इंटर परीक्षा 6 से, तैयारी पूरी
अरवल : इंटर परीक्षा 6 फरवरी से शुरू होने वाली है। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने पूरी तरह तैयारी में जुट गयी है। इंटर परीक्षा कदाचार मुक्त एवं शांतिपूर्ण वातावरण में लेने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर तैयारी की जा रही है। जिले में इंटर परीक्षा कदाचार मुक्त एवं शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए 13 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसमें 5 केंद्र पर केवल लडकियों के लिए और 8 परीक्षा केंद्र लड़कों के लिए बनाये गये हैं। जिले में प्लस टू जी ए उच्च विद्यालय, प्लस टू बालिका उच्च विद्यालय, प्लस टू उमैराबाद उच्च विद्यालय, गोदानी सिंह महाविद्यालय अरवल, फतेहपुर संडा महाविद्यालय फतेहपुर संडा, असेंबली ऑफ गॉड स्कूल ऑफ एजुकेशन सकरी, प्लस टू उच्च विद्यालय करपी, प्लस टू उच्च विद्यालय मिर्जापुर, प्लस टू उच्च विद्यालय किंजर, रामचरित्र सिंह महाविद्यालय कुर्था, शहीद जगदेव प्रसाद महाविद्यालय कुर्था, प्लस टू उच्च विद्यालय सच्चई, प्लस टू उच्च विद्यालय इटवा को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। आदर्श परीक्षा केंद्र में प्लस टू जीए उच्च विद्यालय, प्लस टू बालिका उच्च विद्यालय, प्लस टू उच्च विद्यालय सच्चई एवं गोदानी सिंह महाविद्यालय अरवल को आदर्श परीक्षा केंद्र बनाया गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ओम प्रकाश सिह ने बताया कि इंटर परीक्षा 6 फरवरी से 16 फरवरी तक आयोजित होगा। इसके लिए सभी केंद्र अधीक्षक को दिशा निर्देश दिए गये हैं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया है कि एक बेंच पर दो ही परीक्षार्थी बैठेंगे। किसी भी हाल में दो परीक्षार्थी से ज्यादा एक बेंच पर नहीं बैठेंगे। साथ ही 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक होंगे। सभी शिक्षक अपने अपने रूम में परीक्षा से पहले सभी परीक्षार्थी का जांच कर लेंगे एवं प्रमाण पत्र देंगे कि हमारे रूम में कदाचार नहीं होगा। उसके बाद भी कदाचार करते हुए अगर परीक्षार्थी पकड़े जाते हैं तो इसके लिए वीक्षक ही जिम्मेवार होंगे। कदाचार में पकड़े जाने पर परीक्षार्थी के साथ साथ वीक्षक पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि जिले में कुल 20 हजार तीन सौ तेइस छात्र छात्रा इंटर परीक्षा में शामिल होंगे। इसके लिए सात सौ प्च्चास वीक्षक को ड्यूटी पर लगाया गया है। सभी परीक्षा केंद्र के अगल-बगल धारा 144 लागू रहेगा।
वाणभट्ट जयंती व प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन
अरवल : अखिल भारतीय भट्ट ब्राह्मण महासभा द्वारा स्थानीय नगर भवन में प्रतिभा सम्मान एवं बाणभट्ट जयंती का आयोजन किया गया। उद्घाटन प्रदेश अध्यक्ष जनार्दन शर्मा जोगी ने दीप जलाकर किया। उद्घाटन के बाद बाणभट्ट के चित्र पर माल्यार्पण भी किया गया। उसके बाद आयोजकों द्वारा बाणभट्ट गाथा की प्रस्तुति की गयी। इस मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उद्घाटनकर्ता ने कहा कि सभी लोगों को बाणभट्ट के बताए हुए रास्तों को अनुकरण करना चाहिए। उनके पद चिन्हों पर चलना चाहिए। तभी देश एवं राज्य का कल्याण हो सकता है। इसके लिए अखिल भारतीय श्री भट्ट ब्राह्मण महासभा को एकजुट होने का भी आग्रह किया। इस प्रतिभा सम्मान एवं बाणभट्ट जयंती समारोह में विभिन्न जिलों से 7 प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया गया। इस दौरान अखिल भारतीय श्री भट्ट ब्राह्मण महासभा का जिला इकाई का भी गठन किया गया जिसमें अध्यक्ष मिथलेश राय, उपाध्यक्ष भुनेशवर राय, बंगाली राय, भूषण