वृद्ध को ले गया देवघर घुमाने, रास्ते में गला दबाकर मार डाला, जमुई के जंगल में फेंका मिला शव, तीन गिरफ्तार
नवादा : जिले के काशीचक थाना क्षेत्र के रेवरा गांव से पिछले 31 जनवरी से गायब वृद्ध के शव को पुलिस ने जमुई जिले सोनो थाना क्षेत्र के बटिया जंगल से घटना के 10 दिनों बाद बरामद कर लिया है। सम्पूर्ण अपहरण पश्चात हत्याकांड का उद्भेदन वैज्ञानिक अनुसंधान से संभव हो पाया है।
पुलिस ने इस मामले में सघन छापेमारी कर हत्या कांड में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस बाबत रविवार की देर शाम वारिसलीगंज थाना में नवादा पुलिस अधीक्षक अम्बरीष राहुल ने प्रेस वार्ता आयोजित कर विस्तृत जानकारी दिया। एसपी ने बताया कि रेवरा ग्रामीण 68 वर्षीय गनौरी सिंह को गांव के ही सोनू कुमार से रुपये का लेनदेन था। वृद्ध जब अपनी राशि की मांग करने लगे तो सोनू ने अपने पांच साथियों के साथ वृद्ध की हत्या की योजना बनाई।
देवघर जाने के लिए ग्रामीण संजय सिंह के पुत्र सोनू कुमार तथा उसी गांव के सन्नी कुमार ने वृद्ध को राजी किया। 31 जनवरी 22 को सुनियोजित साजिश के तहत पांचों आरोपी एक स्विफ्ट कार से देवघर लेकर चले। रास्ते में जमुई जिला के सोनो थाना क्षेत्र के बटिया जंगल में वृद्ध की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को जंगल मे फेंक दिया।
चाचा के नहीं लौटने पर मृतक का भतीजा ने 8 फरवरी 23 को शाहपुर थाने में शिकायत दी। जिसमें, वृद्ध चाचा गनौरी सिंह के अपहरण की आशंका जताते हुए गांव के ही सोनू एवं सन्नी पर घर से बुलाकर साथ ले जाने का जिक्र था। दोनों का मोबाइल नम्बर भी पुलिस को दिया गया था। शिकायत के बाद शाहपुर ओपी प्रभारी वंदना कुमारी ने दोनों आरोपियों का मोबाइल नम्बर डिआइयू टीम को देकर कॉल डिटेल्स और लोकेशन की जानकारी ली।
वैज्ञानिक अनुसंधान में हत्या की गुत्थी सुलझ गई। सबसे पहले पुलिस ने पकरीबरावां एसडीपीओ महेश चौधरी के नेतृत्व में उक्त जंगल से वृद्ध के शव को बरामद किया। उसके बाद मोबाइल लोकेशन के आधार पर शाहपुर ओपी के शाहपुर गांव से ललित कुमार तथा रितेश झा को गिरफ्तार कर थाना लाया।
पूछताछ के आधार पर शाहपुर ओपी के बाजिदपुर गांव में छापेमारी कर घटना में शामिल सोनू कुमार को गिरफ्तार करने में पुलिस सफल हुई। एसपी ने शीघ्र ही घटना के मुख्य आरोपी रेवरा गांव के सोनू एवं सन्नी कुमार को गिरफ्तार करते हुए घटना में प्रयुक्त वाहन मारुति शिफ्ट की बरामद कर लेने की बात कही।मौके पर पकरीबरावां एसडीपीओ महेश चौधरी, मुख्यालय डीएसपी अनिल कुमार, शाहपुर एसएचओ वंदना कुमारी आदि उपस्थित थी।
सड़क दुर्घटना में बाइक सवार की मौत
– सिरदला और रजौली पुलिस की उदासीन रवैये पर चिकित्सक ने जतायी नाराजगी
नवादा : रविवार की देर शाम जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला थाना क्षेत्र के एसएच 70 पर जमुगाय गांव के समीप बोलेरो ने बाइक सवार को जोरदार टक्कर मार दिया। बाइक बिजली पोल से टकरा कर धराशायी हो गयी। बाइक सवार चालक की मौत मौके पर हो गयी। स्थानीय ग्रामीणों द्वारा पीएचसी को घटना की सूचना दी ।सूचना मिलते ही एम्बुलेंस मौके पर पहुच कर लहूलुहान बाइक सवार को उठा कर सिरदला पीएचसी लाया जहां चिकित्सक डॉ ऋषिकांत कुमार ने मृत घोषित कर दिया।मृतक के पैकेट से बरामद मोबाइल से परिजनों को सूचना दिया गया।
