गया/नवादा : गया जिले के अतरी थाना क्षेत्र अंतर्गत रिउला गांव की दो नाबालिग लड़कियों को पास के ही गांव के पांच-छह लोगों ने बुधवार की रात अगवा कर उनके साथ गैंगरेप किया। सारी लड़कियों को बाद में उन्होंने छोड़ दिया लेकिन एक लड़की को अपने साथ लेते गए। आरोपित सभी व्यक्ति नवादा जिले के हिसुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत हदसा गांव के निवासी हैं। मामला प्रकाश में आने पर अतरी थाना के एसएचओ रंजन चौधरी के नेतृत्व में पुलिस टीम आरोपियों को गिरफ्तार व लड़की को बरामद करने के लिए बुधवार की रात नवादा के हदसा गांव पहुची। पुलिस पार्टी को देख आरोपियों और उनके समर्थकों ने टीम पर हमला कर दिया। इस दौरान उन्होंने पुलिस टीम पर जमकर पथराव भी किया। आरोपितों ने गांव के ही सुनसान फ्लावर मिल में पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया। इस घटना में एसएचओ रंजन चौधरी के पैर में काफी गंभीर चोट आई और उनका पैर टूट गया। तत्काल इसकी सूचना हिसुआ थाने की पुलिस को दी गई। जिसके बाद हिसुआ थाना की पुलिस वहां पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। लड़की को उसी गांव के एक फ्लावर मिल से बरामद कर लिया गया है।
इस बाबत अतरी थानाध्यक्ष के बयान पर अज्ञात ग्रामीणों के विरूद्ध हिसुआ थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। हिसुआ थानाध्यक्ष राजकुमार ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच आरंभ की है। उधर गया के मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए गुरुवार की सुबह अतरी के थानाध्यक्ष को पटना रेफर कर दिया गया। इस हमले में कई अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। गया के एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि अतरी थाना के एसएचओ रंजन चौधरी का पैर फ्रैक्चर हो गया है। एक अन्य पुलिसकर्मी को घायल एसएचओ के साथ पटना बेहतर इलाज के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि पीड़ित बच्चियों ने पुलिस को दिए फर्द बयान में कहा है कि उनके साथ गैंगरेप किया गया है। एसएसपी ने कहा कि पीड़ित बच्चियों के बयान पर पॉक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। एसएसपी ने कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए गुरुवार को जिले के दो डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस बल को नवादा भेजा गया है। नवादा के पुलिस अधीक्षक से बात कर अपराधियों को पकडा जायेगा।
पंकज सिन्हा/रविन्द्र नाथ भैया