10 नवंबर : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

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स्तन कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों को ना करें अनदेखा : डॉ. रश्मि

मधुबनी : जिले में गुटखा, पान मसाला और तंबाकू निर्मित उत्पादों के सेवन करने वाले बहुतायत संख्या में हैं। जिनमें अधिकांश लोगों में ओरल कैंसर के प्रारंभिक लक्षण दिखाई देते हैं। यदि समय रहते उन प्रारंभिक लक्षणों को लोग पहचान कर अपना इलाज शुरू कराएं, तो उन्हें भविष्य में परेशनियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। उक्त बातें होमी भाभा कैंसर अस्पताल व रिसर्च सेंटर के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रश्मि वर्मा ने स्टेडियम रोड स्थित नारी शिशु कल्याण परिषद में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान आशा कार्यकर्ताओं से कहीं।

इस दौरान डॉ.वर्मा ने आशा कार्यकर्ताओं को ओरल और ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों की पहचान करने के संबंध में जानकारी दी उन्होंने बताया कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों की पहचान होने से मरीज का समय से इलाज संभव है। जिससे उसे ठीक किया जा सकता है। वहीं, ओरल व ब्रेस्ट कैंसर की प्रारंभिक पहचान मरीज स्वयं कर सकते हैं। इसके लिए लक्षणों की पहचान जरूरी है। उन्होंने कहा कि आशा ऐसे लोगों को चिह्नित करें, जो तंबाकू का सेवन अधिक करते हैं। उसके बाद उन्हें कैंसर के खतरों व उसके पहचान से संबंधित जानकारी दें।

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स्वयं जांच करने के लिए मरीज को अपने मुंह को साफ पानी से धोते हुए कुल्ला करना होगा। उसके बाद आइने के सामने अच्छी रोशनी में सफेद या लाल छाले, न ठीक होने वाले पुराने जख्म या घाव के साथ पूरा मुंह न खोल पाने जैसी बातों की जांच करनी है। यह परीक्षण महीने में एक बार अनिवार्य है। इससे कैंसर के लक्षणों की पहचान होगी। अगर उनमें मुंह के कैंसर के प्रारंभिक लक्षण दिखे, तो तुरंत उन्हें डॉक्टर की सलाह लेने को कहें।

महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले अधिक 

एनसीडीओ डॉ. एस. पी. सिंह ने बताया, आज के परिवेश में महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले अधिक आने लगे हैं। स्तन में गांठ पड़ना, स्तन में दर्द एवं खुजली होना, स्तन की त्वचा में गड्ढे पड़ना, त्वचा पर नारंगी रंग के चकत्ते पड़ना आदि स्तन कैंसर के प्रमुख लक्षण हैं। समय-समय पर स्तनों की खुद से जांच कर स्तन कैंसर से बच सकते हैं।

अल्ट्रासाउंड या मैमोग्राम के द्वारा इस बीमारी का पता लगाया जाता है। जितनी जल्दी कैंसर का पता चलता है, उसी अनुसार शत-प्रतिशत सफल इलाज होने की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने बताया, कुछ ही कैंसर ऐसे होते हैं जिनके लक्षण आने से पहले स्क्रीनिंग कर पता लगाया जा सकता है। महिलाओं में पाए जाने वाले स्तन और सर्वाइकल कैंसर इन्हीं में आते हैं। ये बड़ा रूप लें, इससे पहले इनका इलाज संभव है। ऐसे में हर महिला को जागरूक रहने की आवश्यकता है।

मदरसा के सामने सरकारी जमीन का अतिक्रमण

मधुबनी : जिले के कलुआही प्रखंड के मलमल गांव स्थित सरकारी मदरसा फुरकानिया मलमल पुरवारी टोल के सामने सरकारी जमीन का अतिक्रमण किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में गांव के ही आशिफ़ अली सहित दर्जनों लोगों ने मधुबनी के डीएम को आवेदन देकर अतिक्रमण मुक्त कराने की की मांग किया है।

दिए गए आवेदन में कहा है कि उक्त सरकारी मदरसा परिसर के सामने सरकारी जमीन जिसमें मदरसा के बच्चे खेल कूद किया करता था, जिसे गाँव के ही तखलीक अहमद और मो. मुख्तार बलपूर्वक अतिक्रमण कर घर बना लिया है। पढ़ाई के समय में उस घर में गाना बजाना करते रहता है, जिससे मदरसा के पठन-पाठन कार्य में बाधा उत्पन्न होता है। इतना ही नहीं रात में भी मकान में असामाजिक तत्व के लोग का उठना बैठना रहता है और उसमें मादक पदार्थ का इस्तेमाल करता है, जिससे यहां के अगल-बगल के लोग दहशत में रहता है।

