अररिया : हल्लो, डीएसपी साहब बोल रहे हैं? जी बोल रहे हैं। ऑफिस में हैं सर क्या? ऑफिस में तो नहीं हैं, कौन साहब बोल रहे हैं। हम उपेंद्र यादव बोल रहे हैं। सर केस संख्या 257/2018 में डीआईजी साहब ने री-सुपरविजन का आदेश दिया था। उसकी रिपोर्ट दे दी है क्या? दूसरी ओर से डीएसपी साहब ने कहा—वो सुपरविजन नहीं, जांच के लिये दिये थे। रिपोर्ट दे दी। आपने कोई कागज दिया ही नहीं तो क्या करते। यह पूरी बात केस के आरोपी और डीएसपी मुख्यालय रामेश्वर के बीच हुई जिसका ऑडियो इन दिनों खूब वायरल है। मामले को लेकर बिहार विकास मोर्चा के अध्यक्ष प्रसेनजीत ने डीएसपी पर कार्रवाई के लिये गृह विभाग के सचिव और डीजीपी को पत्र लिखकर जांच की मांग की है। इसमें 1.5 लाख रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है।
गृह विभाग और डीजीपी से शिकायत
अररिया में वायरल हुआ यह आडियो करीब एक मिनट 33 सेकेंड का है। इस बातचीत के उपर वर्णित हिस्से में तो सब सामान्य है, लेकिन एक मिनट पार होने के बाद ऐसी बात हुई कि पुलिस महकमा शर्मसार हो जाए। आरोपी ने कहा—सर पैसा ले लिये और काम भी नहीं किये। सर मेरा पैसा दे दीजिए। डीएसपी मुख्यालय ने तपाक से कहा, ले लीजियेगा। इसमें कौन बात है कि आप ऐसा बतिया रहे हैं। उपेंद्र यादव कहते हैं, पैसा लेने कब आयेंगे सर? डीएसपी कहते हैं, आइये शाम में। दूसरी ओर से उपेंद्र कहते हैं ऑफिसे में आयें सर। डीएसपी कहते हैं, हां आइये। दरअसल इस मामले को लेकर बिहार विकास मोर्चा के अध्यक्ष प्रसेनजीत ने डीएसपी पर कार्रवाई के लिये गृह विभाग के सचिव और डीजीपी को पत्र लिखकर जांच की मांग की है। इसमें 1.5 लाख रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है। साथ ही कहा गया है कि इस संबंध में एसपी से भी कहा गया था, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।
इस संबंध में डीएसपी मुख्यालय रामेश्वर ने बताया कि जिस समय उपेंद्र यादव का फोन आया था, वे बथनाहा में मीटिंग में थे। डीआईजी साबह ने जांच के लिये दिया था। उसी समय ये बात हुई थी। मुझे लगा केस से संबंधित कागज लौटाने की बात हो रही है। पैसे की बात मैं नहीं समझ पाया।
संजीव कुमार झा