मृतक की पहचान रजौली थाना स्थित उपरटंडा निवासी उदय सिंह के पुत्र बलिराज कुमार सिंह के रूप में किया गया ।मृतक के परिजनों के मुताबिक बलिराज ठेकाही स्थित अपनी मौसी के यहां आया हुआ था ,जहां से देर शाम युवक बाइक से घर लौट रहा था, इसी बीच जमुगाय गांव के समीप बोलेरो ने बाइक में टक्कर मार दिया जिसमे बाइक सवार चालक उछल कर सड़क किनारे खड़ी बिजली पोल से टकरा गया और युवक की मौके पर ही मौत हो गयी। सड़क हादसे में बलिराज की मौत की सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक प्रकाशवीर ने गहरी संवेदना प्रकट किया है।
गौरतलब है कि सड़क दुर्घटना में युवक की मौत की सूचना के बाद भी स्थानीय सिरदला पुलिस विधि व्यवस्था संधारण करने को ले पीएचसी पहुंचने की जहमत नहीं उठायी।पीएचसी में बढ़ती भीड़ को देख चिकित्सक द्वारा सिरदला पुलिस को बार बार सूचना दी गयी। मामले की गंभीरता को देखते हुए बीडीओ डॉ राजेश कुमार दिनकर ने भी सिरदला पुलिस को पीएचसी पहुचने का आग्रह किया, लेकिन सिरदला पुलिस ने घटनास्थल रजौली क्षेत्र में होने की बात कह पल्ला झाड़ लिया।
चिकित्सक द्वारा रजौली पुलिस को भी सूचना दिया गया, लेकिन वहां से भी क्षेत्राधिकार में नहीं होने का हवाला देकर पल्ला झाड़ लिया।मौके पर मौजूद चिकित्सक डॉ ऋषि कांत कुमार ने दोनों थाना की कार्यशैली पर गहरी नाराजगी जताते हुए पुलिसिंग का घोर लापरवाही बताया। अगर किसी प्रकार का विधि व्यवस्था बिगड़ती है तो इसका जिम्मेवार पुलिस प्रशासन होगी।समाचार संकलन तक बाइक सवार मृतक का शव सिरदला पीएचसी में ही पड़ा था। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो रहा था। दोनों थाना के पुलिस के उदासीन रवैये को लेकर पीड़ित परिजन कोसते दिखे।
शिक्षिका ने पति के सहयोग से खोला जिले का पहला वृद्धाश्रम
नवादा : आज के भौतिक युग में संयुक्त परिवार की अवधारणा समाप्त हो रही है। बुजुर्गों की सेवा संतानों को बोझ लगने लगी है और भरा पूरा परिवार होने के बावजूद वृद्धजन बेसहारा हो रहे हैं, लेकिन ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो इस स्वार्थी समाज को आइना दिखा रही हैं।
शिक्षिका शारदा कुमारी भी उन्हीं में से है जिन्होंने बुजुर्गों के लिए ना सिर्फ अपने घर के दरवाजे खोले बल्कि घर को ही वृद्धाश्रम में तब्दील कर दिया है। बुजुर्गों के लिए यहां खाने पीने की व्यवस्था से लेकर आरामदायक जीवन गुजारने के तमाम प्रबंध कर दिए गए हैं। पलंग से लेकर नल, बेसिन, टीवी सब व्यवस्थित हो गया है। इस तरह बिना किसी सरकारी और गैर सरकारी सहायता के शिक्षिका और उसके पति ने अपने दम पर जिला का पहला वृद्धाश्रम शुरू कर दिया है।
औपचारिक रूप से इसका उद्घाटन भी हो गया है और अब बुजुर्गों का इंतजार हो रहा है। कोई भी बेसहारा वृद्ध महिला पुरुष यहां आकर रह सकते हैं। गौरी शंकर आश्रम नाम से खुला यह वृद्धाश्रम नगर के गोंदापुर इलाके में खुला है। आश्रम के मोबाईल न 7903283069 पर फोन कर जानकारी ले सकते हैं। यहां वृद्ध महिला-पुरुष के रहने खाने से लेकर खाने-पीने और दवा तक का बेहतर इंतजाम है। शिक्षिका शारदा कुमारी के द्वारा बनाए गए वृद्धाश्रम की हर ओर चर्चा हो रही है। वहीं लोग इसकी जमकर तारीफ कर रहे हैं।
