सेस्टो बॉल एशिया चैंपियनशिप में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को स्थानीय विधायक ने किया सम्मानित
अरवल – थाईलैंड और श्रीलंका में सेस्टोबॉल एशिया चैंपियनशिप में जिले की सुश्री अनन्या कुमारी एवं रमता कुमार भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे जो कि दोनों टीम महिला एवं पुरुषों वर्गों में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतकर जिले के साथ-साथ देश का नाम रोशन करने का काम किया है। खिलाड़ियों की उपलब्धि तमाम लोगों को गौरवान्वित कर रहा है। खिलाड़ी रमता वर्मा के पैतृक गांव पहुंच कर स्थानीय विधायक महानंद सिंह ने भव्य तरीके से स्वागत किया।
विधायक ने कहा कि हमारे जिले का गर्व की बात है जो हमारे एक छोटे से जिले से एक छोटी सी परिवार से इतनी बड़ी जीत हासिल करके हमारे जिले के नाम रोशन किया वही दिल्ली पब्लिक स्कूल तेजपुरा निदेशक धर्मेंद्र कुमार के द्वारा स्वागत किया गया भारत के प्रतिनिधित्व करने वाले सभी देश के खिलाड़ियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दिए हैं और उन्होंने बताया कि जो मेरे जिले से अनन्या कुमारी ,रमता कुमार जो भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे जो अरवल जैसे छोटे जिले से निकलकर पूरा अरवल पूरा बिहार का मान सम्मान बढ़ाने का काम किया खिलाड़ियों को गोल्ड मेडल लेकर आने पर अरवल जिला के तरफ से मैं जितना प्रशंसा करूंगा उतना ही मेरे लिए कम होगा।
आगे उन्होंने कहा कि मैं उन खिलाड़ियों के माता-पिता को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने अपने बच्चो को इस काबिल बनाया। कोच, अविनाश कुमार एवं दिल्ली पब्लिक स्कूल के शारीरिक शिक्षक के अथक प्रयास के कारण अरवल जिले के बेटा बेटी देश के लिए गोल्ड मेडल लेकर आए हैं। मैं अविनाश कुमार को भी जितना प्रशंसा करूंगा उतना ही मेरे लिए कम होगा।
यादव महासभा अरवल ने रेजांगला के शहीदों को पुष्प अर्पित कर दिया श्रद्धांजलि
अरवल – अखिल भारत वर्षीय यादव महासभा जिला इकाई अरवल द्वारा 1962 के भारत चीन युद्ध रेजांगला में शहीद हुए 114 जवानों का शौर्य दिवस समारोह महासभा कार्यालय में महासभा के जिला अध्यक्ष श्यामसिंह यादव के अध्यक्षता अध्यक्षता में मनाई गई जिसका संचालन युवा जिला अध्यक्ष राहुल यादव ने किया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम शहीद जवानों के सम्मान में बनाए गए शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश महासचिव संजय सिन्हा ने कहा कि सैनिक दुनिया के इतिहास में रेजांगला की लड़ाई अनूठी दस्ता है 1962 के भारत चीन युद्ध में रेजांगलामें तैनात 13वीं कुमाऊं रेजीमेंट के चार्ली कंपनी जिसे अहीर कंपनी भी कहा जाता था क्योंकि इसमें अहीर जवान ही भरती किए जाते थे इस चार्ली कंपनी के 120 अहीर जवानों ने करीब तीन हजार चीनी सैनिकों के सैलाब को न सिर्फ रोका बल्कि आगे बढ़ने से रोक दिया तथा डटकर मुकाबला किया था इस युद्ध में एक और जहां भारतीय सैनिकों के पास पुराने हथियार थे जो अंग्रेजों द्वारा छोड़े गए थे जबकि चीन के सैनिक अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे भारतीय जवानों के अद्भुत वीरता देखकर चीनी सैनिक कांप उठी।
