पटना : पटना यूनिवर्सिटी समेत बिहार की तमाम विश्वविद्यालयों में अब ग्रेजुएशन में दाखिले का इंट्रेन्स टेस्ट संबंधित विवि ही लेंगे। इसके लिए पिछले वर्ष तक बिहार बोर्ड ने इंट्रेन्स टेस्ट लिया था। लेकिन राज्यपाल लालजी टंडन ने इस वर्ष से विवि में ग्रेजुएशन में एडमिशन के लिए संबंधित विवि द्वारा ही इंट्रेन्स परीक्षा आयोजित करवाने का आदेश दिया है। बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने कुलपतियों के साथ एक बैठक में यह निर्णय बताते हुए कहा कि अब बिहार बोर्ड नहीं, बल्कि यूनिवर्सिटी ही स्नातक में दाखिला लेगी। यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी।
गौरतलब है कि पिछले सत्र में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के माध्यम से नामांकन लिया गया था। लेकिन अब आगामी सत्र में बीएसईबी की छात्रों के विभिन्न कॉलेजों में ग्रेजुएशन में एडमिशम के लिए कोई भूमिका नहीं रहेगी। छात्रों को विवि द्वारा आयोजित किये जाने वाल इंट्रेन्स में भी कॉलेज चुनने का विकल्प मिलेगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष के लिए एडमिशन हेतु अप्रैल माह के अंत तक विवि द्वारा संचालित एडमिशन इंट्रेन्स के लिए आवश्यक सभी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। नई नामांकन प्रणाली सत्र 2019-22 से लागू हो जाएगी।
कुलपतियों के साथ बैठक में राज्यपाल ने सेवानिवृत कर्मियों को नो—ड्यूज सर्टिफिकेट नहीं देने वाले प्राचार्यों को चेताते हुए कहा कि ऐसा आचरण करने पर उन्हें निलंबित किया जाएगा। नो—ड्यूज नहीं देने से पेंशन को लेकर कर्मी कोर्ट चले जाते हैं। राजभवन ने जांच में पाया है कि ऐसे केस ज्यादातर प्राचार्यों या विवि के अधिकारियों की लापरवाही से होते हैं।