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कौन हैं पद्मभूषण पाने वाले बिहार के छह लाल?

पटना : 2019 का गणतंत्र दिवस बिहार के लिए यादगार रहेगा। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत सरकार द्वारा वाला यह वह सम्मान है जो किसी क्षेत्र में किए गए विशिष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। भाजपा नेता हुकुम देव नारायण यादव, भागीरथी देवी, राजकुमारी देवी, गोदावरी दत्त, ज्योति कुमारी सिन्हा और अभिनेता मनोज वाजपेयी बिहार के वे लाल हैं जिन्हें यह सम्मान राष्ट्रपति द्वारा मिलेगा।
1. भाजपा नेता हुकुम देव नारायण यादव अपने ठेठ देसी अंदाज़ के लिए जाने जाते हैं। बतौर सांसद हुकुम नारायण यादव की उपस्थिति, सदन की हर कारवाई में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने और उनके कई वर्षों के निरंतर राजनीति में योगदान को देखते हुए उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार दिया गया है।
2. 65 वर्षीय भागीरथी देवी भाजपा की विधायक हैं और महादलित समाज से आती हैं। अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत इन्होंने स्वीपर के तौर पर की। शुरू से ही महादलितों, वंचितों की आवाज़ उठाने का काम किया। उनके अधिकार के लिए संघर्ष करने और आवाज़ उठाने के लिए उन्हें सम्मानित किया गया है।
3. गोदावरी दत्त को मधुबनी पेंटिंग को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने का श्रेय जाता है। गोदावरी दत्त ने अपना पूरा जीवन मधुबनी पेंटिंग के विकास और उसके प्रचार प्रसार में लगा दिया। उनके इसी योगदान को देखते हुए उन्हें इस सम्मान से नवाजा गया है।
4. कृषि के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य करने के चलते मुज़्ज़फरपुर की किसान चाची राजकुमारी देवी को इस सम्मान के लिए चुना गया है। किसानों के बीच रहकर कृषि से जुड़ी सारी तकनीक की जानकारी किसानों को देती हैं। यह कार्य राजकुमारी देवी पिछले 20 वर्षों से कर रही हैं। प्यार से लोग इन्हें “किसान चाची” भी कहते हैं। किसान चाची के गुण को आज पूरे देश मे नई पहचान मिली है।
5. पूर्व आईपीएस अधिकारी ज्योति कुमार सिन्हा ने अपना सारा जीवन भारतीय गुप्तचर संस्था(रॉ) में बिताया। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने एक स्कूल खोला और उसमें मुसहर बच्चों के निशुल्क पढ़ने की व्यवस्था की। अपने इस काम के चलते देश-विदेश तक उनकी ख्याति फैल गई।
6. बिहार के बेतिया जिला के रहनेवाले मनोज वाजपेयी को उनके जबरदस्त अभिनय के लिए जाना जाता है। दो बार नेशनल अवार्ड जीत चुके मनोज वाजपेयी अर्थपूर्ण और सामाजिक मुद्दों पर आधारित फिल्मों में काम करने के लिए भी जाने जाते हैं। थिएटर और नाटकों में काम करने वाले मनोज को इन्हीं विशिष्ट योगदान के लिए पद्म श्री दिया गया है।
मानस दुबे