युद्ध लड़ते-लड़ते जब भारतीय सैनिकों के गोला बारूद खत्म हो गए तब वह अपने कुशल युद्ध नीति से चीनी सैनिकों को अपने जाल में फसाया तथा चाकू छुरे राइफल के बट से तथा चीनियों को उठा उठा कर पत्थर पर पटक पटक कर मारने लगे। इन्हीं जवानों के जज्बे का परिणाम था कि रेजांगला मोर्चे पर भीषण हार के बाद 21 नवंबर 1962 को चीन ने एक तरफा युद्ध विराम की घोषणा की तथा चीनी रेडियो पैकिंग से खबर प्रसारित किया कि चीन का सबसे ज्यादा नुकसान जंगल मोर्चे पर हुआ इस लड़ाई में चार्ली कंपनी के लड़ रहे 120 अहीर जवानों में से 114 अहीर जवान चीनी सैनिकों के तीन हजार जवानों को मारते हुए शहीद हो गए थे।
युद्ध के बाद भारत सरकार द्वारा शहीद सैनिकों के सम्मान में शहीद स्मारक बनाकर अहीर धाम घोषित कर सम्मान दिया गया। इस कार्यक्रम में सर्वसम्मति से भारत सरकार से रेजांगला के शहीदों के सम्मान में भारतीय थल सेना में अहीर रेजिमेंट के गठन की मांग की गई इस कार्यक्रम में निम्न लोग शामिल हुए कैप्टन राम पदारथ सिंह सरजून यादव जगदीश यादव कृष्ण सिंह राजेंद्र सिंह उमेश्वर प्रसाद के साथ-साथ अन्य युवा साथी उपस्थित हुए।
खरना के प्रसाद ग्रहण करने के बाद निर्जला उपवास शुरू
अरवल -चार दिवसीय छठ पूजा अनुष्ठान के दूसरे दिन व्रतियों ने पूरे दिन उपवास रखकर संध्या में स्नान ध्यान के बाद खरना का प्रसाद बनाने में जुट गयी। सबसे पहले मिट्टी के चूल्हे पर आम के लकड़ी द्वारा गुड का खीर बनाया गया। फिर घी लगे रोटी,खीर एवं फलों को थाल में सजाकर व्रतियों ने छठी मैया की विधिवत आराधना कर प्रसाद ग्रहण किया। व्रतियों के प्रसाद ग्रहण करने के बाद परिजन एवं सगे संबंधियों को बुलाकर उनके बीच प्रसाद वितरण किया गया व्रतियों के 36 घंटों का निर्जला उपवास शुरू हो गया।
व्रत को लेकर पूरे जिले क्षेत्र में भक्ति का माहौल कायम हो गया है। सभी छठ घाट एवं घर घर में छठी मैया के गीत से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो उठा है।रविवार को अस्तलगामी भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित किया जाएगा। जिसके लिए पूजन सामग्री की खरीदारी के लिए बाजारों में भीड़ उमड़ पड़ी है। एक तरफ जहां फलों का दाम आसमान छू रहा है वही महंगाई पर आस्था भारी दिख रही है।
अश्लील नाच प्रोग्राम को लेकर किया गया प्राथमिकी दर्ज
अरवल -जिले के कलेर प्रखंड क्षेत्र के सकरी खुर्द पंचायत अंतर्गत तवकला गांव में लक्ष्मी पूजा समापन कार्यक्रम के दौरान अश्लील नाच प्रोग्राम करने को लेकर परासी थाना में आयोजक सहित 20 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इस संबंध में बताया जा रहा है की लक्ष्मी पूजा संपन्न होने के बाद तवकला गांव में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें पूरी रात अश्लील गीतों के साथ नाच प्रोग्राम किया जा रहा था। कार्यक्रम में सकरी खुर्द पंचायत के मुखिया पति कुंदन कुमार भी उपस्थित थे।
नाच के दौरान नर्तकी संघ मुखियापती के अश्लील हरकतें करते देख ग्रामीणों ने उसकी वीडियो बना ली। किसी ने इस वीडियो को वायरल कर दिया। वायरल वीडियो के आधार पर वरीय पदाधिकारी के दिशा निर्देश पर परासी थाना के द्वारा मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस संबंध में परासी थाना अध्यक्ष कृष्णानंद ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज की गई है, जांच पड़ताल कर कार्रवाई की जाएगी।
खरना के प्रसाद ग्रहण करने के बाद अनुष्ठान का निर्जला उपवास शुरू
अरवल- लोक आस्था के महापर्व के दूसरे दिन छठ व्रतियो ने खरना किया। इसके साथ ही 36 घंटे की शुद्धता और स्वच्छता के साथ निर्जला व्रत की शुरुआत हो गई है।आज अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित किया जाएगा। इसके बाद सोमबार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का समापन होगा। शनिवार को व्रतियों ने निर्जला उपवास रखा और देर शाम भगवान सूर्यदेव का आह्वान कर खरना की पूजा की।
