नवादा : सेविका—सहायिका चयन में नवादा जिलांतर्गत अकबरपुर सीडीपीओ की मनमानी से आवेदिकाएं परेशान हैं। परेशान एक आवेदिका ने समाहर्ता से न्याय की गुहार लगाई है। न्याय नहीं मिलने पर समाहर्ता परिसर में आमरण अनशन की उसने चेतावनी दी है।
अकबरपुर प्रखंड नेमदारगंज गांव के शमीमा खातुन पतिअनिश अख्तर का आरोप है कि आंगनबाङी सहायिका के लिए मैपिंग 479(5) के तहत उसने अपना आवेदन दाखिल कराया था। पर्यवेक्षक अनुप्रिया द्वारा 13 जून 2018 द्वारा जारी सूचि के अनुसार वह एकमात्र आवेदिका थी। इसके लिए नेमदारगंज सामुदायिक भवन में 10 अगस्त 2018 को आमसभा का आयोजन किया गया। एकमात्र आवेदिका होने के कारण हमें नियुक्ति पत्र उपलब्ध कराया जाना था। आमसभा के पांच माह से अधिक का समय व्यतीत हो गया है लेकिन अबतक नियुक्ति पत्र उपलब्ध नहीं कराया गया है। आरोप है कि नये सिरे से नियुक्ति के लिए आवेदन लेने की साजिश की जा रही है ताकि सीडीपीओ की मनमानी चल सके। ऐसे में उसे नियुक्ति से बंचित किया जा रहा है । उन्होंने समाहर्ता से मामले की जांच कर नियुक्ति पत्र उपलब्ध कराने की मांग की है ।ऐसा न होने पर समाहर्ता के पास आमरण अनशन की चेतावनी दी है।
बीडीओ ने की अनियमितता की जांच
अकबरपुर बीडीओ नौशाद आलम सिद्दिकी ने आंगनबाङी सेविका चयन में सीडीपीओ द्वारा बरती गयी अनियमितता की जांच की। जांच के क्रम में की गयी शिकायत को सही पाया। प्रतिवेदन जिला प्रोग्राम पदाधिकारी को भेजा गया है। मामला बलिया बुजुर्ग पंचायत वार्ड नम्बर 9 से जुङा है। बताया जाता है कि आंगनबाङी कोड संख्या 249 वार्ड नम्बर 09 के लिए आंगनबाङी सेविका का चयन किया जाना था। सुमन कुमारी भारती पति जितेन्द्र कुमार का आरोप है कि गलत सर्वेक्षण के तहत मतदाता सूची में सारिका कुमारी का नाम दर्ज होने से उसका चयन कर लिया गया है । मूल रूप से वह वार्ड संख्या 12 की निवासी है जो वर्तमान में वार्ड नम्बर 07 में घर बनाकर रह रही है । ऐसे में उसकी नियुक्ति अबैध है। इस बावत समाहर्ता को आवेदन दे कार्रवाई के साथ नियुक्ति को निरस्त करने का अनुरोध किया था। समाहर्ता ने बीडीओ से पत्रांक 1629 दिनांक 29 दिसम्बर 2018 के द्वारा जांच कर प्रतिवेदन भेजने का निर्देश दिया था जिसके आलोक में जांच की है।