नयी दिल्ली : जैसे ही पुलवामा आतंकी हमले का भारत द्वारा बदला लेते हुए पीओके में हवाई हमले की खबर आई, पाकिस्तान को सांप सूंघ गया। भारत की इस जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान मुश्किलों में घिर गए हैं। जहां पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने उनपर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि इमरजेंसी जैसे हालात हो गए हैं। इमरान को संसद में आकर जवाब देना चाहिए। वहीं पाकिस्तानी संसद में दो पूर्व विदेश मंत्रियों और सैकड़ों सांसदों ने एकस्वर से ‘शेम’—’शेम’ के नारे लगाए।
भारतीय वायु सेना ने मंगलवार तड़के पीओके के बालाकोट, चिकोटी तथा मुजफ्फराबाद में कई आतंकी कैंपों पर जोरदार हमला बोला और उन्हें नष्ट कर दिया। इस हमले में जैश—ए—मोहम्मद आतंकी संगठन के 25 टॉप कमांडरों समेत कुल 500 आतंकवादियों के ढेर होने की सूचना है।
भारत की कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान की संसद में भी हंगामा हुआ। संसद में इमरान खान शेम-शेम के नारे लगे। इसके अलावा इमरान खान मुर्दाबाद के नारे लगे। वहीं विपक्षी नेताओं ने संयुक्त संसदीय सत्र बुलाने की मांग की। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के वरिष्ठ नेता खुर्शीद शाह ने कहा है कि संयुक्त संसदीय सत्र बुलाया जाना चाहिए। शाह ने कहा कि हम युद्ध की स्थिति में हैं। संसद को एक साथ बैठकर फैसला करना चाहिए।
शाह ने कहा कि भारत हमारे आंतरिक मतभेदों का फायदा उठाना चाहता है और हम पर हमला करना चाहता है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेता और पूर्व रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी संयुक्त संसदीय सत्र बुलाने की मांग की है।
उधर हमले के बाद भारत सरकार की ओर से बयान में कहा गया है कि इस कार्रवाई में किसी नागरिक या सेना को निशाना नहीं बनाया गया है बल्कि एयर फोर्स का टारगेट जैश के ठिकाने थे। विदेश मंत्रालय की ओर से विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा इन आतंकी संगठनों की अपने देश में मौजूदगी से इनकार करता आया है। पाकिस्तान को कई बार सबूत भी दिए गए लेकिन उसने आतंकी संगठन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।