अकाल तख्त पंजाब के आदेश को पटना साहिब के पंच प्यारों ने नकारा
पटना : बिहार के तख्त श्री हरिमंदिर पटना साहिब ने पंजाब के अकाल तख्त साहिब के उस आदेश को सिरे नकार दिया है जिसमें तख्त पटना साहिब के कर्मियों पर नशा करने का आरोप लगाया गया है। यह झूठा आरोप है। पटना साहिब के पंज प्यारों ने अकाल तख्त से उसके आदेश के कुछ बिंदुओं पर स्पष्टीकरण भी मांगा है। अकाल तख्त के जत्थेदार ने छह दिसंबर को एक हुकूमनामा जारी किया था जिसे पटना साहिब के पंज प्यारों ने रद्द करने की घोषणा करते हुए चुनौती दी है। पंच प्यारों ने इस संबंध में अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से जवाब भी मांगा है। पंच प्यारों ने अपने द्वारा जारी हुकुमनामा में कहा कि तख्त पटना साहिब के कर्मचारियों पर नशा करने का झूठा आरोप लगा कर उनका अपमान किया गया है।
अकाल तख्त के आदेश पर जताई गई यह आपति
पटना साहिब के पंच प्यारों द्वारा जारी हुकुमनामे में कहा गया कि पटना साहिब के संविधान के अनुच्छेद 79 के अनुसार कोई भी धार्मिक मुद्दा पर समूह प्रबंधक कमेटी लिखित तौर पर जब तक नहीं देती है, तब तक अकाल तख्त दखल नहीं दे सकता है। तख्त साहिब में चली आ रही पुरातन मर्यादा के अनुसार सेवाएं प्रदान होता है। यहां मर्यादा के विपरित आदेश का अनुपालन नहीं किया जाएगा। पंथ से निष्कासित रणजीत सिंह के पद में जत्थेदार शब्द लगाए जाने और पांच सदस्यीय कमेटी बनाने के मामले में भी पटना साहिब के पंच प्यारों ने आपत्ति जतायी है।