हर महीने 50,000 रुपए आश्रम पर कर रही खर्च
वृद्धाश्रम को चलाने वाली शारदा कुमारी कोई अधिक धनवान नहीं बल्कि नरहट प्रखंड क्षेत्र के एक स्कूल में नियोजित शिक्षिका है और उनके पति राम अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मी है। बावजूद सेवा की भावना ऐसी कि पत्नी ने अपनी पूरी सैलरी (लगभग 40,000 प्रति माह ) वृद्ध आश्रम को समर्पित किया है साथ ही पति के वेतन से भी 10000 रुपए प्रति माह देने का वादा लिया है। शारदा बताती है कि अपने घर में वृद्धाश्रम चलाऊंगी तो किराया नहीं लगेगा । हर महीने अपनी सैलरी के 40 हजार तथा पति की सैलरी से 10,000 यानी कुल मिलाकर 50000 प्रतिमाह वृद्ध आश्रम पर खर्च करूंगी।
बुजुर्गों को दुखी देख मिली प्रेरणा
शारदा बताती है कि वृद्ध आश्रम खोलने की प्रेरणा 30 साल पहले मिल चुकी थी। बचपन में 30 सदस्यों वाले भरे पूरे परिवार के बुजुर्ग को इधर उधर भटकते देखा था तो उस दृश्य ने मेरे मन को झकझोर दिया। मन में संकल्प आया कि इस वृद्ध की देखभाल की जाती तो यह इस तरह नहीं होता। तभी से उनके मन में वृद्धों की सेवा की भावना जागी। बाद में पढ़ाई और घर परिवार में लगी रही।
वृद्धाश्रम नहीं घर जैसा माहौल
इस वृद्धाश्रम की सबसे बड़ी बात यह रहेगी कि यहां रहने वाले बुजुर्गों को वृद्धाश्रम जैसा महसूस नहीं होगा बल्कि वे शारदा के परिवार के साथ ही मिलजुल कर रहेंगे। उन्होंने अपने परिवार के साथ-साथ 15- 20 बुजुर्गों का साझा परिवार बनाने के लिए व्यवस्था किया है। कहती हैं कि सिर्फ मैं ही नहीं मेरा पूरा परिवार सेवा को ही अपना धर्म मानता हैं। बुजुर्गों को खुद अपने से बना कर भोजन कराउंगी।
जर्मनी से आई बहू को भा रहा सनातन संस्कार
नवादा : सात समंदर पार जर्मनी की गोरी मेम को सनातन का संस्कार इतना भाया कि श्रीमद् भागवत कथा यज्ञ में शामिल होने के लिए जर्मनी से भारत आ गई। जिले के नरहट प्रखंड के बेरौटा गांव की बहू जर्मनी की लारिसा बेला अपनी एक अन्य जर्मन मित्र थ्रेसा स्मिथ के साथ बेरौटा पहुंची है।
श्रीमद्भागवत कथा यज्ञ की शुरुआत थी और भव्य कलश यात्रा आयोजित की गई थी। लारीसा और थ्रेसा दोनों ने न केवल कलश यात्रा में शामिल हुई बल्कि कलश में पवित्र जल भरकर माथे पर धारण किया और पैदल मंदिर तक पहुंची।
3 किलोमीटर की यात्रा के दौरान लारीसा और थ्रेसा दोनों सनातनी जयकारे पर जयकारा करती दिखी । कुल 251 महिलाओं और कन्याओं ने लगभग 3 किलोमीटर पैदल तक चलकर श्रद्धा भाव के साथ कलश यात्रा पूरी की। कलश यात्रा की शुरुआत बेरौटा के प्रसिद्ध मां तारा देवी मंदिर परिसर से शुरू हुई। कलश यात्रा के दौरान भक्ति के साथ महिलाओं ने कलश लेकर और भक्त पुरुष भागवत झंडे के साथ जयकारा लगाते हुए चल रहे थे।
मुख्य यजमान की अगुवाई में कलश यात्रा भारी जय घोष के साथ झिकरुआ के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर के पास पहुंची। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश में जल भरा गया। फिर वापस बेरौटा पहुंचकर कलश स्थापित किया गया । इस दौरान श्रद्धालुओं ने राधे राधे, जय श्री राम, जय कृष्णा आदि के जयकारे लगाकर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। अयोध्या से आए संतों की टोली ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश स्थापन कराया।
