नयी दिल्ली : मां की मृत्यु से मर्माहत नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने अहमदाबाद में उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने के कुछ ही घंटे बाद अपने कर्त्तव्यपथ की राह पकड़ ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी माता के निधन के चंद घंटों बाद ही गांधीनगर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोलकाता में हो रही राष्ट्रीय गंगा परिषद की दूसरी बैठक की अध्यक्षता करते दिखे। इसके साथ ही उन्होंने जहां पश्चिम बंगाल से वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई वहीं बंगाल को करोड़ों की सौगात भी दी।
पीएम ने मां को दी मुखाग्नि, पंचतत्व में विलीन
इससे पहले आज सुबह अहमदाबाद पहुंचकर पीएम में अपने पुत्र धर्म का पालन किया और फिर गांधीनगर पहुंच मां हीराबेन का अंतिम संस्कार किया। पीएम मोदी ने मां हीराबेन के पार्थिव शरीर को कंधा दिया और मुखाग्नि भी दी। गांधीनगर के मुक्तिधाम में हिंदू रीति-रिवाज से पीएम की माता हीराबेन पंचतत्व में विलीन हो गईं।
प. बंगाल में वंदे भारत ट्रेन को दिखाई हरी झंडी
इसके बाद पीएम मोदी अपने राष्ट्रधर्म और कर्त्तव्य पथ पर लौट आए। उन्होंने पश्चिम बंगाल में वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के अलावा आज शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस शासित राज्य में 7,800 करोड़ रुपये से अधिक के विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया। यह वंदे भारत ट्रेन देश की सातवीं ऐसी ट्रेन है और बंगाल से चलने वाली पहली। यह ट्रेन हावड़ा—न्यू जलपाईगुड़ी को जोड़ेगी। इस मौके पर बंगाल की धरती को नमन करते हुए पीएम ने कहा कि इस भूमि के कण-कण में आज़ादी का इतिहास समाया हुआ है। जिस धरती से ‘वंदे मातरम’ का जयघोष हुआ वहां से ‘वन्दे भारत’ को हरी झंडी दिखाते हुए गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। पीएम मोदी इस कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़े थे, मगर मौके पर ममता बनर्जी और अश्विनी वैष्णव मौजूद थे।
आडवाणी, ममता, राजनाथ ने भेजा शोक संदेश
इधर पीएम की माता के निधन पर देश—विदेश से शोक संदेश आ रहे हैं। केरल के तिरुवनंतपुर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी के निधन का दुखद समाचार मिला। मैं उनकी दिवंगत मां के चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के निधन पर शोक जताते हुए एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा—’पीएम नरेंद्र मोदी जी के प्रति उनकी मां हीराबेन मोदी के निधन पर संवेदना। मैं प्रार्थना करती हूं कि उनकी आत्मा को शांति मिले। दुख की इस घड़ी में उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को शक्ति मिले।’ भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी अपने शोक संदेश में कहा कि अपनी मां को खोना जीवन का सबसे दुखद पल है। नरेन्द्रभाई ने अक्सर अपनी मां के साथ साझा किए गए विशेष बंधन, उनकी सादगी और देखभाल करने वाले व्यक्तित्व के बारे में बात की है। ये बातें हमेशा याद की जाएंगी और सभी को इनकी कमी खलेगी।