Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

Delhi देश-विदेश पटना बिहार अपडेट

विद्यालयों को स्वावलंबी और समर्थ बनाने में सहयोगी बनें पूर्व छात्र : डॉ कृष्ण गोपाल

दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले बिहार झारखंड के विद्या भारती विद्यालयों के स्वावलंबी पूर्व छात्रों का सम्मेलन संपन्न

नई दिल्ली : आज के इस भौतिकवादी अंधी दौर में जहां सभी लोग अपने पुरातन संस्कारों को भूलते जा रहे हैं, वहीं विद्या भारती विद्यालयों से पढ़े हमारे पूर्व छात्र भैया बहनें , उनके विद्यालयों में मिलें अपने संस्कारों को नहीं भूले हैं। हमें अपने पूर्व छात्रों पर गर्व है। उक्त बातें पिछले 19 अगस्त को दिल्ली के राजघाट पर बिहार व झारखंड के विद्या भारती विद्यालयों में पढ़े व दिल्ली एन सी आर में निवास करने वाले स्वावलंबी पूर्व छात्रों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए विद्या भारती के पालक अधिकारी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने कहीं। उन्होंने कहा कि दूसरे विद्यालय व विद्या भारती विद्यालय में पूर्व छात्रों में एक मूलभूत अंतर है, वह यह है कि हमारे विद्या भारती विद्यालयों के पूर्व छात्र दुनिया के किसी भी कोने में चल जाए। लेकिन वे अपने आचार्य के द्वारा मिले संस्कारों के बलबूते पर मातृभूमि की सेवा के लिए हमेशा अग्रसर रहते हैं। हमारे पूर्व छात्रों की यही संस्कार , उन्हें दूसरे अन्य विद्यालयों से अलग करती हैं।
डॉक्टर कृष्ण गोपाल ने सम्मेलन में उपस्थित सभी पूर्व छात्रों का आह्वान करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि हम अपनी थोड़ी सी ऊर्जा अपने विद्यालयों के लिए भी खर्च करें, ताकि हमारे विद्यालय आज के चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो। हमें हमारा विद्यालय – हमारा गौरव के सिद्धांत को अपनाते हुए , अपने विद्यालय को पूरी तरह स्वावलंबी और समर्थ बनाने की दिशा में काम करने की आवश्यकता है।

उल्लेखनीय हो कि पिछले शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में निवास करने वाले बिहार-झारखंड के स्वावलंबी पूर्व छात्रों का गाँधी स्मृति एवं दर्शन समिति, राजघाट, नई दिल्ली में एक भव्य और ऐतिहासिक सम्मेलन संपन्न हुआ। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में आए पूर्व छात्र भैया बहनों का मार्गदर्शन विद्या भारती के पालक अधिकारी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल जी एवं विद्या भारती बिहार – झारखंड के संगठन मंत्री ख्यालीराम जी किया। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता मुंगेर विद्या मंदिर के पूर्व छात्र व दिल्ली विश्वविद्यालय के करोड़ीमल काॅलेज के भौतिक विज्ञान के प्राध्यापक डॉ राकेश पाण्डेय ने किया। सम्मेलन की सारी व्यवस्था विद्या मंदिर, बेतिया के पूर्व छात्र व गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति, राजघाट, नई दिल्ली के निदेशक डॉ ज्वाला प्रसाद के नेतृत्व में संपन्न हुआ।

इस मौके पर विद्या भारती के अखिल भारतीय शिवकुमार जी, दिल्ली प्रांत के संगठन मंत्री व केन्द्रीय प्रचार टोली के सदस्य रवि जी, पूर्व छात्र परिषद् के अखिल भारतीय सह संयोजक राहुल सिंघल, दक्षिण बिहार के प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा, उत्तर बिहार के प्रदेश सह सचिव रामलाल सिंह, पूर्व छात्र परिषद् उत्तर पूर्व क्षेत्र के संयोजक आलोक तिवारी, उत्तर बिहार प्रांत के प्रचार प्रमुख नवीन सिंह परमार , झारखंड प्रांत के विभाग निरीक्षक नीरज जी, पूर्व छात्र परिषद्, उत्तर बिहार प्रांत के संयोजक कौशलेश कुमार सिंह, दक्षिण बिहार प्रांत के संयोजक अनुराग महाराणा ,सह संयोजक अभिषेक कुमार पांडेय , उत्तर बिहार प्रांत के सोशल मीडिया प्रमुख रवि श्रीवास्तव सहित सैकड़ों की संख्या में दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले विद्या भारती विद्यालयों के पूर्व छात्र भैया बहनों की उपस्थित रहीं । कार्यक्रम में अतिथियों का परिचय बेतिया विद्या मंदिर के पूर्व छात्र भैया हेमंत कुमार ने करवाया। वहीं कार्यक्रम में सामुहिक गीत सिवान महावीरी शिशु मंदिर की पूर्व छात्रा बहन अंशुमाली सिन्हा व व्यक्तिगत गीत विद्या मंदिर, सिंदरी के पूर्व छात्र भैया वचनेश त्रिपाठी ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में मंच संचालन सिवान महावीरी शिशु मंदिर के पूर्व छात्र व दिल्ली की प्रतिष्ठित विज्ञान शोध संस्थान, विज्ञान एकेडमी, नई दिल्ली के निदेशक डॉ बसु कुमार ने किया।

पूर्व छात्रों में रहा उत्सव का माहौल, खूब ली गई सेल्फी:

स्वावलंबी पूर्व छात्र सम्मेलन में आए सभी पूर्व छात्रों को आयोजन समिति के सदस्यों द्वारा सभा भवन के प्रवेश द्वार पर चंदन का तिलक लगाकर व सम्मेलन के स्मृति के लिए उपहार सामग्री देकर स्वागत किया गया। वहीं इस मौके पर कार्यक्रम स्थल पर भारी संख्या में पूर्व छात्रों के द्वारा तस्वीरें व माँ भारती के तस्वीर के साथ सेल्फी लेते देखा गया। सम्मेलन में आए पूर्व छात्रों ने सम्मेलन स्थल पर जहां एक दूसरे से मिलकर अलग अलग विषयों पर विचार विमर्श किया वहीं सम्मेलन में सहभोज का भी जमकर लुफ्त उठाया। सम्मेलन में आए पूर्व छात्रों के उत्साह को देखकर यह निश्चित रूप से कहां जा सकता है कि दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले बिहार झारखंड के विद्या भारती विद्यालयों के स्वावलंबी पूर्व छात्रों का यह सम्मेलन अपने आप में काफी सफल रहा।