अररिया : फारबिसगंज में आठ महीने बाद पटवा परिवार को मिला सरकारी मुआवजा। आश्रितों के घर जाकर सीओ ने दिया 12 लाख का चेक। स्वत्व समाचार के पोर्टल पर 8 मई को प्रकाशित, पथरा गई “आंखें पर नहीं मिला मुआवजा” के बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया और विगत महीनों से पेंडिंग कार्य को प्रभाव में लाकर आश्रितों को मुआवजे का चेक थमाया।
ज्ञातव्य हो कि विगत 25 अगस्त 2018 को रेलवे स्टेशन के पास स्थित सदर रोड में राखी बेच रहे तीन सगे भाई क्रमश: श्रवण कुमार पटवा, सूरज कुमार पटवा और नीरज कुमार पटवा का एक साथ मकान के छजा गिरने से दबकर मौत हो गई थी। श्रवन शादीशुदा एवं एक बेटी और बेटा के पिता थे जबकि सूरज और नीरज अविवाहित सिर्फ अपने भाई के कारोबार में हाथ बटा रहा था। इस घटना पर खूब हाय तौबा मची थी।
प्रशासन के द्वारा मुआवजे की घोषणा तो कर दी गई थी मगर सहायता नहीं मिलने से पीड़ित व दिव्यांग हरिशंकर पटवा मुफसीलि का जीवन जीते थे। गुरुवार को सीओ संजीव कुमार, सीआई प्रमोद कुमार सिंह आदि की मौजूदगी में तीनों मृतक के आश्रितों को चेक सौंपा गया। इस मौके पर दिव्यांग हरिशंकर पटवा ने “स्वत्व समाचार” को बधाई देते हुए कहा कि हम लोग निराश हो गए थे। मगर “स्वत्व” में जब खबर आई तो आशा की किरण दिखाई दी। उन्होंने कहा कि स्वत्व समाचार मेरे जैसे गरीबों की आवाज बनकर सामने आया और खबर का ऐसा असर पड़ा कि दो दिन के अंदर ही सहायता राशि मिल गयी। इन सबके बीच बिहार प्रदेश पटवा महासंघ के अध्यक्ष संजीव पटवा ने कहा कि पीड़ित परिवार को संघ की ओर से आर्थिक सहयोग एवं बच्चों की पढ़ाई के लिए उचित व्यवस्था की जाएगी और उन्होंने भी स्वत्व कि पूरी टीम को कोटि कोटि धन्यवाद दिया।
संजीव कुमार झा