शिक्षामंत्री पर राजद दोफाड़, जदयू का रामायण पाठ तो चौबे मौन व्रत पर बैठे
पटना : बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर द्वारा रामचरित मानस पर की गई विवादित टिप्पणी उनके ही गले की हड्डी बन गया है। जहां खुद राजद में ही शिक्षामंत्री का इस मामले पर विरोध शुरू हो गया और पार्टी इसपर दो धड़ों में बंटती नजर आ रही, सहयोगी जदयू ने और हमलावर होते हुए आज शनिवार को पटना के मशहूर हनुमान मंदिर में रामचरित मानस का पाठ शुरू कर दिया है। जबकि विपक्षी भाजपा उनकी बर्खास्तगी पर अड़ी हुई है और पार्टी के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे उन्हें हटाने की मांग और चौसा के किसानों को उचित मुआवजा देने को लेकर मौन व्रत पर बैठ गए हैं।
रामचरित मानस पर बंट गई राजद
जानकारी के अनुसार राजद के विधायक विजय मंडल ने शिक्षामंत्री के रामचरित मानस पर दिये विवादित बयान को पूरा बकवास करार देते हुए उनसे तत्काल माफी मांगने को कहा है। जबकि पीएचडी मंत्री और राजद नेता ललित मोदी पहले ही इस बयान के लिए उनकी निंदा कर चुके हैं।अब रोहतास आरजेडी जिलाध्यक्ष गिरजा चौधरी समेत कई जिलों के सांगठनिक पदाधिकारियों ने भी शिक्षामंत्री के बयान पर नाखुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मंत्री को सोच समझकर बयान देना चाहिए। धार्मिक ग्रंथों पर सोच समझकर टिप्पणी न करना पार्टी के लिए नुकसानदायक होगा।
जदयू का पटना में रामचरित मानस पाठ
इधर जदयू ने आज शनिवार को अपने प्रवक्ता और पूर्व मंत्री तथा नीतीश के करीबी नीरज कुमार के नेतृत्व में राजधानी के हनुमान मंदिर में रामचरित मानस पाठ किया। बताया जाता है कि जदयू शिक्षामंत्री की विवादित टिप्पणी के बाद से ही राजद नेता पर काफी गरम है। जदयू नेता लगातार मंत्री चंद्रशेखर से माफी और राजद नेतृत्व द्वारा उनपर कार्रवाई की डिमांड कर रहे हैं।
भाजपा कर रही बर्खास्तगी की मांग
उधर भाजपा तो पहले दिन से ही शिक्षामंत्री को अविलंब मंत्रिमंडल से बर्खास्त किये जाने की मांग कर रही है। वहीं केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे नीतीश सरकार की नीतियों के खिलाफ और बक्सर के चौसा में किसानों के मुआवजा के मुद्दे को लेकर मौन व्रत पर बैठ गए हैं। वे वहां लगातार रामचरित मानस का पाठ कर रहे हैं। श्री चौबे ने शिक्षामंत्री के बयान को भी बचकाना बताते हुए उनपर कार्रवाई की मांग की है।



