ट्रक की चपेट में आने से पिता की मौत, पुत्र जख्मी
मोतिहारी : कोटवा थाना क्षेत्र के एनएच 28 पर दीपउ के समीप बने अवैध मोड़ एक बार फिर चर्चा में है। यह आदम खोर मोड़ अबतक दर्जनों जिंदगियां निगल चुकी है। शनिवार को भी सुबह करीब 7 बजे बाइक सवार पिता पुत्र इसकी जद में आ गए। डुमरिया घाट के तरफ से आ रही एक ट्रक ने बाइक सवार को रौंद दिया। घटना में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतक कल्याणपुर थाना के सिसवा पटना निवासी रामा कांत प्रसाद सिंह (48) है। वहीं घायल उनका पुत्र सुमंत कुमार सिंह (23) हैं। मृतक अपने घर से अपने पुत्र के साथ बाइक से कोटवा अपनी ससुराल जा रहे थे। जब वे दीपउ मोड़ पर पंहुचे तब तक डुमरिया घाट की ओर से आ रही तेज रफ्तार से यूपी नंबर ट्रक मृतक के बाइक में ठोकर मार दी। जिससे घटना स्थल पर ही उनकी मौत हो गई। घायल को समुचित ईलाज के लिए मोतिहारी भेज दिया गया है। घटना से नाराज लोगो ने एनएच 28 को घंटो जाम रखा। गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। सुचना के बावजुद घटना स्थल पर देर से पहुँचे कोटवा थाना अध्यक्ष गौतम कुमार और डुमरिया थाना अध्यक्ष अविनव कुमार दुबे ने लोगो को समझाने का प्रयास किया गया लेकिन जाम कर्ता वरीय पदाधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़े हुए थे। खबर मिलते ही सदर डीएसपी मुरली मनोहर मांझी व सदर एसडीओ प्रियरंजन राजू जाम स्थल पर पहुँच लोगों को समझाया और हर तरह की सरकारी सहायता राशि दिलाने का भरोसा दिलाया तब जाकर जाम हटा और यातायात शुरू हो पाया।इधर इस अवैध दीपउ मोड़ को बंद करने की मांग उठने लगी है। फोन पर सीओ रजनीश कुमार ने बताया कि मैं परीक्षा केंद्र पर हूँ लेकिन सरकारी सहायता राशि का भुगतान शीघ्र किया जायेगा। थाना अध्यक्ष गौतम कुमार ने बताया कि ट्रक को जप्त कर लिया गया है। चालक भागने में सफल रहा। शव को पुलिस ने कब्जा में लेकर पोस्मार्टम के लिए भेज दिया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
केविवि व इंजीनियरिंग कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में उद्यमिता जागरुकता शिविर संपन्न
मोतिहारी : महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय और मोतिहारी इंजीनियरिंग कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय उद्यमिता जागरुकता शिविर का समापन सफलतापूर्वक हो गया। शनिवार को मोतिहारी इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में शिविर के अंतिम दिन कार्यक्रम के संयोजक डॉ. पवनेश कुमार, सह-संयोजक डॉ. ज्ञानेन्द्र शुक्ल व डॉ. विवेक कुमार श्रीवास्तव के उत्साहजनक संबोधन के बाद विद्यार्थियों ने इस शिविर में मिले अनुभवों को साझा किया। मेकैनिकल इंजीनियरिंग विभाग के सिद्धार्थ किरन ने कहा कि तीन दिवसीय उद्यमिता शिविर से हमें नौकरी के अलावा उद्यमी के रुप में अपना करियर बनाने का विकल्प मालूम पड़ा है। हमें इस संबंध में तमाम जानकारियां दी गयी हैं जिनसे हमारा मनोबल बढ़ा है। इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग की छात्रा काजल गोस्वामी ने कहा कि इस शिविर के माध्यम से हमारे सामने कई उदाहरण सामने आए जिनसे हमें अपना उद्यम शुरु करने की प्रेरणा मिली है। प्रभारी प्रधानाचार्य प्रो. एसएन झा ने अपने संबोधन में केविवि के कुलपति एवं कार्यक्रम संयोजक डॉ पवनेश कुमार को इस सफल आयोजन के लिए धन्यवाद देते हुए उम्मीद जाहिर की कि ऐसे प्रशिक्षण के उपरांत विद्यार्थी आगे चलकर अच्छे उद्यमी बन सकते हैं।
पूर्व प्रधानाचार्य एके मिश्र ने अपने पूर्व के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि पूर्व में वे स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम से जुड़े रहे हैं और उनके द्वारा प्रशिक्षित विद्यार्थियों में से बड़ी संख्या में युवाओं ने उद्यमिता की दिशा में सफलता हासिल की है। इस शिविर को सफल बताते हुए कहा कि इससे विद्यार्थियों के अंदर आत्मनिर्भर बनने की कला विकसित हुई है। वहीं प्रो एसकेझा ने अपने संबोधन में कहा कि आज जब रोजगार की कमी है ऐसे समय में उद्यमिता शिविर का महत्व बढ़ जाता है। इसमें शामिल विद्यार्थी रोजगार पाने की बजाय स्वयं का उद्यम लगाने और दूसरों को रोजगार देने की दिशा में आगे बढ़ते हैं। उन्होंने इंजीनियरिंग कॉलेज परिवार की तरफ से केविवि और शिविर में शामिल विद्यार्थियों को धन्यवाद ज्ञापन किया।
डॉ पवनेश कुमार ने बताया कि विज्ञान एवं तकनीकि विभाग, भारत सरकार और नीमैट की तरफ से उन्हें पूर्वी चम्पारण में 5 उद्यमिता जागरुकता शिविर आयोजित करने की जिम्मेदारी दी गयी है। इस शिविर के बाद बतौर संयोजक जल्द ही चार अन्य उद्यमिता जागरुकता शिविर आयोजित किये जाएंगे। कार्यक्रम के सह-संयोजक डॉ ज्ञानेन्द्र शुक्ल ने उपस्थित विद्यार्थियों, शिक्षकों, केविवि प्रशासन का धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों को सहभागिता प्रमाण पत्र भी दिया गया।
(राजन दत्त द्विवेदी)