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बिहार में सिने उद्योग को बढ़ाने के लिए यहीं काम करना जरुरी : किरणकांत वर्मा

पटना। बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम लि. द्वारा ‘बिहार में सिनेमा’ विषय पर सिने संवाद नामक एक व्याख्यानमाला की शुरुआत की गई। रिचर्ड अटेनबरो की फिल्म ‘गांधी’ से अपना फिल्मी सफर शुरू करने वाले प्रसिद्ध फिल्मकार किरणकांत वर्मा ने व्याख्यानमाला की पहली कड़ी में बतौर मुख्य वक्ता संबोधित करते हुए कहा कि बिहार से कई लोग मुंबई जाकर अपना नाम कमाए हैं। लेकिन, बिहार के फिल्म उद्योग को बढ़ावा देना है, तो यहीं रहकर फिल्म निर्माण करना होगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने कई फिल्में बनायीं, जिसमें अधिकतर का काम बिहार में ही किया। लेकिन, आधारभूत संरचना के अभाव में उन्हें मुंबई का रुख करना पड़ा। वर्मा ने कहा कि करीब 30 साल तक मुंबई में रहकर फिल्म बनाने के बाद अब उन्होंने निर्णय लिया है कि वे बिहार में ही रहकर फिल्में बनाएंगे। बिहार के सिने उद्योग में कमियों पर बोलते हुए फिल्मकार ने कहा कि यहां पेशेवर व्यवहार की कमी है और इसलिए तकनिशियनों की भी कमी है। यह फिल्मकारों का दायित्व है कि वे नए तकनीशियन तैयार करें। बिहार में सरकार के स्तर पर भी पहल हो और शूटिंग जैसे कार्यों को आसान बनाया जाए।

जानेमाने फिल्म विश्लेषक प्रो. जय देव ने कहा कि इस व्याख्यानमाला में बिहार में सिनेमा की स्थिति, चुनौतियां, संभावनाएं, बाजार आदि विषय व्याख्यान होंगे। इसके लिए फिल्मकार, कलाकार, फिल्म समीक्षक, फिल्म विश्लेषक, फिल्म इतिहासकार, फिल्म अध्येयता आदि को व्याख्यानमाला के लिए आमंत्रित किया जाएगा। इस व्याख्यानमाला का उद्देश्य सिनेमा के क्षेत्र के बिहार के योगदान को रेखांकित करना और सिनेमा की अच्छी संस्कृति को बढ़ावा देना है। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के सहयोग से बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम लि. के कार्यालय परिसर में इसका आयोजन किया जाना है। कार्यक्रम का संचालन फिल्मकार प्रशांत रंजन ने किया।
इससे पूर्व बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम लि. के परामर्शी डी.के. सिंह ने आमंत्रित वक्ता को पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र तथा स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर डॉ. शांति जैन, मो. चिरागुद्दीन अंसारी, सुधीर ठाकुर, अरविंद तिवारी, ओमप्रकाश सिंह, संजीव कुमार, आलोक कुमार, अभिलाष दत्त, प्रभात रंजन शाही, प्रियस्वरा भारती समेत शहर के सिने प्रेमी तथा जनसंचार के छात्र बड़ी संख्या में उपस्थित थे।