पूजा के बाद व्रतियों ने खरना के प्रसाद ग्रहण किया। पर्व को लेकर छठ मैया के गीत चारो ओर बजने लगे हैं।महापर्व को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी व्रतियों ने पवित्रता के साथ पूजा आराधना की। खरना को लेकर व्रतियों ने स्वच्छता के साथ दूध व गुड़ मिश्रित खीर व रोटी का प्रसाद बनाया। इसके बाद भगवान सूर्यदेव को भोग लगाया। व्रती द्वारा प्रसाद ग्रहण करने के बाद अन्य परिजनों ने प्रसाद खाया। मान्यता है कि छठ पूजा के दूसरे दिन खरना व्रत करने से परिवार में सुख, शांति बनती है। खरना के बाद व्रती पहले अर्घ्य की तैयारी में जुट गई है।
पर्व को लेकर स्थानीय बाजार में दिनभर चहल पहल रही। शहर के एन एच 110 और 139 के किनारे छठ पर्व को लेकर मिट्टी के बर्तन, फल और पूजन सामग्री की दर्जनों अस्थाई दुकानें सजी हैं जहां लोगों ने खरीदारी की पर्व के लिए दउरा, सूप,नारियल, ईंख, नारंगी सहित अन्य फल, पूजन सामग्री की लोगों ने खरीदारी कर रहे हैं। सभी फलों की कीमतों में10 से 20 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई।
उधर सोन नदी के विभिन्न घाटों पर व्रतियों को अर्घ्य देने में असुविधा नही हो। इसके लिए नगर परिषद ने छठ घाटों को सफाई करा रहा हैं जो अब अंतिम चरण में है। ग्रामीण क्षेत्रों में पूजा समिति के द्वारा छठ घाटों के साफ सफाई हो चुकी है सभी घाटों पर लाइटिंग,चेंजिंग रूम का प्रबंध किया जा रहा है।
सूर्य मंदिरों में उमड़ा आस्था का सैलाब
जिले के बैदराबाद, मधुश्रवा, मोथा, अहियापुर लख, भदासी, फखरपुर किजर, पंतीत, बेलसार समेत जिले के प्रमुख सूर्य मंदिरों और नदी-तलाबों के किनारे आज आस्था का सैलाब उमडेगा।और वर्ती अस्पताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे। कई पूजा कमिटी के द्वारा भव्य पंडाल बनाकर भगवान भास्कर की प्रतिमा स्थापित की गई है।
छठ घाटों पर प्रतिनियुक्ति दंडाधिकारी पुलिस पदाधिकारी एवं गोताखोरों को समन्वय संबंधित ली गई जानकारी, दिया गया आवश्यक दिशा निर्देश
अरवल- जिला पदाधिकारी अरवल वर्षा सिंह की अध्यक्षता में छठ पर्व के अवसर पर जिला स्तरीय विधि व्यवस्था की बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित की गई। सर्वप्रथम जिला पदाधिकारी द्वारा उपस्थित सभी लोगों को छठ पर्व की शुभकामनाएं दी गई बैठक मुख्य रूप से सभी छठ घाटों पर संयुक्त रूप से प्रतिनियुक्त किये गये दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी कर्मी एवं गोताखोरो के समन्वय से संबंधित थी। जिसमे जिला पदाधिकारी द्वारा सभी दण्डाधिकारियों से बारी बारी से उनके प्रतिनियुक्त छठ घाट स्थल के व्यवस्थाओं के बारे में पृच्छा की गई एवं निदेश दिया गया कि सभी घाटी पर बैरिकेडिंग, चेजिंग रूम, यातायात, वाहन पार्किंग, साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था कराना सुनिश्चित करेंगे।
उपस्थित दण्डाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों से पृच्छा एवं विचार विमर्श लेने के बाद जिलाधिकारी ने सभी को निदेश दिया गया कि सभी जगहों पर उचित लाईटिंग की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने आगे बताया कि सभी खतरनाक सोनतटीय घाटों एवं अन्य घाटों को चिन्हित कर बैरिकेडिंग का कार्य किया जाये। सभी घाटों को अच्छी तरह से साफ सुथरा रखना है तथा पर्याप्त मात्रा में लाइट की व्यवस्था करनी है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन हेतु अनुज्ञप्ति को अनिवार्यता रहेगी।
