तीन युवकों के अपहरण और मर्डर में पुलिस खाली हाथ

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नवादा : जमुई जिला के सिकंदरा थाना क्षेत्र के सिकंदरा बाजार निवासी जितेंद्र उर्फ रिकू, राजकुमार उर्फ पल्लू तथा विक्की कुमार रजक के अपहरण और हत्या के मामले में दो जिलों की पुलिस अब तक खाली हाथ है। अपहरण के बाद चार दिनों तक नवादा और जमुई जिले की पुलिस उनकी बरामदगी में जुटी थी। लेकिन आज छह दिन बीतने के बाद भी दोनों जिलों की पुलिस अपराधियों को पकड़ना तो दूर, तीनों के अपहरण के कारणों तक भी नहीं पहुंच सकी है। अब जबकि तीनों का शव बरामद कर लिया गया है तो पुलिस की परेशानी और भी बढ़ गई है। हालांकि पुलिस लगातार बरामदगी के लिए छापेमारी का दावा करती रही, लेकिन नाकामी ही हाथ लगी।

दो जिलों की पुलिस अपराधियों तक पहुंचने में नाकाम

गौरतलब है कि 24 मई की शाम तीनों युवक दो अलग-अलग बाइक से कौआकोल से सिकंदरा लौट रहे थे। इसी बीच कदहर-चंद्रदीप पथ पर कदहर नहर के पास बोलेरो सवार अपराधियों ने हथियार के बल पर तीनों को अगवा कर लिया था और दोनों बाइक वहीं छोड़ दी थी। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने दोनों बाइक को बरामद किया था। वहीं परिजनों की मानें तो राजकुमार उर्फ पल्लू यादव के बड़े भाई की शादी अगले माह होने वाली थी। जिसको लेकर तीनों युवक पकरीबरावां बाजार गए हुए थे। जहां से अपराधियों ने घात लगाकर पीछा करते हुए घटना को अंजाम दिया। अगले दिन शनिवार को तीनों युवकों के परिजन कौआकोल थाने पहुंचे और अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस अपहृतों की बरामदगी में जुटी। लेकिन शव मिलने की सूचना मिलने पर एएसपी अभियान कुमार आलोक, पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा, सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट विनोद कुमार, कौआकोल थानाध्यक्ष मनोज कुमार, बीडीओ संजीव कुमार झा, सीओ सुनील कुमार समेत अन्य पदाधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण कर मामले की तहकीकात में जुट गए हैं।

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घटना के कारणों पर रहस्य बरकरार

तीनों का अपहरण किसने और क्यों किया, फिर उन तीनों की हत्या क्यों कर दी गई, इसे लेकर रहस्य बरकरार है। पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी हुई है। सूत्रों की मानें तो घटना को आपसी रंजिश के बाद एक साजिश के तहत अंजाम देने की बात कही जा रही है। कहा जा रहा है कि राजकुमार उर्फ पल्लू शराब का कारोबार किया करता था, जिसमें विक्की कुमार रजक की भी सहभागिता रहती थी। संभवत: शराब की तस्करी की पुरानी अदावत को लेकर ही वारदात को अंजाम दिया गया है। पुलिस सूत्रों पर भरोसा करें तो जमुई जिले के ही एक दबंग सफेदपोश की हत्या में संलिप्तता है। वैसे कुछ लोग इसे प्रेम प्रसंग से भी जोड़ कर देख रहे हैं। वहीं एक अन्य युवक जितेंद्र उर्फ रिकू पढ़ने वाला लड़का था और उसकी रेलवे में नौकरी भी लगी थी तथा 6 जून को उसकी ज्वाइनिग थी। कहा जा रहा है कि उन दोनों के साथ रहने के चलते उसकी भी जान चली गई।

हत्यारे जल्द होंगे सलाखों के पीछे : डीआइजी

अपहृत युवकों की शव बरामदगी के बाद मगध रेंज के डीआइजी विनय कुमार कौआकोल थाने पहुंचे। दो घंटे से अधिक समय तक पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक कर घटना की विस्तृत जानकारी ली। डीआइजी ने कहा कि हर हाल में हत्यारे की पहचान कर दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को कांड के दोषियों की शीघ्र पहचान कर गिरफ्तारी करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस कांड में शिथिलता बरतने वाले पुलिस अधिकारी पर भी कार्रवाई होगी। मौके पर प्रभारी एसपी अमृतेन्दु शेखर ठाकुर, एएसपी अभियान कुमार आलोक, पकरीबरावां के डीएसपी मुकेश कुमार साहा, कौआकोल थानाध्यक्ष मनोज कुमार, रूपौ थानाध्यक्ष संतोष कुमार समेत कई अधिकारी मौजूद थे।

पटना से पहुंची फोरेंसिक टीम ने की जांच-पड़ताल

प्रभारी एसपी के बुलावे पर पटना से तीन सदस्यीय फोरेंसिक टीम नवादा पहुंची। टीम में एसएसए सीमा पटेल, पार्थ बनर्जी व रंजीत कुमार शामिल थे। तीनों ने सबसे पहले सदर अस्पताल पहुंच कर शवों की बारीकी से जांच की। हालांकि इसमें महत्वपूर्ण जानकारी हाथ नहीं लग सकी। इसके बाद टीम में शामिल अधिकारी घटनास्थल जाकर कई महत्वपूर्ण साक्ष्य इकट्ठा किया। टीम के अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल से कई सैंपल लिए गए हैं। विधि प्रयोगशाला में इसकी जांच की जाएगी।

शवों की पहचान को लेकर असमंजस

पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। जहां एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया। डॉक्टरों की तीन सदस्यीय टीम के साथ ही पुलिस भी असमंजस में रही कि कौन शव किसका है। काफी देर तक उधेड़बुन बनी रही। मृतक के परिजनों के सदर अस्पताल नहीं पहुंचने के चलते भी यह स्थिति बनी। फोरेंसिक टीम के अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच पटना रेफर कर दिया। टीम में शामिल एक चिकित्सक ने कहा कि शव क्षत-विक्षत है। इस स्थिति में हत्या के कारणों का पता लगा पाना मुश्किल है। लिहाजा शवों को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेजा गया है।

क्या कहते हैं अधिकारी

पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने कहा कि विभिन्न बिदुओं पर मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है। जल्द ही अपराधी सलाखों के पीछे होंगे। अपहरण और हत्या के कारणों के बारे में पता लगाया जा रहा है।

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