तैनात
नवादा : ईद-उल-फितर को शांतिपूर्ण व सामाजिक समरसता के साथ संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है। इसके लिए डीएम कौशल कुमार तथा प्रभारी एसपी दीपक रंजन ने संयुक्तादेश जारी किया है। संयुक्तादेश के तहत जिला के 191 स्थानों पर दण्डाधिकारी के साथ पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके अलावा पदाधिकारी द्वय ने अधिनस्थ पदाधिकारियों को कई आवश्यक दिश निर्देश भी दिये हैं।
संयुक्तादेश में यह कहा गया है कि इस वर्ष ईद का त्योहार 5 व 6 जुन को मनाये जाने की संभावना है। चांद के दीदार होने पर त्योहार की तिथि में परिवर्तन भी संभावित है। पवित्र महीने रमजान की समाप्ति पर यह त्योहार मनाया जाता है। त्योहार के दिन मुस्लिम समुदाय के लोगों के द्वारा ईदगाह तथा मस्जिदों में सामुहिक रूप से नामाज अदा किया जाता है। फलस्वरूप ईदगाह मैदान की साफ सफाई एवं सुरक्षा आदि में विशेष एहतियात बरतने की आवश्यकता होती है।
ऐसी स्थिति में नवादा नगर परिषद के अलावा वारिसलीगंज तथा हिसुआ नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को ईदगाह की साफ सफाई करने की जवाबदेही दी गई है। संयुक्तादेश में पीछे की घटनाओं का जिक्र करते हुए प्रतिनियुक्त किये गये दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी तथा पुलिस जवानों को विशेष चौकसी एवं ड्यूटी में अलर्ट रहने की हिदायत दी गई है।
ईद के दिन अंसार नगर जाने वाली मार्ग पर नहीं चलेगी वाहन
ईद के दिन अंसार नगर जाने वाली सड़क मार्ग पर वाहनों का परिचालन पर रोक लगा दिया गया है। इसके लिए रजौली पुरानी बस स्टैंड तथा मस्तानगंज स्थित वाईपास में वैरियर लगाकर पुलिस बलों की तैनाती की गई है। वाहनों का परिचालन पर रोक नवाज अदा करने तक के लिए लगाया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है कि बुंदेलखंड बागी तथा अंसार नगर मस्जिद में कई मुहल्लों के लोग ईद की नवाज अदा करते हैं।
सड़क दुर्घटना में फल बिक्रेता की मौत, तीन जख्मी
नवादा : जिले के वारिसलीगंज नगर पंचायत की माफ़िगली निवासी मो टीटू मियां का पुत्र मो. साहेब उर्फ टुन्ना 33 वर्ष की मौत रविवार की रात सड़क दुर्घटना में हो गई। जबकि घटना में तीन फल बिक्रेता जख्मी हो गया। घटना की सूचना बाद माफी गली मुहल्ले में कोहराम मच गया।
बताया जाता है कि मृतक अपने तीन साथियो के साथ बिक्री के लिए फल लाने लक्खीसराय गया था। जहाँ लीची की खरीददारी कर रात में हीं रिजर्व पिकअप वाहन से वारिसलीगंज लौट रहा था। रास्ते में लक्खीसराय-सिकन्दरा पथ में रामगढ़ गांव के आस-पास वाहन असंतुलित होकर सड़क किनारे पलट गई। फलतः वाहन पर सवार फल बिक्रेता मो साहेब की मौत घटना स्थल पर ही हो गई। जबकि साथ रहे माफी गली निवासी मो नईम मियां का पुत्र मो नौशाद आलम, राहुल कुमार समेत एक अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गया।
देर रात होने के कारण मृतक युवक काफी देर तक वाहन से दबा रहा, जिसे आस पास के लोगो के द्वारा किसी तरह से बाहर निकाल कर अस्पताल भेजा। जहाँ चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वही घायलों का इलाज निजी क्लीनिक में करवाया गया। दुर्घटना की सूचना जैसे ही वारिसलीगंज पहुंची, मृतक और घायलों के घर कोहराम मचने लगा।
बताया गया कि मृतक फल का रोजगार कर अपने परिवार की रोजी रोटी चलाता था। घर के कमाऊ पुत्र की मौत से माफी गली का वातावरण गमगीन हो गया है। पवित्र माह रमजान में अचानक घटी घटना से खुशी का त्योहार ईद गम में तब्दील हो गया है। मुहल्लेवासियो ने मृतक के शव को स्थानीय कब्रिस्तान में दफन किया।
माफी गली में घटना की सूचना बाद नगर के पूर्व वार्ड पार्षद संजय कुमार, वार्ड पार्षद मो असलम, नगर उपाध्यक्ष शम्भू प्रसाद आदि ने मृतक के घर पहुंच परिजनों को सांत्वना दी है।
गुमनामी में माँ सीता का निर्वासन स्थली सीतामढी
नवादा : जिले में भारत की समृद्ध प्राचीन संस्कृति के कई अवशेष हैं। इनमें से एक है मां सीता की निर्वासन स्थली। नवादा जिला मुख्यालय के दक्षिण-पश्चिम में लगभग 35 किलोमीटर दूर मेसकौर प्रखंड के सीतामढ़ी में स्थित मां सीता की निर्वासन स्थल प्रशासन के एजेंडे से बाहर होने के कारण गुमनामी में है। जरूरत है तो इसको पर्यटनस्थल के रूप में विकसित करने की। ऐसा होने पर सैलानियों की भीड़ उमड़ेगी, जिससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
