पटना : जनअधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव ने आज महागठबंधन की छत तले आने के लिए तरह—तरह के जुगत किये। पहले उन्होंने महागठबंधन के दलों को टटोला, फिर दबी चेतावनी दी, इसके बाद कांग्रेस पर जमकर डोरे डाले। पप्पू ने कहा कि मधेपुरा से सिटिंग एमपी होने के नाते वहां से चुनाव लड़ना मेरा हक़ है, मेरा अधिकार है। दरअसल वे मधेपुरा से महागठबंधन की छत तले चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन राजद उनको घास भी नहीं डाल रहा। लालू—तेजस्वी पप्पू यादव को महागठबंधन में इंट्री के खिलाफ हैं। पप्पू ने हालांकि अभी उम्मीद नहीं छोड़ी है।
एनडीए पर हमला
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि शिवसेना से गाली खाने के वावजूद भाजपा ने शिवसेना से महराष्ट्र मे समझौते कर लिया। नीतीश कुमार से भी समझौता कर लिया। एआईएडीएमके से समझौता कर लिया। उत्तर प्रदेश में अनुप्रिया पटेल से समझौता कर लिया। कभी कांग्रेस प्रवक्ता को तोड़ने का काम किया, तो कभी अल्पेश ठाकुर को तोड़ने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हो गई। उन्होंने कहा कि बिहार ही नहीं, पूरा देश चाहता है कि जो डर और भय का माहौल बना हुआ है उसे समाप्त होना चाहिए। पप्पू यादव ने कहा कि देश की आर्थिक स्थिति बद से बदतर हो गई है। उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी अपने को महागठबंधन का हिस्सा समझती है।
कांग्रेस पर डाले डोरे
पप्पू यादव ने कहा कि वे तीन बार राहुल गांधी से मिले हैं और उन्हें अपनी भावना से अवगत करा दिया है। जो देशहित में फैसला किया जाएगा उसे जनाधिकार पार्टी स्वीकर करेगी। हमारी पार्टी बिहार के किसी भी हिस्से से चुनाव लड़ सकती है, लेकिन महागठबंधन और देशहित में जो निर्णय होगा वो मान्य होगा। उन्होंने कहा कि जनाधिकार पार्टी अपने सिंबल पर कांग्रेस और आरजेडी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। आलाकमान को इससे अवगत करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि चाहे मांझी हों, कुशवाहा हों या मुकेश साहनी। महागठबंधन में सबका रेस्पेक्ट होना चाहिए। सीपीआई को बेगूसराय सीट मिलनी चाहिए। लेकिन जनाधिकार पार्टी को कम नहीं आंका जाए।
राजद को नसीहत
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और आरजेडी के बाद जनाधिकार पार्टी का जनाधिकार सबसे ज्यादा है। उन्होंने कहा कि जनाधिकार पार्टी छह लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है, जिसमे भागलपुर, मधेपुरा, अररिया, पूर्णिया सीट शामिल हैं। उन्होंने मुकेश सहनी की तारीफ करते हुए कहा कि यदि वे अच्छे तरीके से राजनीति करते हैं तो आनेवाले दिनों में सीएम भी बन सकते हैं। लालू यादव से भले ही वैचारिक मतभेद हो लेकिन उनके साथ मेरा खून और रोटी का संबंध है। पप्पू यादव ने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा और उनकी विचारधारा एक है। उन्होंने कहा कि वे अपने आप को महागठबंधन का घटक मानते हैं। महागठबंधन मुझे मानता है कि नहीं ये महागठबंधन जाने। विद्यपति भवन में अपने कार्यकर्ताओं के बैठक के बाद एक प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कुर्बानी देने की जिम्मेदारी किसी एक दल की नहीं है बल्कि सभी दलों के नेतृत्व की ज़िम्मेदारी है।
(मधुकर योगेश)