सिवान : 32 दिनों से अपहृत मिरहाता गांव के पूर्व बीडीसी सदस्य स्वर्गीय तारकेश्वर साह के नौ वर्षीय पुत्र आदित्य कुमार का सड़ा—गला शव बरामद होने से सनसनी फैल गयी। भगवानपुर थाना क्षेत्र के सहसरांव पंचायत के मरछिया टोला में सोमवार को धमई नदी के किनारे होकर सोनवर्षा की ओर जाने वाली सड़क के किनारे से अपहृत आदित्य का बोरे में बंद क्षत—विक्षत शव मिला। सड़क किनारे बोरे में बंद शव से दुर्गंध आ रही थी जिस कारण वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई।
परिजनों ने कपड़ों से की पहचान
इसकी खबर जैसे ही मिरहाता गांव पहुंची तो आदित्य के परिजन बदहवास होकर दौड़ पड़े। परिजनों ने सड़क पर पड़े बच्चे के पैंट और गले की ताबीज से उसकी पहचान की। यह खबर पूरे क्षेत्र में जंगल की आग की तरह फैल गई। इसकी सूचना मिलते हीं थानाध्यक्ष विपिन कुमार वरीय पदाधिकारियों को सूचना देकर पुलिस बल के साथ पहुंच कार्रवाई में जुट गए। तबतक बसन्तपुर, नबीगंज, महाराजगंज के पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गए। परिजनों ने इस मामले में पुलिस पर नाकामी का आरोप लगाते हुए शव को नहीं उठाने दिया। वे खोजी कुत्ता बुलाने की मांग कर रहे थे। परिजनों की मांग से एसपी को अवगत कराने पर डॉग स्क्वायड को वहां लाने की अनुमति मिली। थोड़ी देर बाद महाराजगंज के एसडीपीओ हरीश शर्मा पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी तथा हत्यारों को जल्द पकड़ने की बात कही। मृतक मिरहाता गांव के पूर्व बीडीसी सदस्य स्वर्गीय तारकेश्वर साह का नौ वर्षीय एकलौता पुत्र आदित्य कुमार था। पहली फरवरी की शाम वह अपने दरवाजे पर खेल रहा था, तभी उसका अपहरण कर लिया गया था। इस घटना के छब्बीस दिनों बाद भी जब उसका कोई सुराग नहीं मिला तो परिजनों व ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा था और नाराज लोगों ने 26 फरवरी को भगवानपुर में एनएच 101 को जाम कर जमकर प्रदर्शन किया था।
विजय पांडेय