डबल मीनिंग गानों पर भड़की विधायक, विस में प्रस्ताव पेश
पटना : डबल मीनिंग वाले भोजपुरी गीतों की अश्लीलता पर रोक के लिए बिहार विधानसभा में भी मांग उठनी शुरू हो गई है। सार्वजनिक जगहों पर बजने वाले अश्लील गानों से जहां परिवार वाले आम लोगों का जीना दूभर हो गया वहीं ऐसे गानों ने कांग्रेस विधायक प्रतिमा दास को इस कदर परेशान किया कि उन्होंने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिये इस मुद्दे को सदन में उठा दिया। अब इसपर सदन में चर्चा होगी और संभव है कि इसपर लगाम का एक तंत्र विकसित कर सरकार रोक संबंधी निर्देश जारी कर दे।
विधानसभा में उठाया मुद्दा
विभिन्न त्योहारों, शादी-ब्याह आदि पर बिहार में धड़ल्ले से भोजपुरी गाने बजते हैं। चौंकाने वाली बात यह कि ग्रामीण और शहरी जनता का एक बड़ा वर्ग इन्हें खूब पसंद भी करता है। लेकिन संभ्रांत नागरिक और परिवारी जन अक्सर ऐसी अश्लीलता से परेशानी महसूस करते हैं। वैसे भी आजकर होली के बहाने बिहार के शहरी और ग्रामीण इलाकों में खूब अश्लील भोजपुरी गाने हर तरफ बजने शुरू हो गए हैं। इन गानों में जाति सूचक शब्दों से लेकर अश्लील अर्थ वाले शब्दों का भी धड़ल्ले से इस्तेमाल होता है।
अब ऐसे गानों पर रोक की पहल सियासी गलियारे में स्टार्ट हो गई है। मौजूदा बजट सत्र के दौरान अश्लील भोजपुरी गानों का मुद्दा सदन में उठाते हुए कांग्रेस विधायक प्रतिमा दास ने राज्य सरकार से सवाल पूछे। उन्होंने इस मुद्दे को ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से उठाया। सदन में उन्होंने कहा कि अश्लील गीत सार्वजनिक जगहों पर बजाए जा रहे हैं लेकिन इनपर कोई रोक-टोक नहीं है। ऐसे गीतों को सार्वजनिक जगहों पर बजाने से आम लोगों को शर्मिंदगी होती है। सरकार ने सदन को आश्वासन दिया कि इस मुद्दे पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।