सभी छठ घाटों पर एक-एक कॉन्ट्रोल रूम की व्यवस्था लाउडस्पीकर के साथ की जाए। सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अचलाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सभी छठ घाट जाने वाले रास्तों का उचित तरीके से निरीक्षण करें एवं महत्त्वपूर्ण छठ घाटों पर जहाँ भीड़ की संभावना ज्यादा रहती है, वहाँ पर यातायात पार्किंग, गोताखोर का विशेष ध्यान रखेंगे। जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि जिन छठ घाटों पर गहराई एवं खतरे की संभावना है।
वहाँ पर खतरे के निशान वाला फ्लैक्स, बैनर एवं सूचना पट्ट प्रदर्शित करना सुनिश्चित करेंगे सभी उपस्थित पदाधिकारियों को यह निर्देशित किया गया कि छठ पूजा के दौरान पुरी सर्तकता से विधि व्यवस्था का ध्यान रखेंगे एवं छठ पूजा खत्म होने के बाद कम से कम कुछ घंटों तक छठ घाट पर उपस्थित रहना सुनिश्चित करेंगे। जिससे की किसी भी तरह की जानमाल की हानि ना होने पायें बैठक में पुलिस अधीक्षक, अपर समाहर्ता, जिला आपूर्ति पदाधिकारी उप विकास आयुक्त, विशेष कार्य पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहता आपदा पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अचलाधिकारी के साथ विधि व्यवस्था में प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं अन्य मौजूद थे।
नगर परिषद क्षेत्र के अहियापुर छठ घाट का जिला पदाधिकारी ने किया निरीक्षण
अरवल- जिला पदाधिकारी, अरवल वर्षा सिंह की मौजूदगी में जिलान्तर्गत अहियापुर छठ घाट का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी द्वारा अहियापुर छठ घाट पर एस डी आर एफ की टीम के साथ बोटिंग के माध्यम से घाट की गहराई एवं सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया। साथ ही छठ घाट पर महिला शौचालय की भी व्यवस्था की गई थी. जिसके लिए जिला पदाधिकारी द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी की प्रशंसा की गई।
इसके अतिरिक्त जिला पदाधिकारी द्वारा घाट पर वैरिकेडिंग, पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था, महिला को वस्त्र बदलने हेतु अस्थाई कमरा घाट पर साफ सफाई की व्यवस्था, गोताखोर की प्रतिनियुक्ति एवं मेडिकल टीम की समुचित व्यवस्था कराने का निदेश दिया गया। छठ घाट पर कोई अनहोनी न हो इसका भी ध्यान रखा जाय इसका भी निदेश दिया गया। निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला आपदा पदाधिकारी, नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
धान अधिप्राप्ति में किसानों को कोई परेशानी ना हो इसका रखें ख्याल- जिला पदाधिकारी
अरवल- जिला पदाधिकारी वर्षा सिंह के कर कमलों द्वारा अरवल जिला अन्तर्गत भदासी पैक्स का उद्घाटन किया गया उद्घाटन के साथ ही धान अधिप्राप्ति वर्ष 2023-24 में धान फसल की अधिप्राप्ति की शुभारम्भ की गई। कार्यक्रम में जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि धान अधिप्राप्ति में छोटे एवं सीमांत किसानों को ज्यादा तरजीह देनी है, जिससे कि उनको इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके। धान अधिप्राप्ति एक सरकार की महत्त्वपूर्ण एवं महत्त्वकाक्षी योजना है, जिसमें किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य सही से प्राप्त हो पाता है।
