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बालिका गृह कांड में सीबीआई के रडार पर कई अधिकारी

मुजफ्फरपुर: बालिका गृह यौनशोषण मामले में कई और विभागीय अधिकारी सीबीआई की रडार पर आ गए हैं। ब्रजेश ठाकुर के मैनेजर रामाशंकर सिंह उर्फ मास्टर और मधु के भांजे मो. साहिल उर्फ विक्की से रिमांड पर सीबीआई की पूछताछ में जो बातें सामने आयी हैं, वे मुजफ्फरुपर से लेकर पटना तक समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को शक के दायरे में लाने वाली हैं। दोनों ने बालिका गृह की फंडिंग व राशि की बंदरबांट को लेकर सीबीआई को कई महत्वपूर्ण सुराग दिये हैं। इस आधार पर सीबीआई की टीम तेजी से छानबीन कर रही है।
सूत्रों की मानें तो रामाशंकर और विक्की से मिले नए तथ्यों के आधार पर सीबीआई समाज कल्याण विभाग से पूर्व में जब्त फाइलों को खंगाल रही है। इसमें कई प्रकार की विसंगतियां सामने आयी हैं। इस संबंध में सीबीआई विभागीय अधिकारियों से पूछताछ करने की तैयारी में है। वहीं सीबीआई की दूसरी टीम विभागीय अधिकारी और कर्मचारियों के बैंक खातों की भी गोपनीय तरीके से जांच कर रही है। आयकर विभाग से भी संपर्क किया गया है। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा सकी है।
सीबीआई सूत्रों की मानें तो विभाग में सरकारी राशि के गबन की भी संभावना है। हालांकि, यह उनकी जांच का हिस्सा नहीं है। इसके बावजूद सीबीआई इससे समाज कल्याण विभाग के मुख्यालय को जरूर अवगत कराएगी। मिठनपुरा स्थित कैंप कार्यालय में सीबीआई की टीम समाज कल्याण विभाग के वर्ष 2013 से लेकर 31 मई 2018 तक की फाइलों को खंगाल रही है।

पहले मधुबनी, फिर मोकामा भेजी गईं संवासनियां

बालिका गृह कांड से सुर्खियों में आये मुजफ्फरपुर के बाद मधुबनी बालिका गृह से सात लड़कियों को मोकामा भेज दिया गया है। ये वही लड़कियां हैं जो मुजफ्फरपुर बालिका गृह से मधुबनी बालिका गृह भेजी गई थीं। समाज कल्याण विभाग के निदेशक के पत्र के आलोक में इन लड़कियों को यहां से हटाया गया है। जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरपुर से दो चरणों में कुल 22 लड़कियों को मधुबनी बालिका गृह भेजा गया था। उसमें से पहले चरण में करीब एक माह पहले पांच लड़कियों को मोकामा भेजा गया था। उसके बाद रविवार को सात लड़कियों को फिर मोकामा भेजा गया। मुजफ्फरपुर से आई लड़कियों में सात लड़कियां मधुबनी बालिका गृह में अभी और बची हैं। वहीं दो लड़कियां अपने माता-पिता के साथ घर भेज दी गईं। शेष एक लड़की बालिका गृह से भाग गई थी।
समाज कल्याण विभाग की प्रभारी सहायक निदेशक रश्मि वर्मा ने कहा कि मधुबनी बालिका गृह से लड़कियों को हटाने के लिए कई बार विभाग को पत्रचार किया गया है। यहां की व्यवस्था में कई खामियां हैं। चरणबद्ध तरीके से लड़कियों को हटाया जा रहा है। बता दें कि कांड के खुलासे के बाद मधुबनी बालिका गृह में 14 और पटना व मोकामा बालिका गृह में 16-16 लड़कियों को भेजा गया था।

अजय पांडेय