नवादा—जमुई का आतंक मकेश्वर दबोचा गया, असलहे बरामद

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नवादा : नवादा और जमुई जिले में आतंक का पर्याय बन चुके मकेश्वर पांडेय उर्फ बाबा को आज नवादा पुलिस ने उसके तीन गुर्गों के धर दबोचा। जमुई जिले के सिकन्दरा थाना क्षेत्र के कुमार गांव निवासी लक्ष्मी पांडेय का पुत्र मकेश्वर पांडेय ने नवादा और जमुई जिले की पुलिस की नींद हराम कर रखी थी। नवादा पुलिस ने उसे रूपौ से गिरफ्तार किया। जानकारी के अनुसार गिरोह के बारे में गुप्त सूचना प्राप्त होने के बाद पकरीबरावां डीएसपी मुकेश कुमार साहा ने एक टीम गठित की। काफी गोपनीय तरीके से की गई कार्रवाई में पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत सिकन्दरा थाना के गुलजार मुहल्ला निवासी मोहम्मद अस्फूल साह के पुत्र मोहम्मद रिजवान साह, जमुई जिलान्तर्गत कैथा गांव बढई टोला निवासी मोहम्मद कैशर के पुत्र फैजुल रहमान उर्फ ओसामा व एक अन्य को रूपौ के एक निजी मकान से धर दबोचा। अपराधियों से दो देशी कट्टे, 6 कारतूस, दो बाइक, बम बनाने की सामग्री सहित अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई। इस क्रम में अकबरपुर से मोहम्मद हलीम को भी गिरफ्तार किया गया।
एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने इसकी विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस टीम में मेरे आलावा कौआकोल थानाध्यक्ष मनोज कुमार, रुपौ थानाध्यक्ष संतोष कुमार व पकरीबरावां थाने की पुलिस को भी शामिल किया गया था। उन्होंने बताया कि सरगना को अकबरपुर का हलीम बम बनाने की सामग्री मुहैया कराता था।
मालूम हो कि मकेश्वर पांडेय तब सुर्खियों में आया जब जब कौआकोल थाना के फुलडीह में उसने एक व्यवसायी से 50 लाख की फिरौती मांगी तथा नहीं देने पर बम का धमाके किये। इसके कुछ ही दिन बाद उसने पकरीबरावां थाना क्षेत्र के डुमरी गांव निवासी दासो साव से 15 लाख की फिरौती की मांग की तथा नहीं देने पर उसके तीनों भाइयों की हत्या की धमकी दी। धमकी के दौरान पकरीबरावां बुधौली मोड़ पर दासो साव से मारपीट भी उसने की तथा अगले दिन उसके दुकान पर रंगदारी का पोस्टर भी चिपका दिया। इन दोनों मामलों को एक साथ जोड़कर देखा गया। डुमरी की घटना के बाद पुलिस ने जांच की तो धीरे-धीरे मामले का पटाक्षेप हो गया। गिरफ्तार मकेश्वर पांडेय जमुई जिले में भी लूट और हत्या के कई मामलों का अभियुक्त है। हत्या के मामले में कई बार वह जेल भी जा चुका है।

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