इसलिए ज्यादा से ज्यादा किसानों तक इसका पहुँच आवश्यक है। साथ ही जिला पदाधिकारी द्वारा पैक्स अधिकारियों को निदेशित किया गया कि सभी किसानों को इसका समुचित लाभ मिले और इस पर सही ढंग से काम किया जाय, ताकि किसी प्रकार की शिकायत ना आने पाए। इसके साथ ही बताया गया कि धान की अधिप्राप्ति वर्ष 2023-24 के अंतर्गत 15 फरवरी 24 तक किया जाएगा। उद्घाटन समारोह में जिला सहकारिता पदाधिकारी जिला कृषि पदाधिकारी के साथ अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
जिले के तीन बालू घाटों से खनन का कार्य प्रारंभ
अरवल -जिला में बालूघाटों का संचालन आरंभ हो गया है। अरवल जिलान्तर्गत कोरियम, मखदुमपुर एवं सोहसा बालूघाट पर बालू का खनन एवं प्रेषण कार्य प्रारंभ हो गया है।
तीन घाटों से बालू खनन से बाजार में बालू की उपलब्धता एवं बाजार मूल्य में गिरावट आएगी, जिससे ग्राहकों को लाभ मिलेगा फिलहाल तीन घाटों का संचालन हो रहा है। अगले महिने तक दो अन्य घाटों पर बालू संचालन की संभावना है। संवेदको को सख्त निदेश दिया गया है कि एकरारनामा में वर्णित नियमों एवं शर्तों का सशब्द अनुपालन करते हुए बालू का व्यापार करेंगे।
कुर्था थानाध्यक्ष के पहल से हाइमास्ट लाईट बनकर हुआ तैयार,लोगों ने थानाध्यक्ष के कार्य को सराहा
कुर्था,अरवल:- थाना परिसर के आसपास को रौशन करने के उद्देश्य से कुर्था थाना के कैंपस में 2007-08 में तत्कालीन कुर्था विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुचित्रा सिन्हा एवं विधान पार्षद तत्कालीन कृषि मंत्री नागमणि के द्वारा मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास कोष की राशि से करीब आठ लाख की लागत से हाई मास्ट लाइट लगाया गया था । लेकिन कुछ महीने जलने के बाद 11 हजार बोल्ट की तार में किसी तरह हाईमास्ट लाइट का तार के संपर्क होने से हाइमास्ट लाइट खराब हो गया था आलम यह था कि हाईमास्ट लाइट लगभग 15 वर्ष से भी अधिक समय होने के बाद भी बन्द पड़ी हुई थी।
जब नए थानाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार ने कुर्था थाने की कमान संभाली तो उनकी नजर इस लाइट पर पड़ी और इसके बारे में जानकारी ली उसके बाद लोगों द्वारा बताया गया कि यह सिर्फ थाने का ही नही आसपास के चारों तरफ रौशनी की प्रकाश से लोगों को फायदा होता है तो उन्होंने तुरंत ही इलेक्ट्रिशन से उसे जांच कराकर उसके खराब कल पुर्जो की लिस्ट बनाकर अपने निजी राशि से उसे बनवाने का फैसला किया तब उसमें एक और पुलिस अवर निरीक्षक दिनेश मंडल ने भी सहयोग देने का फैसला किया और लाइट बनकर तैयार हो गई। हालांकि लाईट बनाने में इलेक्ट्रिशन को चार दिन लगे। छठ पर्व के पूर्व बने लाइट से स्थानीय लोगों में हर्ष ब्याप्त है और लोग थानाध्यक्ष का भूरी भूरी प्रशंशा करते नहीं थक रहे हैं।
वैसे तो पुलिस के बहुत से ऐसे कारनामे होते हैं, जिनमें उन्हें आम जनता को खरी-खोटी सुननी पड़ती है लेकिन कई मर्तबा ऐसा काम भी पुलिस करती है। जिसमें जनता तारीफ करते नहीं थकती अब कुर्था पुलिस की खूब तारीफ हो रही है, वजह है हाईमास्ट लाइट जिससे बस स्टैंड यूनियन बैंक सहित थाना मोड़ के पास अंधेरा से आमलोगों को मुक्ति मिलना। हैरत इस बात की है कि इस मामले को लेकर जनप्रतिनिधि भी मौन बैठे हुए थे। उन्होंने हाईमास्ट लाइट को ठीक करवाना तो दूर कभी इसकी सुध तक लेना भी मुनासिब नहीं समझा विडंबना यह है कि उसी रास्ते से कई मंत्री एवं स्थानीय सांसद प्रतिदिन आते-जाते थे, लेकिन किसी जनप्रतिनिधि की नजर सड़क के निकट थाने में खराब पड़े हाई मास्ट लाइट पर नहीं पड़ा।
बाजारों में खरीदारी के लिए उमड़ी भीड़
