युवाओं को भा रही रोमांटिक व मोटिवेशनल नॉवेल, इन लेखकों की बुक्स की ज्यादा मांग
पटना : किताबें जीवन में एक दोस्त की तरह होती हैं। लेकिन, सोशल मीडिया के आ जाने के बाद किताबों की दुनिया थोड़ी सीमित हो गई है। लेकिन, इसका जादू आज भी बरकरार है। लोग आज भी किताब को ही पढ़ना पसंद करते हैं। अगर बात करें साहित्य की, तो ये हर वर्ग और हर उम्र के लोगों को पसंद आती है। कोई साथ हो या नहीं हो अगर किताब साथ है, तो ऐसा मालूम पड़ता है जैसे कोई अच्छा दोस्त साथ है। लेकिन, सोशल मीडिया के आ जाने से एक अच्छे दोस्त को खो दिया है। लेकिन, इसका जादू आज भी है।
इस बारे में जब लोगों से बात की, तो पता चला कि साहित्य की किताबें लोगों को काफी पसंद आ रही है। जिनमें जीवनी, आत्मकथा, रोमांटिक और शिव खेड़ा की मोटिवेशनल किताबें लोगों को ज्यादा भा रही हैं। उद्योग भवन के सामने जब दुकानदार मनोज कुमार से बात हुई, तो उन्होंने बताया कि एक दिन में पांच—दस किताबें बिक जातीं हैं। सबसे ज्यादा रोमांटिक नॉवेल की किताबों की मांग है। कॉलेज के युवा इस तरह की पुस्तकें अधिक खरीदते हैं।
वहीं दुकानदार मनीष ने बताया की दिन में एक—दो किताबें बिक जाती हैं। कभी—कभी एक भी नहीं बिकती है। एक महीना में चार—पांच किताबें बिक जाती हैं। दुकानदार रमेश ने बताया की युवाओं के बीच चेतन भगत, अमिश त्रिपाठी, दूर्जय दत्ता की किताबों की मांग ज्यादा है। हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं की किताबों का डिमांड बराबर ही है।
(वंदना कुमारी)