पटना: बिहार विधानसभा में आज पुलवामा के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद कार्यवाही दो बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी गयी। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा कि पुलवामा में कल केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 से अधिक जवान आतंकी हमले में शहीद हो गये। शहीद हुए जवानों में बिहार के भी दो सपूत शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पूरा सदन इस कायराना हमले की कठोरतम शब्दों में भर्त्सना करता है। यह हमला देश की अखंडता और एकजुटता पर है। पूरा बिहार ऐसे समय में एकजुटता के साथ पूरे देश के साथ खड़ा है। ज्ञात हो कि बिहार के दो सपूत हेड कांस्टेबल संजय कुमार सिन्हा एवं कांस्टेबल रतन कुमार ठाकुर कल के आतंकी हमले में शहीद हो गये थे। संजय पटना ज़िले के मसौढ़ी ब्लॉक के तारेगना ड़ीह गांव के निवासी थे वहीं रतन ठाकुर भागलपुर के कहलगांव के रहनेवाले थे। संजय 8 फरवरी को ड्यूटी पर गये थे। उन्होंने जाने से पूर्व अपने परिजनों से कहा था कि 15 दिनों बाद आएंगे तो बड़ी बेटी की शादी को फाइनल करेंगे। लेकिन उनका यह सपना पूरा नहीं हो सका। उनकी दो पुत्रियां हैं और एक पुत्र है। उनके छोटे भाई शंकर सिंह भी सीआरपीएफ में हैं और वे नालंदा ज़िले में तैनात है। ठीक उसी तरह रतन ठाकुर का पुरा परिवार भागलपुर में रहता हैं। रतन की पत्नी गर्भवती है और उनको चार वर्ष का एक पुत्र भी है। शहीद रतन के पिता निरंजन ठाकुर ने बताया कि रतन ने एक बजे फोन कर बताया था कि वह श्रीनगर के रास्ते में है और कैम्प पहुँच कर फोन कर लेगा। लेकिन फिर फोन नहीं आया। रात आठ बजे पता चला कि रतन की गाड़ी पर आतंकी हमला हुआ है और में बिस्फोट में वह वीरगति को प्राप्त कर गया। निरंजन ने आगे कहा कि उनका दूसरा लड़का मिलन ठाकुर है जो फौज में शामिल होकर आतंकियों से बदला लेना चाहता है। निरंजन ने भी खुद पाकिस्तान को सबक सिखाने के वास्ते बंदूक उठा लेने की बात कही। आतंकियों की इस करतूत का मुँहतोड़ जबाब देने की अपील लोगों में केंन्द्र सरकार से की है। अब वक्त आ गया है कि ऐसी ताकतों को परास्त किया जाये।
(विमल कुमार सिंह)