राय, दीनानाथ राय, विजय कुमार राय को बनाया गया। जबकि महासचिव शशिभूषण भट्ट को बनाया गया है उपसचिव तपन राय धीरेन्द्र कुमार राय, डॉक्टर प्रभाकर कुमार, सत्येंद्र कुमार राय, प्रमोद कुमार राय को बनाया गया है। कोषाध्यक्ष रामाधार महाराज ,उप कोषाध्यक्ष राजेंद्र राय ,संगठन मंत्री अरबिंद कुमार राय, रामगति सिह भट, टुनटुन कुमार राय, सुनील कुमार राय, व प्रभाकर कुमार राय को बनाया गया। मीडिया प्रभारी शैलेश कुमार को बनाया गया है। कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने उपस्थित हुए।
बिहटा-औरंगाबाद रेलखंड के निर्माण का रास्ता साफ
अरवल : भाजयुमो के प्रदेश प्रवक्ता धर्मेन्द्र तिवारी कहा कि बिहटा-औरंगाबाद रेलखंड के निर्माण का रास्ता साफ हो चुका है। प्रधानमन्त्री करेंगे बिहटा औरंगाबाद रेलवे लाइन का शिलान्यास। जल्द ही तिथि का घोषणा हो जायेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अंतरिम बजट में इसके लिए राशि स्वीकृत कर दी है। इस साल के अंतरिम बजट में इस रेल परियोजना के लिए 25 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है। मुख्य बजट में शेष राशि का भी आवंटन हो जाएगा। पिछले दस वर्षों में इस परियोजना के लिए मात्र 2.5 करोड़ रुपए का हीं आवंटन हुआ था। इस साल के अंतरिम बजट में पिछले दस साल की तुलना में दस गुनी ज्यादा राशि आवंटित कर दी गई है। तिवारी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा माननीय वित्त मंत्री पीयूष गोयल जी का हृदय से आभार व अभिनंदन करता हूं।
एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल का दिखने लगा असर
अरवल : बिहार राज्य चिकित्सा कर्मचारी संघ इंटक के आह्वान पर 102 एंबुलेंस कर्मचारियों के हडताल का असर दिखने लगा है। आज सदर अस्पताल से तीन बजे तक 9 मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा मुहैया कराने के लिए पीएमसीएच के लिए रेफर किया गया। जिसमें जो सक्षम मरीज थे वो निजी वाहन ठीक कर इलाज कराने गये। लेकिन जो सक्षम नहीं थे वो अरवल में ही या अपने सुविधानुसार दुसरे जगह इलाज के लिए गये। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार किसी तरह का व्यवस्था नही किया गया। एम्बुलेंस सेवा कर्मी 1 फरवरी से सात फरवरी तक हडताल पर है। एम्बुलेंस कर्मियों के हडताल के कारण सदर अस्पताल से बाहर रेफर होने वाले मरीजो को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रेफर हुए मरीजो को उसके परिजन बाहर ले जाने में असमर्थ भी दिखाई दिए। हडताल के दौरान एंबुलेंस कर्मियों ने अस्पताल परिसर में धरना भी दिया। जिसे संघ के नेताओ ने संबोधित किया।
30वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया गया
अरवल : समाहरणालय सभाकक्ष में 30वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन स्थानीय विधायक रविंद्र सिंह, डीएम सतीश कुमार सिंह, कुर्था विधायक प्रतिनिधि आनंद वर्मा एवं मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष अभिषेक रंजन ने संयुक्त रूप से की। इस मौके पर स्थानीय विधायक ने कहा कि वर्तमान समय में सड़कों पर दुर्घटना की संख्या बढ़ रही जिसके कारण बेवजह लोगों को काल के गाल में जाना पड़ रहा है या फिर उन्हें विकलांगता को स्वीकार करना पड़ रहा है। सुरक्षा सप्ताह मनाने का मुख्य उद्देश्य है कि लोगों को सड़कों पर सावधानी के लिए जागरूक किया जाए। ट्रैफिक नियमों की जानकारी सभी लोग को प्राप्त हो इसके लिए स्कूल कॉलेज एवं अन्य शिक्षण संस्थान में बच्चों को पहले प्रशिक्षित करें ताकि प्रशिक्षित बच्चे अपने अपने नजदीक के लोगों को भी ट्रैफिक नियमों की जानकारी दें। मुखिया संघ जिलाध्यक्ष