‘मेरे प्यारे प्राइम मिनिस्टर’, क्या खास है इसमें? जानिए लेखक की जुबानी
शौचालय निर्माण को लेकर पिछले कुछ सालों से भारत में बड़ा अभियान चल रहा है। इसको लेकर फिल्में भी बन रहीं हैं। डेढ़ साल पहले अक्षय कुमार स्टारर ‘टॉयलेट— एक प्रेम कथा’ आयी थी, जिसे दर्शकों ने पसंद किया था। अब राकेश ओमप्रकाश मेहरा के निर्देशन में बनीं ‘मेरे प्यारे प्राइममिनिस्टर’ इस शुक्रवार को देशभर में रिलीज हो रही है।
105 मिनट लंबी इस फिल्म की मुख्य भूमिका में अंजलि पाटील, ओम कनौजिया, अतुल कुलकर्णी, मकरंद देशपांडे आदि हैं। इस फिल्म की कहानी बिहार निवासी मनोज मैरता ने लिखी है।
स्वत्व समाचार से विशेष बातचीत में मनोज ने बताया कि अपने दिल्ली प्रवास के दौरान उन्होंने वहां के स्लम की गंदगी को देखा। वहीं से उन्हें इस कहानी का विचार आया। बकौल मनोज, मूल कहानी दिल्ली की पृष्ठभूमि में लिखी गई है। लेकिन, फिल्मांकन में सुविधा की दृष्टि से इसको मुंबई शिफ्ट किया गया।
उन्होंने बताया कि इस विषय पर फिल्में पहले भी बनीं हैं। लेकिन, यह फिल्म शौचालय निर्माण के बहाने कई गंभीर विषयों को उठाती है। शौचालय निर्माण का संबंध किस प्रकार अपराध नियंत्रण से है, यह फिल्म इसको बरीकी से प्रस्तुत करती है।