24 सप्ताह तक का गर्भ समापन कानूनी रूप से वैध, मधेपुर प्रखंड के 65 आशा का किया गया उन्मुखीकरण

मधुबनी : सांझा प्रयास नेटवर्क द्वारा सुरक्षित गर्भ समापन कार्यक्रम का आयोजन मधेपुर प्रखंड के पीएचसी पर किया गया। जिसमें 65 आशा को गर्भ समापन संबंधित कानून के बारे में जानकारी दी गयी। संशोधित चिकित्सीय गर्भसमापन अधिनियम 2021 के अंतर्गत विशेष श्रेणी के महिलाओं के लिए गर्भ समापन की अवधि 24 सप्ताह तक कर दिया गया है। कार्यशाला में संशोधित कानून के बारे में आई पास डेवलपमेंट फाउंडेशन के रिसर्च एंड ट्रेनिंग कोऑर्डिनेटर दिनेश कुमार ने विशेष उन्मुखीकरण के दौरान इसकी जानकारी दी।

उन्मुखीकरण में बताया गया कि वर्ष 1971 से पूर्व किसी भी प्रकार का गर्भ समापन अवैध माना जाता था। गर्भ समापन के लिए बड़ी कठिनाइयां होती थी। अनेक तरह के घरेलू उपायों से गर्भ समापन करने की प्रक्रिया में महिलाओं की मृत्यु हो जाती थी। उसे रोकने के लिए 1971 में एमटीपी एक्ट बना। इसके बाद से सुरक्षित गर्भ समापन की प्रक्रिया शुरू हुई।

अज्ञानता के कारण मृत्यु दर में कुछ खास कमी नहीं हो रही थी। उन्होंने बताया कि 1971 के प्रावधानों के अनुसार गर्भ समापन कई शर्तों के साथ वैध माना गया एवं एमटीपी एक्ट में 2021 में संशोधन किया गया, जिससे विशेष श्रेणी के महिलाओं के लिए 24 सप्ताह तक के गर्भ को शर्तों के अनुसार समापन कराया जा सकता है। उन्होंने बताया कि पर्याप्त भ्रूण विकृति के मामलों में गर्भावस्था के दौरान किसी भी समय गर्भ समापन को मान्य किया गया है। किसी भी महिला या उसके साथी के द्वारा प्रयोग किए गए गर्भनिरोधक तरीके की विफलता की

स्थिति में अविवाहित महिलाओं को भी गर्भ समापन सेवाएं दी जा सकेंगी। उन्होंने बताया कि 20 सप्ताह तक एमटीपी के लिए एक आरएमपी पंजीकृत प्रशिक्षित चिकित्सक और 20 से 24 सप्ताह के लिए दो आरएमपी की राय चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि गोपनीयता को कड़ाई से बनाए रखा जाना आवश्यक है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रखंड के बीएचएम, बीसीएम तथा अन्य कर्मी उपस्थित थे।

नीतीश ने जेआरएफ परीक्षा पास कर ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों के कायम किया मिशाल

मधुबनी : जिले के बासोपट्टी प्रखंड के मढ़िया निवासी इंद्र नारायण यादव का पुत्र नीतीश कुमार ने अपनी काबिलियत के दम पर जेआरएफ की परीक्षा पास कर अपने क्षेत्र का मान बढ़ाकर परचम लहराया है। नीतीश पटना विश्वविद्यालय का छात्र है। वही पिता पेशे से किसान है। नीतीश के इस सफलता से उनके परिजनों में हर्षोल्लास का माहौल है और उनके घरों पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।

वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है। नीतीश ने इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों सहित साथियों का अहम योगदान बताया है। उनके गांव के लोग बताते है की अपने क्षेत्र का कोई भी होनहार स्टूडेंट सफल होता है, तो उससे आस पास के छात्रों में कुछ करने की ऊर्जा मिलती है।