सात दिवसीय भागवत ज्ञान कथा व्यास डॉ राघवेंद्र आचार्य जी महाराज के द्वारा 7 दिनों तक प्रवचन होगा। 19 फरवरी को पूर्णाहुति के साथ ज्ञान यज्ञ का समापन हो जाएगा। इस दौरान ग्रामीण टुनटुन सिंह नवल किशोर सिंह चांदो महतो उमेश महतो विरेंद्र कुमार साकेत सिंह गोलू सिंह बम सिंह महेंद्र प्रसाद मेहता सत्येंद्र कुमार धर्मेंद्र प्रसाद आदि इस धार्मिक अनुष्ठान में सफल बनाने के लिए लगे हुए हैं।
बिहार इप्टा के 16वें राज्य सम्मेलन में दिखेगा जिले के कलाकारों का जलवा, सारण में 25 व 26 फरवरी को आयोजित होगा दो दिवसीय 16वां राज्याधिवेशन
नवादा : जिले के कोशिश फाउंडेशन बुधौल के सभागार में जिले से जुड़े इप्टा की एक बैठक कवित्री वीणा कुमारी मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए जिला इप्टा के अध्यक्ष व वरिष्ठ संस्कृतिकर्मी नरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि इप्टा का 16वां राज्याधिवेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष रणवीर सिंह की स्मृति में समर्पित है। सम्मेलन 25 व 26 फरवरी को श्रीधर बाबा दारोगा प्रसाद राय इंटर कालेज, भेल्दी, सारण के पुनीत राय नगर में होगा। उन्होंने कहा कि सम्मेलन का मुख्य मंच सुप्रसिद्ध लोक कलाकार पद्मश्री रामचंद्र मांझी के नाम से जाना जाएगा।
सम्मेलन निर्भय निर्गुण गुण रे गाऊंगा के तर्ज पर हर रोज शाम 4 बजे से रंगारंग राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव के रूप में आयोजित होगा, जिसमें जांघिया, धोबिया, झिझिया, पामरिया, डोमकच, झूमर तथा बिदेशिया लोक नृत्य एवं पारंपरिक मगही, भोजपुरी, मैथिली गीत-संगीत के साथ नाटक व जन गीत की प्रस्तुति की जायेगी। वीणा मिश्रा ने कहा कि सम्मेलन में नवादा से लगभग एक दर्जन कलाकारों का जत्था अपनी कलात्मक प्रदर्शन से लोगों को ध्यान आकृष्ट करेंगे। सुरेश शर्मा ने कहा कि सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों एवं कलाकारों का चुनाव जिला कार्यकारिणी द्वारा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सम्मेलन की सफलता को लेकर सारी तैयारियां पूरी की जा चुकीं हैं। मौके पर पंकज कुमार धीर, बंटी कुमार, रेजा तस्लीम, मंसूर खान नादां, राजकमल, सुरेश शर्मा, चन्द्रमौली कुमार, मनोज कुमार, राम नरेश कुमार, निशा कुमारी तथा राजकुमार सहित काफी संख्या में साहित्यकार व संस्कृति कर्मियों ने अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कर मगही लोक नाट्य परंपरा को पुनर्स्थापित करने में इप्टा की भूमिका को सराहा। बैठक का धन्यवाद ज्ञापन राजकमल ने किया।
जद यू नेता बलियावी बोले :- रामदेव का लश्कर-ए-तैयबा से कनेक्शन
– मोदी को पाकिस्तान से डर है तो मुसलमानों को फौज में लाएं
नवादा : जद यू के वरिष्ठ नेता पूर्व एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी ने रविवार को पीएम मोदी, रामदेव बाबा और बाबा बागेश्वर पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को अगर पाकिस्तान से डर लगता है तो वो 30 प्रतिशत मुसलमानों को फौज में भर्ती करें। हम जवाब दे देंगे। उन्होंने रामदेव का लश्कर-ए-तैयबा से कनेक्शन बताया और बाबा बागेश्वर को बहरूपिया तक कह दिया। नगर में रविवार को मरकजी इदारा-ए-शरिया की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस दौरान गुलाम रसूल बलियावी ने ये बयान दिया।
गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि मुसलमानों की सुरक्षा के लिए कानून की जरूरत है।रामदेव को लेकर कहा कि उनकी जमीन और प्रोडेक्ट्स की जांच होनी चाहिए। ये प्रोडेक्ट्स कहां बनते हैं इसकी भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने खुले मंच से रामदेव पर निशाना साधते हुए कहा कि रामदेव भारतीय नहीं है। उनका पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा से कनेक्शन है। इसकी भी जांच होनी चाहिए। रामदेव की संपत्ति की भी जांच की जानी चाहिए।रामदेव की जमीन और प्रोडेक्ट्स की जांच होनी चाहिए।
फौज में 30% मुसलमानों को जगह दें मोदी बलियावी ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान से निपटने में डर लग रहा है तो फौज में सिर्फ 30% मुसलमानों को जगह देकर देखें। जब पाकिस्तान मिसाइल बनाकर भारत को दिखा रहा था तो कोई नागपुर से बाबा जवाब देने नहीं आए थे। एक मुसलमान का बेटा ही सामने आया था। जिसका नाम डा एपीजे अब्दुल कलाम है।
बाबा बागेश्वर को बताया बहरूपिया
गुलाम रसूल बलियावी ने बाबा बागेश्वर पर भी निशाना साधा । उन्होंने कहा कि बाबा बागेश्वर बहरूपिया हैं। पता नहीं वह कौन है, क्या है, उनके बारे में नहीं जानते, लेकिन हम देश के संविधान और अदालत को जानते, इस तरह के बहरूपिया की जगह हमारे देश में नहीं है। वो कपड़ा और मेकअप करके हमारे देश को गुमराह नहीं कर सकता है।
गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि देश में दलितों की तरह मुसलमानों के लिए एक्ट बनना चाहिए। मुसलमानों की सेफ्टी के लिए कानून बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दहेज के बिना शादी कीजिए। कोई दहेज लेता है और उसके बारे में जानकारी होती है तो सोशल मीडिया पर वायरल कीजिए। दहेज लेने वाले लोगों की शादी में शामिल नहीं होना है। दहेज बहुत ही बुरी चीज है। इससे दूर रहिए।
प्रारंभिक शिक्षकों के लिए घोषित अवकाश तालिका का हुआ विमोचन, स्कूलों में होगा वितरित
नवादा : जिले के प्रारंभिक शिक्षकों के लिए घोषित अवकाश तालिका का विमोचन बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष ब्रजनंदन शर्मा, महासचिव नागेंद्र नाथ शर्मा, प्रदेश के कोषाध्यक्ष अयोध्या पासवान, वरीय उपाध्यक्ष नुनुमणि सिंह एवं राज्य के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज कुमार के द्वारा संघ भवन में किया गया।
जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षकों के लिए अवकाश तालिका को टेबल कैलेंडर के रूप में नए कलेवर में शिक्षकों के बीच विद्यालय वार वितरित किया जाएगा। इससे शिक्षकों को सहूलियत होगी। मौके पर जिला संघ के प्रधान सचिव ब्रजकिशोर प्रसाद सिंह, राज्य कार्यकारिणी सदस्य शंभू प्रसाद सिंह, मिथिलेश प्रसाद सिंह तथा प्रदेश प्रवक्ता प्रेमचंद आदि मौजूद थे।
मांझी ने अनुयाइयों को दिलाई श्री बाबू की याद
– जमिंदारी प्रथा वह देवघर मंदिर में महादलितों का प्रवेश ऐतिहासिक कदम
