पटना: इंडियन मेट्रोलॉजिकल सोसाइटी के बिहार चैप्टर के अध्यक्ष व देश के जानेमाने पर्यावरण वैज्ञानिक प्रो. प्रधान पार्थसारथी द्वारा बुधवार को प्रशिक्षुओं द्वारा तैयार की गई पत्रिका ‘राष्ट्रहित’ का विमोचन किया गया। ज्ञात हो कि विश्व संवाद केंद्र द्वारा गत 12 से 23 जनवरी तक आयोजित किए गए पत्रकारिता प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान प्रशिक्षुओं द्वारा ‘राष्ट्रहित’ पत्रिका तैयार की गई थी, जिसका विमोचन प्रो. पार्थसारथी ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन व संरक्षण का मुद्दा पत्रकारिता में महत्वपूर्ण स्थान की अपेक्षा रखता है, क्योंकि मौसम का समाचार हरेक व्यक्ति को स्पर्श करता है। विभिन्न आयु, पेशा, क्षेत्र से जुड़े लोगों में भी मौसम समाचार को लेकर एक समान जिज्ञासा रहती है। इसलिए, मौसम समाचार के लेखन में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
प्रो. पार्थसारथी ने कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र ने विगत कुछ वर्षों में विश्वस्तरीय मानक स्थापित किए हैं। मौसम संबंधी पत्रकारिता में कई बार शब्दावली के फेरबदल से अर्थ का अनर्थ हो जाता है। इसमें सुधार के ध्येय से मौसम विभाग द्वारा समय-समय पर पत्रकारों के लिए गोष्ठी का आयोजन किया जाता है, जिसमें मौसम विज्ञान संबंधी शब्दावलियों, प्रक्रियाओं, अद्यतन तकनीक आदि के बारे में जानकारी दी जाती है। इंटरगवर्नमेंटल पैनल फॉर क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र पचौरी के साथ कार्य करने के अनुभवों को साझा करते हुए भावी पीढ़ी से राष्ट्रहित में निर्भीक पत्रकारिता करने का आह्वान किया।
विश्व संवाद केंद्र के संपादक संजीव कुमार ने इस अवसर पर कहा कि विश्व संवाद केंद्र विगत 16 वर्षों से समाज में मूल्यनिष्ठ पत्रकारों की पौध तैयार करने के ध्येय से पत्रकारिता प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन करता रहा है। इस कार्यशाला से निकले प्रतिभागी देश के प्रसिद्ध मीडिया हाउसों में उच्च पद पर कार्यरत हैं। डॉ. गौरव रंजन ने मंच संचालन, वहीं कार्यशाला प्रभारी स्नेह अंजन ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर विभिन्न मीडिया संस्थानों के पत्रकार, जनसंचार संस्थानों के शिक्षक, विद्यार्थी उपस्थित थे।