नीतीश ने कहा कि मेरा एक सपना कि अपने गाँव में मूलभूत सुविधाओं में साथ एक पुस्कालय हो, जिसमें गाँव के सभी छात्र छात्राओं के जरूरत की किताबे उपलब्ध हो, ताकि आर्थिक रूप से कमजोर छात्र भी पढ़ लिखकर क्षेत्र सहित देश का नाम रौशन कर सके। वही बधाई देने वालो में डॉ. प्रोफेसर शरतेन्दु कुमार, डॉ. प्रोफेसर तरुण कुमार, डॉ. प्रो. दिलीप राम, डॉ. कंचन कुमारी, भवानी कोचिंग के संस्थापक दिनेश कुमार, अधिवक्ता उमेश कुमार, शिक्षिका पुनिता कुमारी, जाप के प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह कुशवाहा, शोधार्थी कुणाल भारती, सुनील कुमार, आशीष नागवंशी, जाप नेत्री प्रिया राज समेत अन्य शामिल है।

नितीश कुमार ने पूर्व पंचायती राज मंत्री स्व. कपिलदेव कामत की प्रतिमा एवं अमर शहीद स्व. रामफल मंडल की प्रतिमा का भी किया अनावरण

मधुबनी : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मधुबनी जिला के लदनिया प्रखंड के मोतनाजे ग्राम में पूर्व पंचायती राज मंत्री स्व. कपिलदेव कामत की प्रतिमा का अनावरण किया और उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।मुख्यमंत्री ने स्व. कपिलदेव कामत की समाधि पर भी पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने स्व. कपिलदेव कामत के परिजनों से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना।

इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मंत्री स्व. कपिलदेव कामत की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर मुझे आज यहां आप सबके बीच आने का मौका मिला है। आप सबका मैं अभिनंदन करता हूं। स्व. कपिलदेव कामत जी पंचायती राज मंत्री थे। उस दौरान उन्होंने अपने विभाग के लिए अच्छा काम किया था। अपने क्षेत्र के विकास के लिए वे हमेशा प्रयत्नशील रहते थे। पूर्व मंत्री रामप्रीत पासवान यहां उपस्थित हैं, जो इसी क्षेत्र के हैं।

उन्होंने स्व. कपिलदेव कामत के बारे में कई पुरानी बातें विस्तारपूर्वक बताई हैं। स्व. कपिलदेव कामत हमसे क्षेत्र के विकास को लेकर हमेशा मिलते रहते थे। वर्ष 2020 में कपिलदेव कामत का निधन हो गया था। इसका मुझे काफी दुःख है। उनकी मूर्ति का अनावरण पहले ही होना था, लेकिन कोरोना के चलते नहीं हो पाया। आज उनकी मूर्ति का अनावरण हुआ है। इस क्षेत्र से उनकी पुत्रवधू मीना कामत विधायक हैं और वे भी अपने क्षेत्र के विकास में लगी हुई हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा इस क्षेत्र से पुराना लगाव है। हम हमेशा यहां आते रहते हैं। इसी क्षेत्र के रहनेवाले संजय कुमार झा को जल संसाधन विभाग का जिम्मा दिया है। इस क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति से बचाव को लेकर सारा काम किया जा रहा है और जो कुछ भी बचा हुआ काम है, उसे भी पूरा किया जा रहा है। मधुबनी जिला का विशेष महत्व है। यह नेपाल देश से सटा हुआ है। यहां विकास के कई कार्य किए जा रहे हैं, जिसका फायदा लोगों को मिल रहा है। हमसे जो भी संभव होगा इस क्षेत्र के विकास के लिए काम करते रहेंगे।

हमलोग पूरे बिहार में विकास के काम में लगे हुए हैं। हम आप सबसे आग्रह करते हैं कि आपस में प्रेम और भाईचारे के साथ रहें। आपस में झगड़ा न करें। सभी एकजुट होकर काम करें, ताकि विकास का सही लाभ लोगों को मिले। स्व. कपिलदेव कामत से हमारी पुरानी मित्रता थी। उनसे गहरा लगाव था। आपस में सभी प्रेम और भाईचारे के साथ रहें, यही स्व. कपिलदेव कामत के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। मैं स्व. कपिलदेव कामत के प्रति अपनी श्रद्धांजलि निवेदित करता हूं। विधायक मीना कामत ने मुख्यमंत्री को मखाने की माला, मिथिला पेंटिंग, पाग और अंग वस्त्र भेंटकर स्वागत किया।

