पटना : बिहार की महागठबंधन सरकार में शामिल हम पार्टी के नेता जीतन राम मांझी को आज शुक्रवार के दिन अचानक दिव्य ज्ञान मिला और उन्होंने हिंदुओं के अराध्य भगवान राम पर एक विवादित बयान जड़ दिया। मांझी ने कहा कि रावण भगवान राम से ज्यादा गुणी और महान था। लेकिन यह बात रामचरितमानस में नहीं लिखा गया। इतना ही नहीं, उन्होंने रामचरितमानस को काल्पनिक बताते हुए कहा कि वह खुद भगवान राम को नहीं मानते क्योंकि उनका कोई अस्तित्व ही नहीं है।
बिहार में चुनावी बिसात सेट करने की मौजूदा आपाधापी में मांझी का यह ताजा दिव्य ज्ञान उसी होड़ की एक कड़ी है जो अपने चुनावी फायदे को ध्यान में रख महागठबंधन के नेता दे रहे हैं। कॉमन बात यह कि चाहे नीतीश सरकार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर हों या मांझी, सभी के निशाने पर हिंदुओं की आस्था से जुड़ा रामचरितमानस और भगवान राम ही हैं। चंद्रशेखर से दो कदम आगे निकलते हुए मांझी ने कह दिया कि रामचरितमानस में कई प्रकार की गलत बातें लिखी गई है जिसे हटाया जाना जरूरी है।
मालूम हो कि बिहार में इन दिनों हिंदुओं की धार्मिक आस्था पर लगातार महागठबंधन के नेता विवादित बयान दे रहे हैं। शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने कुछ माह पहले ही रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था जो काफी सुर्खियों में रहा। अब नीतीश कुमार की सरकार में शामिल पार्टी के मुखिया द्वारा फिर भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया गया है। हालांकि जदयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार हिंदू आस्था पर चोट वाले बयानों से असहमति जताते रहे हैं। अब देखना है कि वे मांझी के दिव्य ज्ञान पर क्या स्टैंड लेते हैं।