पटना : जदयू संसदीय बोर्ड अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने आज मंगलवार को एक न्यूज चैनल से बातचीत में नीतीश और ललन सिंह दोनों को एक साथा निपटाते हुए कहा कि जेडीयू नीतीश कुमार की पार्टी नहीं है। उन्होंने शरद यादव को धकिया कर पार्टी हथिया ली। कुशवाहा ने उनके संसदीय बोर्ड अध्यक्ष पद पर न रहने के ललन सिंह के बयान पर कहा कि नीतीश कुमार अभी कहें, हम परिषद की भी सदस्यता छोड़ देंगे। नीतीश कुमार का फोकस पार्टी पर नहीं है। वे सहूलियत के अनुसार गठबंधन बदलते रहते हैं।
श्री कुशवाहा ने कहा कि वे जदयू को मजबूत करने के अभियान में जुटे हुए हैं। यह केवल नीतीश की पार्टी नहीं। लाखों लोग इससे जुड़े हैं। फिर वे राजद संग की गई सारी डील से पार्टीजनों को क्यों नहीं अवगत करा रहे। ललन सिंह पर पलटवार में उन्होंने कहा कि मेरे लिए एमएलसी पद महत्वपूर्ण नहीं है। तीन साल राज्यसभा का कार्यकाल बचा था। मैंने त्याग पत्र दे दिया। केंद्रीय मंत्रिपरिषद से त्याग पत्र दे दिया। तो फिर विधान परिषद की सदस्यता क्या है?
कुशवाहा ने आगे कहा कि मेरे लिए जदयू संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष पद झुनझुना है। यह सिर्फ कागज पर है। व्यवहार में कुछ नहीं है। मैं यही तो कह रहा था जिसे आज ललन सिंह ने उजागर कर दिया। हम पार्टी को मजबूत करने के लिए 19-20 फरवरी को बैठक बुला रहे हैं। पार्टी की ओर से कहा जा रहा है कि इसमें शामिल होने वालों पर कार्रवाई होगी। भगवान ही इस पार्टी का भविष्य बता सकते हैं।