इस कार्यक्रम को वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन सह सूचना एवं जन-संपर्क मंत्री संजय कुमार झा, जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री सह मधुबनी जिला की प्रभारी मंत्री लेशी सिंह, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, स्वर्गीय कपिलदेव कामत की पुत्रवधू एवं विधायक मीना कामत, पूर्व मंत्री सह विधायक रामप्रीत पासवान ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर विधायक शालिनी मिश्रा, विधायक सुधांशु शेखर, विधायक रामविलास कामत, विधायक श्रेयसी सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधगण, स्व. कपिलदेव कामत के पुत्र आनंद कुमार, रमण कुमार एवं अन्य परिजन, दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त मनीष कुमार, मधुबनी के जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा, मधुबनी जिला के पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारीगण एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

इसके पष्चात् मुख्यमंत्री नीतश कुमार मधुबनी जिला अन्तर्गत खुटौना प्रखण्ड के दुर्गापट्टी ग्राम पहुॅचे और वहां अमर शहीद स्व. रामफल मंडल की प्रतिमा का अनावरण किया और उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

इस अवसर पर वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन सह सूचना एवं जन-संपर्क मंत्री संजय कुमार झा, जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, सांसद रामप्रीत मंडल, सांसद फैयाज अहमद, विधायक भारत भूषण सहित अन्य जन प्रतिनिधिगण, मधुबनी के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरीय अधिकारीगण एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अज्ञात वाहन की ठोकर से मोटरसाइकिल सवार एक वृद्ध की मौत

मधुबनी : जिले के खजौली थाना क्षेत्र के छपराढी गांव स्थिती मुख्य सड़क के पास एक अज्ञात वाहन की ठोकर लगने से बुधवार की रात एक बाइक सवार वृद्ध की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान स्थानीय थाना क्षेत्र बिरौल वार्ड 9 निवासी पशूपाण यादव के पुत्र राम सुंदर यादव(57) के रूप में हुआ है। घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष पुलिस बल को भेजकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम केलिए सदर अस्पताल मधुबनी भेज दिया।

घटना के सम्बंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक रामसुंदर यादव बुधवार की शाम मोटरसाइकिल से अपने पत्नी के साथ थाना क्षेत्र के छपराढी गांव स्थित ससुराल गए हुए थे. ससुराल में पत्नी को छोड़कर कर रात करीब 9:30बजे के आस पास जब अपने गांव मोटरसाइकिल से वापस आने लगा, इसी दौरान छपराढी गांव स्थित मजहम टोल के पास किसी अज्ञात चौपहिया वाहन से ठोकर लगने से घटना स्थल पर ही मौत हो गई। वही ठोकर लगने के बाद वाहन चालक वहां से वाहन लेकर फरार हो गया।

वही घटना के काफी देर के बाद जानकारी मिलने पर स्थानीय लोगों के द्वारा इसकी जानकारी स्थानीय थाना को दिया। इस बाबत स्थानीय थानाध्यक्ष अजीत प्रसाद सिंह ने बताया कि पुलिस घटनास्थल पर पहुचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजकर अज्ञात वाहन चालक के विरुद्ध प्राथमिक दर्ज कर आगे की करवाई शुरू कर दिया है।

स्व. राम लखन महतो नि: शुल्क शिक्षण संस्थान मोकदमपुर का हुवा उद्घाटन

मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखण्ड क्षेत्र के जफरा पंचायत के मोकदमपुर गाँव में स्व० राम लखन महतो नि:शुल्क शिक्षण संस्थान मोकदमपुर का उद्घाटन पूर्व विधान परिषद सूमन कुमार महासेठ, पंचायत के मुखिया गुंजा देवी, सरपंच मनीषा कुमारी ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। वही इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जदयू के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र प्रसाद कुशवाहा ने किया। इस मौके पर संस्थान के द्वारा आगत अतिथियों को पाग, दोपटा और माला से स्वागत की गई।

वहीँ, विद्यालय के छात्रों द्वारा स्वागत गान से स्वागत किया गया। संस्थान में वर्ग 5 से लेकर 10 कक्षा तक के छात्र/छात्राएं नि:शुल्क शिक्षा प्राप्त करेंगे। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व विधान पार्षद सुमन महासेठ ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षण संस्थान खुलने से आम लोगों को काफी लाभ होगा। गरीब-गुरबा भी संस्थान में पढ़ सकेंगे।

