सिवान : लोक अदालत में सिर्फ मामलों का निष्पादन ही नहीं होता बल्कि सामाजिक सौहार्द भी कायम होता है। सामाजिक विकास में लोक अदालतों का बड़ा ही महत्वपूर्ण योगदान है। उक्त बातें नेशनल लीगल सर्विस अथॉरिटी के निर्देशानुसार आल मैटर्स विषय पर सिवान में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत के उद्धाटन समारोह में जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज शंकर ने कही। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक एनसी झा, सचिव एनपी सिंह, विधिज्ञ संघ के सचिव शम्भूदत्त शुक्ला, एडीजे 2 मनोज कुमार तिवारी आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन किया। इसके बाद जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने मोटर दुर्घटना दावा वाद की वादकारी शांति देवी एवं उनके परिजनों को 5 लाख, 1 हजार 103 रुपये का चेक तथा गौरी चरण सिंह को मोटर दुर्घटना के एक दूसरे वाद में 2 लाख 26 हजार 305 रुपये का चेक प्रदान कर आज के राष्ट्रीय लोक अदालत की शुरुआत की। तत्पश्चात मामलों के निष्पादन हेतु गठित कुल 8 न्यायिक बेंचों में वादकारियों के वादों की विधिवत सुनवाई शुरू हो गयी जो देर शाम तक चलती रही।
इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकर एवं रेडक्रॉस सोसाइटी की ओर से वादकारियों के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य जांच एवं दावा वितरण की व्यवस्था की गई, जहां बड़ी तादाद में लोगों ने अपने बीपी, शुगर आदि की जांच कराई तथा दावा लिया।इस अवसर पर डिस्ट्रीक्ट जज मनोज शंकर ने सत्र न्यायलय परिसर में जिला विधिक सेवा प्राधिकर द्वारा प्रदत्त पेय जल के आरओ सिस्टम का लोकार्पण किया। इस अवसर पर एडीजे 7 पन्नालाल, सीजेएम सुधीर सिन्हा, एसडीजेएम नितेश कुमार, एसिजेएम सुरेश श्रीवास्तव, एडीजे 3 राजकुमार सहित सभी न्यायिक पदधिकारी गण एवं रिटेनर एडवोकेट घनश्याम तिवाड़ी, अनिल सिंह,मनोज सिंह,डॉ विजय कुमार पांडेय,बलवन्त कुमार,तथा इरशाद अहमद आदि उपस्थित थे।
लोकअदालत में कुल 608 मामलों का निष्पादन
राष्ट्रीय लोक अदालत में आज सिवान में कुल 608 मामलों का समझौता के आधार पर निष्पादन किया गया। इसमें सभी बैंकों के वादों में कुल समझौता राशि 2 करोड़ 35 लाख 46 हजार 140 रुपये निश्चिय हुआ जिसमें पक्षकारो ने तत्काल 49 लाख 78 हजार 167 रुपये जमा कर अपने बैंक ऋण का भुगतान कर दिया। आज जिन मामलों का निष्पादन किया गया उसमें बैंकों के 474, आपराधिक वाद के 127 दावा वाद के 3 पारिवारिक वाद के 3 एवं दीवानी प्रकीर्ण के 1 मामले का निष्पादन किया गया। आज के लोक अदालत में आयोजित निशुल्क चिकित्सा शिविर में कुल 96 वादकारियों की जांच एवं मुफ्त दावा उपलब्ध कराई गई।
डा. विजय पांडेय