ने कहा कि जब सभी लोग ट्रैफिक नियमों से अवगत हो जाएंगे तो सड़क दुर्घटना मैं काफी कमी हो जाएगी इसके लिए समाज के सभी प्रबुद्ध लोगों को अपने अपने गांव टोले के लोगों को जागरूक करें कार्यक्रम में डीएम ने कहा के थोड़ी सी लापरवाही के कारण सड़क दुर्घटना हो जाती अधिकांश दुर्घटना में देखा जाता है कि ज्यादातर मौतें हेड इंजरी के कारण होता है ऐसी स्थिति में प्रत्येक लोग हेलमेट का उपयोग करें फोर व्हीलर के चालक बेल्ट का उपयोग अवश्य करें उन्होंने कहा की सभी चालको को ट्रैफिक नियमों की पूरी जानकारी होनी चाहिए इसके लिए सभी को प्रशिक्षित किया जाएगा
अरवल में रालोसपा के बंद से परेशानी
अरवल : राजभवन मार्च के दौरान पूर्व केन्द्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में रालोसपा ने बिहार बंद का आयोजन किया जिसका असर अरवल में सुबह से ही देखने को मिला। प्रातः 8:00 बजे से रालोसपा कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए ।लाठी डंडा झंडा बैनर के साथ समर्थक सड़क को जाम किया। जिस के समर्थन में महागठबंधन के घटक दल राजद के कार्यकर्ता भी सड़क पर उतर गए ।8:00 बजे से लगा जाम 3:00 बजे समाप्त हुआ। इस दौरान बंद समर्थक जहानाबाद मोड़ पर सड़क पर बैठ कर विरोध जताया। जहां 28 दिन से लगातार अपनी मांग के लिए हड़ताल पर डटे रसोइया ने भी प्रदर्शन और धरना दिया। इस दौरान आवागमन पूरी तरह ठप रहा। व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी लगभग बंद रहा ।बंद का असर सरकारी कार्यालय पर भी देखा गया ।जहां कार्यालय तो खुला था लेकिन काम के लिए आने वाले की भीड़ नहीं थी। जाम में कई यात्री वाहन में फंसे रहे ।जिस पर सवार यात्रियों को परेशानी भी झेलना पड़ा ।बाजार बंद होने के कारण जाम में फंसे यात्री को इधर-उधर भटकते भी देखा गया।
बारकोडिंग को लेकर महिला हेल्पलाइन कार्यालय का निरीक्षण
अरवल : जिला पदाधिकारी सतीश कुमार सिंह ने बारकोडिंग को लेकर महिला हेल्पलाइन के पूर्व कार्यालय का निरीक्षण किया। निर्देश देते हुए कहा कि इसी भवन में बारकोडिंग किया जाएगा। इसके लिए सभी तरह की तैयारियां पूरी करने का निर्देश दिया।जिला पदाधिकारी ने उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया कि अपने देखरेख में बारकोड को पूरी तरह तैयारी करा लें ।ताकि किसी तरह की परेशानी ना हो ।उसके बाद जिला परिवहन कार्यालय को भी निरीक्षण किया ।जिला पदाधिकारी ने जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि परिवहन कार्यालय का नया भवन बन चुका है उसमें जाकर परिवहन कार्यालय चलाएं ।इसको हर हाल में खाली करते हुए नए परिवहन कार्यालय में चलाना सुनिश्चित करें ।नए परिवहन भवन मे सभी सुविधा से लैस है ।वहां चल जाने से परिवहन के काम कराने वाले लोगों को काफी सहूलियत मिलेगा। जिला पदाधिकारी ने बताया कि 4 फरवरी को कार्यपालक सहायक के लिए कंप्यूटर टाइपिंग का परीक्षा लेना था। लेकिन स्थगित करना पड़ा। अब यह परीक्षा 11 फरवरी को आयोजित किया जायेगा।
इस मौके पर उप विकास आयुक्त राजेश कुमार आईसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी रचना सिह वरीय उप समाहर्ता राजेशकुमार सहित कई वरिये पदाधिकारी मौजूद थे।
एंबुलेंस कर्मियों की हडताल का असर
