किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने बक्सर आ रहे CM : अश्विनी चौबे
पटना/बक्सर : केंद्रीय मंत्री और बक्सर के सांसद अश्विनी चौबे आज बुधवार को बिहार सरकार पर किसानों के प्रति अमानवीय रुख अपनाने के लिए जमकर बरसे। उन्होंने मुख्यमंत्री की बक्सर यात्रा को किसानों के जख्मों पर मिर्च रखने जैसा कहते हुए महागठबंधन के नेता नीतीश कुमार की इस बक्सर यात्रा को उनकी पिकनिक यात्रा करार दिया। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता बक्सर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन को काला दिवस के रूप में मना रहे हैं। मुँह पर पट्टी बांधकर विरोध जता रहे हैं। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री संवेदनहीन हैं। अगर नीतीश कुमार में थोड़ी भी संवेदना होती तो वे चौसा बनारपुर जाते, किसानों का दुःख दर्द सुनते। लेकिन वे खुद कोई समाधान नहीं चाहते हैं। नीतीश कुमार खुद समस्या कुमार बन गए है।
किसानों की समस्या ज्यों की त्यों
आज एक ट्वीट में केंद्रीय मंत्री चौबे ने लिखा—’नीतीश बाबू समाधान नहीं, पिकनिक यात्रा पर बक्सर आ रहे हैं। उनके स्वागत के लिए सर्किट हाउस से लेकर हर तरफ साजो सज्जा कर दी गई है। लेकिन चौसा के किसानों पर हुए प्रशासनिक जुल्म की उन्हें कोई फिक्र नहीं’। श्री चौबे ने अपने ट्वीट में लिखा कि सत्ता संरक्षित गुंडों द्वारा बक्सर को सिंगुर बनाने की कोशिश की गई। पुलिस की बर्बरता को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। धर्मनगरी को अशांत करने का प्रयास किया गया। क्या नीतीश बाबू चौसा और बक्सर के किसानों का समाधान करने के लिए बक्सर आ रहे हैं? अभी तक दोषी पुलिस—प्रशासन के लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। किसानों पर एफआईआर दर्ज किया गया। किसानों की उन्हें कोई चिंता नहीं। उनके प्रशासन के लोग तो बक्सर में सिंगुर जैसे हालात पैदा करने में लगे हुए हैं।
बक्सर को सिंगुर बनाने की कोशिश
मुख्यमंत्री समाधान यात्रा पर दरभंगा गए और वहां एम्स बनने में भी व्यवधान उत्पन्न कर आए। वे बिहार में जहां जा रहे हैं, समस्या बढ़ा कर आ रहे हैं। उन्हें बिहार के किसानों और आम लोगों की समस्याओं से कोई मतलब नहीं। वे केवल अपना चेहरा चमकाने और गिरती लोकप्रियता को फिर संभालने की कोशिश करने भर के मकसद से बक्सर और बिहार के बाकी जिलों में जा रहे हैं। अब तो हर कोई उन्हें ‘समस्या कुमार’ कहने लगा है। बक्सर से भी वे महज पिकनिक मनाकर पटना लौट जाएंगे।