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07 फ़रवरी : नवादा की मुख्य खबरें

केजी रेलखंड पर एक साल में 20 लोगों ने गंवाई जान, आश्रितों को नहीं मिला मुआवजा

नवादा : जिले के केजी रेलवे खंड के विभिन्न स्थानों पर एक वर्ष में 20 लोगों की मौत के बावजूद आश्रितों को अबतक मुआवजा नहीं मिला है। ऐसा अवैध तरीके से रेलवे लाइन को पार करना बताया जा रहा है।औसतन प्रत्येक माह दो मौतें हो रहीं हैं। तमाम जागरूकता और इंतजाम के बावजूद गया क्यूल रेलखंड बार-बार रक्त रंजित हो रहा है। आत्महत्या और दुर्घटना से रेलवे लाइन की पटरी खून से सनती रहती है। हर महीने औसतन दो मौतें हो जाती है। दो महीने में रेलवे पटरियों पर मौत का आंकड़ा करीब डेढ़ गुना बढ़ गया है।

साल 2021 में रेल पटरियों पर लगभग डेढ़ दर्जन मौतें हुई थी, वही इस साल यह आंकड़ा करीब दो दर्जन पार कर चुका है। पिछले एक साल में 20 लोगों की मौत हुई है और यूडी केस दर्ज हुआ है। इसके अलावा करीब आधा दर्जन मौतें ऐसे भी हुई है जिनमें हत्या के संदेह के चलते हत्या का मामला दर्ज हुआ है। यानि जिले के रेल पटरियों पर हर महीने औसतन दो मौतें हो रही हैं।

आत्महत्या, रेलवे लाइन पर लापरवाही के कारण दुर्घटनाएं इन मौतों की वजह बन रही है। इन सबके अलावा एक और सबसे बड़ा कारण है अवैध रेलवे फाटक जहां अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती है। गया-किउल रेल लाईन पर औसतन हर तीन किलोमीटर के बाद खतरे के दरवाजे बने हैं। हर दिन हजारों लोग इसी खतरे के दरवाजे से होकर पार होने को मजबूर है। खतरे के दरवाजे बने जिले के अवैध रेलवे क्रॉसिंग पर औसतन हर साल कहीं न कहीं दुर्घटनाएं हो रही है।

रेलवे लाइन पार करने के क्रम में हो रही दुर्घटनाएं

अवैध तरीके से रेलवे लाइन को पार करना घातक साबित हो रहा है। “सावधानी हटी दुर्घटना घटी’ का स्लोगन रेलवे परिसर क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर रेलवे के द्वारा लिखे जाने के बावजूद यात्रियों की जल्दबाजी उन्हें मौत के मुंह में धकेल देती है। असावधानी के कारण बेसमय अपनी मौत को गले लगाने को विवश हैं। थोड़ी सी चूक के कारण ट्रेन की चपेट में आकर उनकी मौत हो जाती है या फिर उनका कोई अंग भंग हो जाता है और इस कारण वह जिंदगी भर अपंग होकर परिवार के लिए बोझ बन जाते हैं। ट्रेन की पटरियों को पार करना कानूनन जुर्म है। स्थानीय जीआरपी के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 1 वर्षों में 20 लोगों की मौत ट्रेन से कटकर, गिरकर एवं चपेट में आकर हो गई है।

रेलवे क्राॅसिंग पर नहीं लगे बैरियर, घेरना चाहती है रेलवे

जिले में दर्जन भर से अधिक ऐसे जगह है जहां लोग जान को जोखिम में डालकर रेलवे क्रॉसिंग पार करते हैं। काफी लंबे अरसे से कई अवैध रेलवे क्रासिंगों को बैध घोषित कर बैरियर लगाने की मांग की जा रही है , लेकिन यह नहीं हो पा रहा है। सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार और रेलवे के बीच मामला फंसा होने के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा है। अवैध बनकर ये रेलवे क्रासिंग जानलेवा साबित हो रहे हैं।

अनाधिकृत रेल फाटकों पर दुर्घटनाएं आम हो गई है। अबतक सफीगंज,चातर, जलालपुर, बोझमा, खखरी आदि स्थानों पर दुर्घटनाएं हो चुकी है। इन गांवों के पास हजारों लोगों के आवागमन का रास्ता है लेकिन रेलवे यहां क्रॉसिंग नहीं बना कर इसे घेरना चाहती है। रेलवे और स्थानीय लोगों के बीच विवाद के चलते अवैध फाटक दुर्घटना के कारण बन रहे हैं।

