पटना : लोकसभा चुनाव 2019 में एनडीए काफी व्यवस्थित और सधे हुए तरीके से लगातार आगे बढ़ रहा है। जहां एनडीए में सबकुछ स्क्रिप्टेड और तय रणनीति के तहत होने का आभास देता है, वहीं महागठबंधन में सीट शेयरिंग से लेकर उम्मदवारी तक, सब लस्टम—पस्टम है। अब बारी चुनाव प्रचार की है। इसमें भी एनडीए की रणनीति साफ दिखती है। एनडीए की तरफ से लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान की कमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संभालेंगे, लेकिन उनसे पहले नीतीश कुमार इसका श्रीगणेश 29 मार्च को गया में जदयू प्रत्याशी विजय मांझी के लिए आमसभा को संबोधित कर करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 अप्रैल को जमुई में एनडीए के लोजपा प्रत्याशी चिराग पासवान और गया में जदयू प्रत्याशी विजय मांझी के पक्ष में आमसभा को संबोधित कर एनडीए चुनाव प्रचार अभियान की कमान थामेंगे। एनडीए में भाजपा के साथ ही जदयू ने भी अपने 40—40 स्टार प्रचारकों की सूची चुनाव आयोग को सौंप दी है। आज इन सभी प्रचारकों के नामों की सूची मीडिया में भी जारी कर दी जायेगी।
एनडीए : भाजपा—जदयू—लोजपा का बेजोड़ तालमेल
साफ है कि एनडीए में जहां प्रधानमंत्री देशभर में प्रचार की कमान थामेंगे और उनके चेहरे पर ही चुनाव लड़ा जाएगा, वहीं बिहार में एनडीए यह चुनाव नीतीश के चेहरे को आगे रखते हुए लड़ेगा। एनडीए की रणनीति चुनाव प्रचार में भी डबल इंजन लगाने की है। जदयू की तरफ से एनडीए के स्टार प्रचारकों की सूची में नीतीश कुमार नंबर वन हैं। वहीं, सूची में प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह, राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी, मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, बिजेंद्र प्रसाद यादव, जय कुमार सिंह सहित पार्टी के सभी मंत्री, राज्यसभा सांसद कहकशां परवीन सहित अन्य नेता शामिल हैंं।
एनडीए में जदयू के नेताओं की भूमिका तय
जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार हैदाराबाद में सक्रिय हैं। वे वहां पार्टी और एनडीए के पक्ष में प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। वरिष्ठ नेता केसी त्यागी को दिल्ली में रहकर चुनाव प्रचार संभालने की जिम्मेदारी दी गयी है। वे वहां लगातार टीवी चैनलों पर राजनीतिक चर्चाओं में शामिल हो रहे हैं और पार्टी तथा एनडीए का पक्ष आमलोगों के सामने रख रहे हैं। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव अशफाक अहमद को अरुणाचल और सिक्किम में प्रचार अभियान संभालने की जिम्मेदारी दी गयी है।