अरवल : एंबुलेंस कर्मचारीयों के हडताल का असर दिखने लगा है। एम्बुलेंस कर्मियों के हडताल के कारण मरीजो को रेफर नही किया गया। मालुम हो कि एम्बुलेंस कर्मी सात दिनों के लिए हडताल पर है। हडताल कर्मियों के हडताल के कारण अस्पताल प्रबन्धन द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था नही किया गया। सदर अस्पताल से रोगियों को रेफर नही किया गया। एम्बुलेंस सेवा कर्मी 1 फरवरी से सात फरवरी तक हडताल पर है। एम्बुलेंस कर्मियों के हडताल के कारण सदर अस्पताल से बाहर रेफर होने वाले मरीजो को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रेफर हुए मरीजो को उसके परिजन बाहर ले जाने में असमर्थ भी दिखाई दिए। हडताल के दौरान एंबुलेंस कर्मी अस्पताल परिसर में धरना भी दिया। धरना का नेतृत्व संघ के जिला संयोजक सुनील कुमार जिला अध्यक्ष रवि शंकर शर्मा ने किया। इस दौरान वक्ताओं ने कि हम लोग में सर कटोरिया पशुपति नाथ डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड एवं सम्मान फाउंडेशन के तहत कार्य कर रहे हैं जहां हमारा मानसिक और आर्थिक शोषण किया जा रहा है ।हम काम के प्रति हमेशा तैनात रहते हैं लेकिन हमें समय पर मेहनत आना भी नहीं मिलता है चालक कुशल श्रमिकों तकनीशियन अति कुशल श्रमिक की श्रेणी में आते हैं लेकिन चालक के साथ हजार और तकनीशियन को 8हजार मासिक वेतन दिया जाता है जो न्यूनतम मजदूरी से भी कम है।
लाभप्रद है मौनी अमावस्या
अरवल : कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली अमावस्या को माघी अमावस्या भी कहते हैं। यह तिथि बेहद पवित्र मानी जाती है। इस दिन किसी भी पवित्र नदी में स्नान कर के अन्न, वस्त्र और धन का दान करने से जीवन के सभी पाप धुल जाते हैं। इस दिन पितरों का तर्पण भी किया जाता है। ऐसा करने से उन्हें शांति मिलती है।
इस दिन मौन रहने से पुण्य लोक, मुनि लोक की प्राप्ति होती है। मौनी अमावस्या के दिन कई लोग कुछ खास उपाय करते हैं जिससे घर की सुख-समृद्धि में बढ़ोत्तरी होती है।
मौनी अमावस्या के मौके पर सोन पुनपुन में डुबकी लगाने के लिए सोमवार को प्रखंड के आस पास के लोग सोन नदी में डुबकी लगाई। ऐसा माना जाता है कि मौनी अमावस्या के दिन सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए। इस दिन जल्दी उठकर पूजा पाठ करना चाहिए। अमावस्या की रात श्मशान घाट या उसके आस-पास नहीं घूमना चाहिए। इस दिन सुबह जल्दी उठें और मौन रहते हुए पानी में काले तिल डालकर स्नान करें। यह शुभ होता है।
एक और अहम बात कही जाती है कि इस दिन स्त्री और पुरुष को शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए। मौनी अमावस्या पर यौन संबंध बनाने से पैदा होने वाली संतान को जीवन में कई तरह के कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इन चीजों से जितना हो सके बचना चाहिए।
मौनी अमावस्या का दिन देवता और पितरों का माना जाता है। इसलिए इस दिन पितरों को खुश करने के लिए जहां तक हो सके अपने गुस्से पर काबू रखें। किसी से बिना वजह गाली गलौज मारपीट न करें। शांत रहकर भगवान का नाम लें।
ऐसा कहा जाता है कि इस दिन बरगद, मेहंदी और पीपल के पेड़ के नीचे जाने से बचना चाहिए। मान्यता है कि इस दिनों पेड़ों पर आत्माओं का वास रहता है और अमावस्या के दिन वो और भी शक्तिशाली हो जाती हैं। इसलिए ऐसे पेड़ों के नीचे न जाएं। जिले भर के श्रद्धालु पवित्र नदी सहित कहीं सरोवर घर आदि में स्नान कर विधिवत पूजा किया और ब्राह्मणों को दान भी दिया मां की अमावस्या पर स्नान के लिए सोन नदी में तांता लगा रहा जिस में महिलाओं की संख्या अधिक थी किधर ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों ने अपने अपने घर में मोनी अमावस्या के व्रत रख पूजा अर्चना की और अपने और अपने परिवारों के लिए भगवान से प्रार्थना किया सोमवार के दिन अमावस्या होने के कारण सोमवती अमावस्या को महिलाओं ने अपने पति के दीर्घायु होने के लिए पीपल के वृक्ष नीचे परिक्रमा एवं पूजा अर्चना भी की जगह जगह पीपल के वृक्ष के नीचे महिलाएं टोली बनाकर पूजा-अर्चना करती देखी गई।
(राहुल हिमांशु)