नियमों के झोल के चलते मुआवजा से वंचित हैं परिजन

साल 2019 में नवादा रेलवे स्टेशन ट्रेन की चपेट में आकर नवादा सदर प्रखंड नेया और नारदीगंज प्रखंड हरनरायनपुर की दो महिलाओं की मौत हो गई थी।। दोनों मृत महिलाओं के परिजनों ने मुआवजे के लिए आवेदन दिया। 4 सालों से कार्यालयों का चक्कर लगाते रहे लेकिन मुआवजा नहीं मिला। ऐसा अधिकतर के साथ हो रहा है । जबकि नियमों के अनुसार रेल दुर्घटना के बाद रेलवे मुआवजा देता है। यह राशि तय है लेकिन उक्त राशि उसी को मिलती है जिसमें यह माना जाता है कि वह दुर्घटना है। यात्रियों को हुई हानि के मुताबिक यात्रियों को बीमा राशि दी जाती है। रेलवे एक्सीडेंट में यात्री की मौत हो जाने पर करीब 8 से 10 लाख रुपए की बीमित राशि के रूप में मिलती है।

थानाध्यक्ष ने करायी हरे वृक्षों की कटाई?

– प्रशासनिक अधिकारियों की चुप्पी के बाद राजद नेता ने खोला मोर्चा

नवादा : जिले के अकबरपुर थाना परिसर से पूरब कृषि विभाग की भूमि पर लगे दर्जनों शीशम वृक्षों की कटाई कर गायब किये जाने के प्रशासनिक चुप्पी के बावजूद मामला तूल पकड़ने लगा है। आरोप की सीधा थानाध्यक्ष पर लगा है। आरोप कोई और नहीं राजद व्यावसायिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष राजीव कुमार बावी ने लगाया है। इस बावत समाहर्ता व एसपी को आवेदन दे मामले की जांच की मांग की है।

आरोप है कि थानाध्यक्ष ने न केवल हरे वृक्षों की कटाई कराई बल्कि थाना परिसर में अपने निजी उपयोग के लिए फर्नीचरों का निर्माण कराया। पोल खुलता देख लकड़ियों के साथ सामानों को परिसर से रातों रात हटा दिया। उन्होंने इसके कुछ प्रमाण भी अधिकारियों को उपलब्ध कराया है। इसके साथ ही थाना परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर दोषी पाये जाने पर कार्रवाई की गुहार लगाई है। अब जब उक्त मामले में अधिकारियों को आवेदन दिया गया है तो देर सबेर जांच भी होनी तय है। जांच के बाद ही सच्चाई सामने आ पायेगा।

बता दें प्रखंड मुख्यालय चरवाहा विद्यालय के पास थाना परिसर चहारदीवारी से सटे पूरब कृषि विभाग की भूमि पर लगे दर्जनों शीशम वृक्षों की कटाई का मामला सोशल मीडिया लगातार वायरल होने के बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने संज्ञान लेना तक उचित नहीं समझा था। ऐसे में राजद व्यावसायिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष के साहस भरी कदम की चर्चा जोरों पर है। अब सवाल यह है कि क्या सचमुच उक्त मामले में थानाध्यक्ष की संलिप्तता है? यह तो जांच के बाद ही पता चल सकेगा।

राजमार्ग संख्या 31 पर चुंगी के नाम पर अवैध वसूली करते 6 गिरफ्तार

नवादा : जिले के राजमार्ग संख्या 31 पर रजौली बाईपास में वाहनों से चुंगी के नामपर जबरन बसूली करते छह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों के पास से रसीद के अलावा वसूली गरी राशि बरामद की गई है। उपरोक्त कार्रवाई प्रखंड प्रमुख सरोज देवी द्वारा समाहर्ता को दिये गये आवेदन के आलोक में की गई है।

विगत कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि रजौली में राजमार्ग संख्या 31 पर कुछ लोग चुंगी के नाम पर ट्रक, बस एवं अन्य वाहनों से बड़ी बड़ी राशि की रसीद काट रहे है एवं नही देने पर जबरदस्ती मारपीट कर राशि वसूल रहे हैं। इस क्रम में देर रात्रि किए गए ऑपरेशन में पुलिस ने नगर परिषद नवादा के नाम की पर्ची काटकर चुंगी के नाम पर अवैध वसूली करने वाले 6 लोगो को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार व्यक्तियों की तलाशी के क्रम में बड़ी मात्रा में 300, 200,100 रुपए की रसीद मिली है एवं बहुत सारी रसीद कटी हुई है जिससे आंकलन लगाया जा सकता है की लाखो रुपए की अवैध वसूली की गई है। पूछताश के क्रम में वसूली करवाने वाले पनाहगाहों के नाम भी बताए हैं। गौरतलब हो कि चुंगी केवल निर्धारित दर एवं निर्धारित स्थल पर केवल प्राधिकृत व्यक्ति द्वारा ही ली जा सकती है । उपरोक्त मामले में प्राथमिकी दर्ज कर अग्रेतर कार्रवाई आरंभ की गई है।