यहां 16 फीट लंबी और 11 फीट चौड़ी प्राचीन गुफा है। मान्यता है कि निर्वासन काल में माता सीता यहां निवास की थीं। लव-कुश की जन्मस्थली भी इसी स्थान को माना जाता है। आज भी सीतामढ़ी में वह गुफा मौजूद है, जहां मां सीता लव-कुश के साथ रहा करती थीं। लव-कुश ने श्रीराम चंद्र जी द्वारा छोड़े गए अश्वमेध यज्ञ के घोड़ा को जिस खंभे में बांधा था उसका अवशेष यहां मौजूद होने का दावा किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि महाराज श्री राम के आदेश पर लक्ष्मण ने माता सीता को जिस अरण्य वन में छोड़ा था उसकी सीमा मंझवे के समीप अरण्य गांव से आरंभ होती है। आज उक्त गांव को अरण्यडीह के नाम से जाना जाता है। रामायण काल की तमसा नदी के तट पर स्थित बाल्मीकि मुनी के आश्रम में मां सीता ने अपने निर्वासन काल का शेष समय जहां व्यतीत की थीं, आज वह तमसा नदी तिलैया नदी के नाम से जाना जाता है।
बता दें कि रामायण में सीतामढ़ी से उत्तर दिशा में बाल्मीकि मुनी का आश्रम एवं समाधि स्थल था, जो आज भी बारत गांव के समीप टाल में स्थित है। पौराणिक मान्यता है कि समाधि स्थल के समीप ही पताल गंगा बहती थी, जो आज भी मौजूद है। माता सीता जिस तालाब में स्नान करती थीं, उसका अवशेष आज भी मौजूद है। उसे लोग सीता कुंड के नाम से जानते हैं। उचित रख रखाव नहीं होने के कारण उसका अस्तित्व मिटता जा रहा है।
पहुंचने का सुगम मार्ग
यहां पहुंचने का सुगम मार्ग बोधगया-राजगीर राजमार्ग-82 पर मंझवे पहाड़ी से दक्षिण आठ किमी की दूरी तय कर यहां पहुंचा जा सकता है। झारखंड की ओर से आने वाले लोग रजौली-सिरदला-मेसकौर मार्ग से यहां तक पहुंच सकते हैं।
सुविधाओं की दरकार
इस स्थल को पर्यटन के रूप में विकसित करने की जरूरत है। पहुंचने के रास्ते तो सुगम हो गए हैं, लेकिन यहां ठहराव की कोई व्यवस्था नहीं है। सार्वजनिक शौचालय, पेयजल, यात्री शेड, होटल व विश्राम गृह आदि सुविधाओं को अभाव है। दो दशक पूर्व यहां के तत्कालीन डीएम राम वृक्ष महतो ने एक गेट का निर्माण मंझवे के समीप कराया था, जो कुछ वर्ष पूर्व ध्वस्त हो गया। बीडीओ एजाज आलम कहते हैं, फिलहाल इस क्षेत्र के विकास को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं है।
इस स्थल को माता सीता का निर्वासन स्थली माना जाता है। लोगों की आस्था यह स्थल जुड़ी है। बड़ी संख्या में लोग यहां आते-जाते हैं, ऐसे में इसे विकसित किए जाने की जरूरत है, विनय कुमार, क्यूरेटर, नारद संग्रहालय नवादा।
पानी के लिए हाहाकार, सड़क पर उतरे लोग
नवादा : नगर थाना क्षेत्र के गोपाल नगर वार्ड नंबर एक में पिछले कई दिनों से पानी की किल्लत की मार झेल रहे लोगों का सब्र आज जबाव दे दिया और लोग सड़क पर उतर आए। सैकड़ों की संख्या में आक्रोशित लोगो ने नगर थाना क्षेत्र स्थित मुख्य मार्ग को जाम कर दिया और जमकर हंगामा किया। लोगों के हंगामे और आगजनी के कारण इस सड़क पर आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया। सड़क के दोनो ओर गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई।
वार्ड नंबर एक के निवासी कमलेश कुमार, राहुल कुमार, मनीष कुमार, संजय यादव, नवलेश कुमार, दीपक कुमार आदि दर्जनों मुहल्लावासी ने बताया कि इस भीषण गर्मी में उन्हें पिछले एक महीने से पीने का पानी भी नहीं मिल पा रहा हैं।
आक्रोशित लोगो का कहना था कि जिस तरह से नल जल योजना की पाइप बिछाई गई है। उसकी वजह से कई मुहल्लों में पानी नहीं मिल पा रहा है। जिसके कारण हम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जब से नल जल योजना की पाइप बिछाई गई है पानी का लेयर काफी नीचे चला गया है और चापाकल भी सूख गए हैं।
हंगामा कर रहे लोगों का कहना था कि पानी की समस्या को लेकर पीएचईडी विभाग को कई बार सूचित किया गया, लेकिन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। अंत में थक-हारकर उनलोगों को सड़क पर उतरना पड़ा है। वहीं मुहल्लेवासियों ने कहा कि अगर जल्द ही हम लोगों की समस्या को दूर नहीं किया जाएगा तो इससे भी बड़ी आंदोलन करेंगे।