नवादा : हिंदुस्तान आवामी मोर्चा(सेक्युलर) के गरीब संपर्क यात्रा के दूसरे दिन पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और अनुसूचित जाति – जनजाति विभाग के मंत्री डा संतोष कुमार सुमन ने सोमवार को बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डा श्रीकृष्ण सिंह की जन्मभूमि नरहट प्रखंड क्षेत्र के आदर्श ग्राम खनवां पहुंचे। गर्भ गृह व स्मारक पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मांझी ने कहा कि मगध में एक से एक योद्धा पैदा हुए जो राज्य और देश के राजनीति को बहुत हद तक आंदोलित किए हैं। उसी में एक नाम आगे बढ़कर आता है श्री बाबू का। वे बिहार में आजादी के आंदोलन के अग्रदूत थे। उन्होंने जमिंदारी प्रथा को समाप्त कर देवघर मंदिर में महादलितों को प्रवेश कर पूजा का अधिकार दिया। इतना बड़ा काम स्वतंत्र भारत में किसी ने नहीं किया। खनवां उनकी जन्मभूमि है तो माउर कर्मभूमी।
श्री बाबू ने यहां बचपन का समय बिताया। उन्होंने बुनियादी बात और बुनियादी सवाल को लेकर समाज व राजनीति को एक नई दिशा दी। पूर्व सीएम ने कहा कि हमलोगों की यात्रा से एक फोकस राजनीति में आएगा और उस फोकस के माध्यम से श्री बाबू द्वारा चलाए गए जो कार्य हैं उसको आगे बढ़ाने में सुविधा होगी। इधर,गरीब संपर्क यात्रा मौके पर जनसभा को संबोधित करते हुए जीतनराम मांझी ने कहा कि गरीब संपर्क यात्रा का मकसद गरीबों को उनका हक दिलाना है।
गरीबों को नहीं मिल रहा अधिकार
मांझी ने कहा कि हमने अपने मुख्यमंत्री के कार्यकाल में गरीबों को पांच डिसमिल जमीन देने की घोषणा की थी ताकि उसपर इंदिरा आवास बन सके। यह फायदा मिला या नहीं, यह भी हमलोग को बताइए। गरीबों को जितना हक और अधिकार मिलनी चाहिए, वह नहीं मिल पा रहा है। इसलिए वो इस गरीब सपंर्क यात्रा के दौरान लोगों से जमीनी समस्याओं को सुनकर सीएम के समक्ष समाधान का गुहार लगाएंगे।
जीतन राम मांझी ने शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए समान शिक्षा प्रणाली लागू करने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का बेटा हो या हो भंगी का संतान,सबको शिक्षा एक समान। जब तक इस नारा को चरितार्थ नहीं किया जाएगा, तब तक बाबा साहब के अरमानों को पूरा नहीं किया जा सकता।
मजदूरों व वंचितों को सम्मान दिलाना यात्रा का उद्देश्य
हम(सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कल्याण मंत्री डॉ संतोष कुमार सुमन ने कहा कि गरीब जनसंपर्क यात्रा का मकसद गरीब लोगों में खोया हुआ आत्मसम्मान जगाने के लिए है। गरीब अपनी बातों को जोरदार तरीके से रखें। यह यात्रा सूबे के गरीबों,मजदूरों एवं वंचित को सम्मान एवं अधिकार दिलाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। जब तक देश तथा समाज में गरीबों को सम्मान एवं अधिकार नहीं मिलेगा,तब तक देश का विकास कतई संभव नहीं है। इसके पूर्व नेता दृश्य ने सिरदला में नुक्कड़ सभा को संबोधित किया। खनवां से यात्रा नरहट होते हिसुआ के लिए प्रस्थान किया।