बंद घर से 5 लाख की चोरी, बच्चे के साथ बेंगलुरु में रह रहा था परिवार

नवादा : जिले के पकरीबरावां थाना क्षेत्र के दिऔरा गांव के बंद घर से चोरों ने चोरी की बड़ी घटना को अंजाम दिया है। चोरों ने करीब पांच लाख रुपए मूल्य की संपत्ति की चोरी कर ली। जिले के पकरीबरामा थाना क्षेत्र के दिऔरा गांव में चोरी की घटना को अंजाम दिया गया है। सभी परिवार बैंगलोर में 1 महीना से रह रहे थे। अचानक जब मंगलवार को गांव पहुंचे तो देखा कि घर का ग्रिल टूटा है और घर में सारा सामान बिखरा पड़ा है। घर में रखा सोना चांदी का कीमती सामान की चोरी हो गई है।

गृहस्वामी निरंजन उर्फ लाली सिंह की पत्नी सुनीता कुमारी ने बताया कि घर में रखा स्वर्णाभूषण समेत कीमती सामानों की चोरी हुई है। उन्होंने बताया कि अंगूठी, झुमका, पायल सहित कई कीमती सामानों की चोरी कर चोर फरार हो गया । एक महीना से सारे परिवार बेंगलुरु में थे । पति बेंगलुरु में ही प्राइवेट काम करते हैं और अपने बच्चे के साथ एक महीना से बेंगलुरु में रह रहे थे।

एक महीना के बाद जैसे ही घर पहुंचे तो देखा कि घर में सारा सामान बिखरा पड़ा है और घर में चोरी हो गया है। चोरी की घटना को देखकर पूरे परिवार में कोहराम मच गया। चोरों ने आराम से पूरे घर में घुसकर चोरी की घटना को अंजाम दिया है। इस बावत पकरीबरावां थानाध्यक्ष ने बताया कि सूचना मिली है। सूचना के आलोक में पुलिस को गांव भेजा गया है। अभी कितनी की चोरी हुई है कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है।

इंटरमीडिएट परीक्षा के छठे दिन नहीं हुआ कोई निष्कासित

नवादा : बिहार इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा के छठे दिन जिले के सभी 37 केन्द्रों पर स्वच्छ, निष्पक्ष, कदाचारमुक्त वातावरण में परीक्षा सम्पन्न हुई। जिला नियंत्रण कक्ष में पल-पल की गतिविधियों की जानकारी मिलती रही। पहली पाली में हिन्दी (साइंस/काॅमर्स) विषय में 19515 परीक्षार्थियों में से 19285 परीक्षार्थी उपस्थित हुए। अनुपस्थित परीक्षार्थियों की संख्या 230 रही।

विज्ञान और कॉमर्स के विद्यार्थियों की परीक्षा संपन्न हो गई ।सभी केंद्रों पर सुरक्षा का पुख्ता व्यवस्था किया गया था जिससे ऐसी कोई अप्रिय घटना की सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को प्राप्त नहीं हुई। प्रभारी जिला पदाधिकारी दीपक कुमार मिश्रा जिला नियंत्रण कक्ष से लगातार निगरानी करते रहे। जिले के सभी 37 केंद्रों पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारीयों को कदाचार मुक्त परीक्षा एवं विधि व्यवस्था संधारण करने के लिए लगातार निर्देश दिया।

द्वितीय पाली में अर्थशास्त्र विषय की परीक्षा हुई जिसमें 2316 परीक्षार्थियों में से 2271 उपस्थित हुए, अनुपस्थित परीक्षार्थियों की संख्या 45 रही। जिले के सभी 37 परीक्षा केन्द्रों पर स्वच्छ, निष्पक्ष और कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन हो रहा है। सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी अपने-अपने निर्धारित परीक्षा केन्द्रों पर लागातार भ्रमण करते हुए कदाचारमुक्त परीक्षा संचालित करा रहे हैं।