रामचरित मानस का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान : अश्विनी चौबे
बक्सर : केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा है कि श्रीरामचरित मानस धर्म ग्रंथ का अपमान हिंदुस्तान नहीं सहेगा। जन व जगत का कल्याण रामचरित मानस में ही निहित है। इसमें कोई दो राय नहीं कि भारत विश्व गुरु बनेगा। यही कारण है कि आज भारत को प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ईश्वर का आशीर्वाद व जनता का साथ प्राप्त है जो देश को आत्मनिर्भरता की ओर ले जा रहा है। श्री चौबे दिल्ली के छतरपुर हनुमान मंदिर परिसर में श्री राम कर्मभूमि न्यास सिद्धाश्रम बक्सर एवं नमो सद्भावना समिति हैदराबाद के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित सनातन संस्कृति समागम एवं विश्व गुरु भारत धर्मयज्ञ के मौके पर बोल रहे थे।
छतरपुर हनुमान मंदिर में विश्वगुरु भारत धर्मयज्ञ, जुटे साधु-संत
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नव भारत का निर्माण हो रहा है। कभी भारत दुनिया की ओर देखता था। आज पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। यही नवभारत है जहां आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत के साथ आर्थिक विकास भी हो रहा है। इस अवसर पर विश्व गुरु भारत धर्म यज्ञ में शिरकत कर रहे धर्मगुरुओं ने कहा कि श्री रामचरित मानस पूरे विश्व का ग्रंथ है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य व जगद्गुरु शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण भारत के नव जागरण का प्रतीक है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, महेंद्र मंजुपारा, इन्द्रेश कुमार रहे मौजूद
जगद्गुरु स्वामी अनंताचार्य जी महाराज ने कहा कि यूं तो श्रीराम ब्राह्मंड नायक हैं, केंद्र सरकार को भगवान श्रीराम को राष्ट्रीय देवता, श्री रामचरित मानस को राष्ट्रीय ग्रंथ व सनातन धर्म को राष्ट्रीय धर्म घोषित करना चाहिए। धर्मदास जी महाराज ने कहा कि श्रीरामचरित मानस पूरे विश्व का संविधान है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी इंद्रेश कुमार ने कहा कि एक नेता ने हाल ही में कहा कि जय श्री राम वाले जय सियाराम नहीं बोलते हैं। उन्हें जय श्रीराम व जय सियाराम में फर्क दिखता होगा, लेकिन दोनों का अर्थ एक ही है। उन्होंने कहा कि सनातन सदैव रहने वाला है। शाश्वत व सत्य है। सभी के सुखी व निरोगी होने की कामना करता है। भारत जगतगुरु है। आज का समय हमसभी का है।
जगद्गुरु शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने बढ़ायी शोभा
इस मौके पर केंद्रीय महिला विकास व आयुष राज्यमंत्री डॉ महेंद्र मंजूपारा ने कहा कि यज्ञ में शामिल होने से चित्त प्रसन्न होता है। भारत के विश्वगुरु संकल्प हेतु यज्ञ में जनता बढ़चढ़ कर शामिल हो रही है। यह प्रसन्नता का विषय है। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के सांस्कृतिक धरोहरों को विकसित किया जा रहा है। यह गर्व की बात है। समागम स्थल पर आए हुए साधु-संतों एवं अतिथियों का स्वागत नमो सद्भावना समिति के महासचिव मुरली कृष्ण ने किया। इसके बाद सभी साधु संत एवं अतिथि यज्ञ में शामिल हुए व भगवान शिव की आराधना तथा जलाभिषेक के बाद सभी धर्म संसद में शामिल हुए।