गरीब सम्पर्क यात्रा में साथ साथ पार्टी के विधायक और पूर्व मंत्री डॉ. अनिल कुमार, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव राजेश पांडे, बाराचट्टी विधायक ज्योति मांझी, सिकंदरा विधायक प्रफुल्ल मांझी, हम पार्टी के जिलाध्यक्ष अशोक मांझी,कार्यकारी जिला अध्यक्ष लवकुश कुमार, राजन सिद्दकी, जिला प्रभारी रोमित कुमार सिंह, नन्दलाल मांझी, दिलीप यादव, गीता पासवान, नारायण मांझी, राजेश निराला, पूजा सिंह श्रवण कुमार समेत आदि साथ चल रहे हैं। स्थानीय लोगों में बैजनाथ मांझी, जितेंद्र मांझी, योगी त्यागनाथ, अंकित सिंह आदि शामिल रहे।
मैट्रिक परीक्षा को ले निषेधाज्ञा लागू
नवादा : 14 फरवरी 2023 से प्रारंभ होकर 22 फरवरी 2023 तक होने वाली वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2023 दो पालियों में सम्पन्न होगी। परीक्षावधि प्रथम पाली 09ः30 बजे पूर्वा0 से 12ः45 बजे अप0 तक तथा द्वितीय पाली 01ः45 बजे अप0 से 05ः00 बजे अप0 तक होगी।
जिला संयुक्तादेश के आलोक में उमेश कुमार भारती अनुमंडल दंडाधिकारी सदर एवं आदित्य कुमार पियूष अनुमंडल पदाधिकारी रजौली के द्वारा दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए नवादा शहर में 22, वारिसलीगंज प्रखंड मुख्यालय में 04 एवं हिसुआ प्रखंड मुख्यालय में 03 एवं रजौली प्रखंड मुख्यालय में 07 परीक्षा केन्द्र बनाये गए हैं जहाॅ परीक्षा अवधि के दौरान निषेधाज्ञा लागू किया गया है।
जिसके अन्तर्गत
1. “सभी परीक्षा केन्द्र के आस-पास 500 गज की परिधि में कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र, हथियार, लाठी, गड़ासा, फरसा, चाकू, छुरा, विस्फोटक पदार्थ एवं आग्नेयास्त्रों इत्यादि लेकर नहीं घूमेंगे।
2. सभी परीक्षा केन्द्रों के 500 गज की परिधि अन्तर्गत किसी सार्वजनिक या प्राइवेट स्थान में निम्न काम नहीं करेंगेः- मटरगश्ती करना, परीक्षा से संबंधित कोई भी कागजात, पत्र या अन्य सामग्री वितरित करवाना अथवा उसका अन्यथा प्रचार करना या प्रचार करवाना, ऐसे अन्य कलाप में संलग्न होना जिससे परीक्षा से संचालन या उसकी गोपनीयता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना हो परन्तु इस धारा में अन्तर्विष्ट कोई भी बात ऐसे परीक्षा केन्द्र में ली जा रही परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के सद्भावी कार्यकलापों के संबंध में लागू नहीं होगी।
3. सभी परीक्षा केन्द्रों के निषेधाज्ञा दायरे के अन्तर्गत अथवा परिक्षार्थियों को सुनाई पड़ने की तक दूरी के अन्तर्गत ध्वनि विस्तारक यंत्र का व्यवहार वर्जित रहेगा।
4. परीक्षा केन्द्रों पर कोई भी परीक्षार्थी प्रवेश पत्र पेन आदि के अतिरिक्त अन्य कोई कागजात यथा किताब, नोट बुक, मोबाइल फोन अथवा चिट आदि परीक्षा केन्द्रों के अन्दर नहीं ले जायेंगे।
5. स्वच्छ एवं शांतिपूर्ण परीक्षा संचालन में किसी प्रकार का अवरोध अथवा अशांति उत्पन्न करना वर्जित रहेगा, शासकीय कार्य में लगे पदाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों द्वारा धारित आग्नेयास्त्र इस निषेधाज्ञा परिधि से बाहर रहेगा।
6. कदाचारमुक्त/स्वच्छ और शांतिपूर्ण वातावरण में परीक्षा संचालन में किसी प्रकार का अवरोध एवं अशांति उत्पन्न करना वर्जित रहेगा।
7. परीक्षा केन्द्र के 500 गज की परिधि में फोटो स्टेट, साईवर कैफे आदि की दुकान को बंद रखने का सख्त निर्देश दिया गया है।
8. डीपीआरओ ने बताया कि यह आदेश परीक्षा अवधि दिनांक 14.02.2023 से 22.02.2023 तक लागू रहेगा।