कुर्था,अरवल। सूर्योपासना के महापर्व छठ पूजा की खरीदारी को लेकर शनिवार को भी कुर्था बाजार एवं मानिकपुर बाजार में भीड़ रही। लेकिन बड़ी गाड़ियों को न्यू बाईपास से टर्न किये जाने के कारण बहुत हद तक खरीदारों को राहत मिली पुलिस की मूवमेंट बाजार में लगातार देखी गई तथा थानाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार एवं पुलिस अवर निरीक्षक पवन कुमार द्वारा माइकिंग से लगातार एलाउंस की जा रही थी की सड़क किनारे बाईक नहीं लगाए इससे छठ व्रतियों को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं पुलिस निरीक्षक द्वारा भी विधि व्यवस्था बनाये रखने हेतु ड्यूटी में तैनात पुलिस बल की निगरानी करते रहें।
हालांकि, पर्व का दूसरा दिन होने के कारण पर्व से जुड़े सामान की कीमतों में थोड़ी नरमी देखी गई, खासकर वैसे सामान जिसकी बिक्री छठ पूजा पर ही विशेष रूप से होती है। कद्दू सामान्य दिनों के भाव में बिकने लगा। ईख की कीमत 60 रुपए जोड़ा से घटकर 30-40 रुपए जोड़ा पर आ गयी। केला के थोक भाव में भी आंशिक गिरावट देखी गई। कुर्था बाजार में शनिवार को भी अपेक्षाकृत काफी भीड़ थी। पर्व के सामान को विक्री को लेकर सड़कों के किनारे अस्थायी ठेलों व दुकानों पर खरीदारों की भीड़ लगी रही। खाजा, लड्डू आदि मिठाईयों के अलावा फलों की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ लगी रही।
छठ घाट का जोरो शोरो से की जा रही सजावट
कुर्था,अरवल। छठ पर्व के दूसरे दिन शनिवार को सूर्यदेव को रविवार के दिन संध्याकालीन अर्घ्य देने के लिए छठ घाटों की सजावट का काम अंतिम चरण में है। शनिवार की सुबह से ही छठ पूजा समिति के सदस्यों ने तालाब घाटों को जोड़ने वाली सड़कों की सफाई में जुटे रहें। तालाबों और नदियों के किनारे घाट पर रंग-बिरंगी लाइट लगायी जा रही है। कई लोग अपने घरों पर ही कृत्रिम घाट का निर्माण कर छठ पर्व कर रहे हैं।
साथ ही घरों की छतों पर भी सजावट की जा रही है। घाटों से आने-जाने वाली मुख्य सड़कों पर रॉलेक्स, गुब्बारे और फूलों से सजावट की जा रही है। छठ पूजा समितियों द्वारा सड़कों पर रंगोली और स्वागत के लिए तोरण द्वार बनाए गए हैं। रंगीन एलईडी बल्बों से पूरे घाट को सजाया जा रहा है। सड़कों पर भी एलईडी बल्बों के जरिये बेहतरीन सजावट दिख रही है। कुर्था प्राचीन सूर्यमंदिर का तालाब आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां की पूजा समिति के द्वारा बेहतर व्यवस्था की गई है इसके अलावा घाट पर भव्य पंडाल का निर्माण और रंग-बिरंगी एलईडी लाइट से पंडाल और घाट को सजाया गया है।
इस बार नगर पंचायत कुर्था द्वारा भी सीसीटीवी, तालाब में बैरिकेडिंग, अस्थायी महिला शौचालय,चेंजिंग रूम,पानी की टेंकलोरी,हेल्प डेस्क की व्यवस्था की गई है। पूजा समिति के अध्यक्ष अशोक चौरसिया ने बताया कि कमेटी के सदस्य कई वर्षों से प्राचीन सूर्य मंदिर परिसर में पंडाल निर्माण, माइक, लाइटिंग, चेंजिंग रूम और घाटों की सजावट किया गया है। इस तालाब पर कई क्षेत्रों के श्रद्धालु भी दर्शन और मनोरंजन के लिए आते हैं।
कुर्था थानाध्यक्ष ने लिया छठ घाट का जायजा
कुर्था,अरवल। लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर शनिवार को पुलिस इंस्पेक्टर उमाशंकर सिंह एवं थानाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार ने पंचतीर्थ सूर्य मंदिर घाट एवं कुर्था प्राचीन सूर्यमंदिर घाट का निरीक्षण किया।
