मांझी ने नीतीश पर क्यों डाला तेजप्रताप का कचरा?

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पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तान आवामी मोर्चा के सर्वेसर्वा जीतनराम मांझी ने लालू पुत्र तेजप्रताप के बगावती तेवर के लिए इशारों—इशारों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया है। श्री मांझी ने संवाददाताओं से बातचीत में यह संकेत किया कि लालू पुत्र तेजप्रताप को कुछ लोग बगावत के लिए उकसा रहे हैं। वे लालू कुनबे में फूट और महागठबंधन की एकता को कमजोर करना चाह रहे हैं।
जीतनराम मांझी ने कहा कि तेजप्रताप लालू यादव की दुखती नस बन गए हैं। इसलिए विरोधियों ने साजिश कर उनको बरगलाना शुरू कर दिया ताकि लालू जी की शक्ति कमजोर हो जाए। अपने तर्क के समर्थन में श्री मांझी ने राज्य सरकार द्वारा तेजप्रताप को उनकी पसंद का मनचाहा बंगला अलॉट करने में दिखाई गयी तत्परता का जिक्र किया। जीतनराम मांझी ने कहा कि विरोधी काफी पहले से एक सोची समझी रणनीति के तहत तेजप्रताप का इस्तेमाल विपक्षी एकता को तोड़ने और उसे कमजोर करने की योजना पर काम कर रहे थे। आज भी वे तेजप्रताप यादव को बरगला रहे हैं। श्री मांझी ने जदयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का इस सारे प्रकरण में नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा साफ संकेत कर रहा था कि वे किस ओर संकेत करना चाह रहे हैं।
गौरतरलब है कि आजकल तेजप्रताप यादव खुलकर पब्लिकली राजद और अपने भाई तेजस्वी यादव पर लगातार निशाना साध रहे हैं। यही नहीं, वे खुद को लालू यादव का असली वारिस भी घोषित करने से नहीं चूक रहे। जहानाबाद और शिवहर में तो उन्होंने राजद के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार करते हुए जनता से उन्हें हराने तक की अपील की। उधर सारण सीट पर अपने ससुर चंद्रिका राय की उम्मीदवारी को लेकर तेजप्रताप खासे नाराज हैं। उन्होंने अपने ससुर को बहुरूपिया और ढोंगी तक कह डाला। अब देखना है कि लालू कुनबे में मची महाभारत बिहार में महागठबंधन की उंट को चुनावी नतीजों के दिन किस करवट बैठाता है।

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