इस दौरान थानाध्यक्ष ने छठ घाटों पर बेरिकेडिंग एवं वाहनों की पार्किंग सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जिसमे उन्होंने पंचतीर्थ में गोताखोर से बैरिकेडिंग करने के दौरान दिशा निर्देश दिया। वहीं पूजा कमिटी के लोगों से बात कर उनके द्वारा की जा व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। इस मौके पर पुलिस अवर निरीक्षक पवन कुमार,गोताखोर संघ के अध्यक्ष दुधेश्वर साहनी, पूजा कमिटी के सदस्य अनिल कुमार सहित कई लोग मौजूद थे।
कुर्था में 14 छठ घाटों पर रहेगी मेडिकल टीम
कुर्था,अरवल। छठ पर्व को लेकर प्रशासनिक तैयारी भी चुस्त-दुरुस्त हो रही है। इसको लेकर जिला स्वास्थ्य महकमा भी सजग है कुर्था प्रखंड क्षेत्र स्थित शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के 14 छठ घाटों पर मेडिकल टीम की तैनाती की गई है। प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक शशांक शेखर ने बताया कि छठ को लेकर स्वास्थ्य विभाग की सारी तैयारी हो चुकी है। कुर्था प्रखंड प्रखंड के सभी छठ घाटों पर मेडिकल टीम तैनात रहेगी। इसके तहत पांच एमबीबीएस डॉक्टर दो आयुष डॉक्टर के साथ पांच जीएनएम, सात एएनएम और दो एम्बुलेंस की तैनाती की गई है। जो संवेदनशील जगहों पर तैनात होगी।
व्रतियों ने महापर्व के दूसरे दिन मिट्टी के बने चूल्हे पर आम की लकड़ी से खीर बनाकर लगाया भोग, स्वजनों में बांटा प्रसाद, खरना के साथ 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू
कुर्था,अरवल। स्थानीय प्रखंड क्षेत्र में सूर्योपासना के चार दिवसीय छठ महापर्व के दूसरे दिन शनिवार को व्रतियों ने पूरे विधि-विधान के साथ खरना पूजन किया। खरना पूजन के साथ ही 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया है। परंपरा के अनुसार व्रतियों ने संध्या आम की लकड़ी से मिट्टी के बने चूल्हे पर गुड़ 5 और अरबा चावल की खीर बनाकर भोग अर्पण किया। गुड़ की खीर , रोटी और केले का प्रसाद चढ़ाया। इसके बाद व्रतियों ने खीर का प्रसाद ग्रहण किया। मान्यता है कि इस दिन नमक और अन्य अनाज को हाथ भी नहीं लगाया जाता है। खरना पूजन के बाद व्रतियों के स्वजनों ने प्रसाद ग्रहण किया। जो लोग व्रतियों के घर नहीं पहुंच सके थे, उनके घर प्रसाद पहुंचाया गया।
बता दें कि छठ महापर्व में शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है। छठ पर्व की महत्ता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसके विधि विधान में शहरी क्षेत्र अथवा ग्रामीण परिवेश का अंतर नहीं देखा जाता। वहां तक कि विदेशों में भी इस पर्व को मनाने वाले पूरे पारंपरिक तरीके से मनाते हैं। महापर्व के तीसरे दिन 19 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य अर्घ्य दिया जाएगा। इसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। इसके अगले दिन सोमवार को प्रातः काल में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रती पूजा-अर्चना कर पारण करेंगे। पूजन सामग्री में छठ मैया के लिए तैयार किए गए प्रसाद, फल, गन्ना आदि चीजें होंगी।
अधिकतर महिला व्रती रविवार की भोर से ही घरों में प्रसाद तैयार करना शुरू कर देती हैं। पूजा का प्रसाद व्रतधारी के साथ अन्य महिलाएं तैयार करती हैं। इसमें गेहूं के आटे और गुड़ से तैयार होने वाला ठेकुआ तथा चावल के लड्डू का विशेष महत्व रहता है। पूजन सामग्री के साथ शाम को घाटों में व्रतधारी घंटों पानी में खड़े होकर सूर्य की उपासना करेंगे जब सूर्य अस्ताचल होंगे तो उन्हें अर्घ्य दिया जाएगा। इस दौरान छठ मइया के गीत वातावरण भक्तिमय बना रहता है।
कुर्था से चांदनी कुमारी की रिपोर्ट