वहीँ, पंचायत के पूर्व सरपंच स्व. महतो इस क्षेत्र के जाने पहचाने लोग थे, उनके नाम पर संस्थान खोलने के लिए परिवार वालों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि उनका जीवन गरिबों के सहयोग में लगातार लगा रहा। उनके परिवार के सहयोग से यह शिक्षण संस्थान चलता रहेगा, क्योकि शिक्षा दान महादान है। इसलिए गरीब, शोषित वंचित बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देना ही सरपंच को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता कुशेश्वर प्रसाद कुशवाहा, भोगेंद्र कुशवाहा, समाजसेवी बबलू झा सहित कई लोग उपस्थित थे।

नेहरू युवा केन्द्र के बैनर तले मधुबनी में दौड़ का होगा आयोजन

मधुबनी : नेहरू युवा केंद्र संगठन द्वारा नशा मुक्त बिहार हाफ मैराथन दौड़ मधुबनी 2022-23 का आयोजन 13 नवंबर को मधुबनी में होगा। नेहरू युवा केंद्र संगठन के राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक मुकेश यादव ने बताया कि बिहार सरकार के निर्देशानुसार इस बार का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक युवा क्लब के सदस्य महिला मंडल के सदस्य एवं अन्य लोग भाग लेंगे नशा मुक्ति के लिए बिहार सरकार के द्वारा निर्धारित मैराथन दौड़ जन जागरूकता अभियान के माध्यम से मदिरापान नहीं करने के लिए लोगों को सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

वहीँ, जिला युवा अधिकारी मनीष कुमार ने स्वयंसेवकों को निर्देश दिया है कि सरकार द्वारा जारी मैराथन दौड़ में भाग लेने के लिए अधिक से अधिक लोगों एवं युवाओं को सर्व सहभागिता को सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करें एवं आवेदन प्रपत्र को भरवा कर नेहरू युवा केंद्र कार्यालय मधुबनी में जमा करें।

आवासीय घर मे आग लगने से लाखों की क्षति

मधुबनी : जिले के बिस्फी थाना क्षेत्र के बैंगरा गांव निवासी राम बाबू सहनी के आवासीय घर मे अचानक आग लग जाने से लाखों की क्षति हो गया। पीड़ित ने बिस्फी सीओ श्रीकांत सिन्हा एवं बिस्फी थाना अध्यक्ष को लिखित आवेदन देकर सरकारी मुआवजा को लेकर गुहार लगाई हैं।

आवेदक ने अपने आवेदन में लिखा हैं कि मेरे घर मे अचानक आग लग गई, जिससे मेरे घर मे रखे कपड़ा, अनाज, जमीन के कागजात तथा कुछ नकद राशि भी जल कर राख हो गया। इसको लेकर प्रखण्ड प्रमुख रीता देवी एवं बलहा के पंचायत समिति सदस्य पति संजीत कुमार ने तत्परता के साथ सरकारी मुआवजा अभिलम्ब दिलाने हेतु आश्वाशन दिया है।

अवैध क्लिनिक में महिला की मौत, डॉ फरार, तेज बुखार में चढ़ा दी पांच बोतल पानी, हो गई मौत

मधुबनी : जिले के बासोपट्टी थाना क्षेत्र के मेहतरपट्टी गांव स्थित पूर्णाहि चौक पर एक फर्जी क्लिनिक में ईलाज के दौरान महिला की मौत होने का मामला सामने आया है। वहीं महिला की मौत के बाद संचालक फरार हो गए है। मृतिका की पहचान स्थानीय आमाटोल निवासी इंद्रजीत मंडल की करीब 32 वर्षीय पत्नी समतोलिया देवी के रूप में बताया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतिका की पति प्रदेश में मजदूरी करते है।

इधर कई दिनों से मृतिका को बुखार लग रहा था। इसी क्रम में मंगलवार की शाम तेज बुखार आने पर महिला की सास व ससुर ने ईलाज के लिए पूर्णाहि चौक स्थित स्वास्थ्य सेवा सदन नाम के क्लिनिक में भर्ती कराया। महिला की सास ललिता देवी ने बताया कि क्लिनिक के डॉ. अरुण कुमार भारती से हमने बार-बार बोला कि आपसे ठीक नही होगा तो हम आगे ले जाते है, लेकिन उन्होंने ठीक करने का दावा करते हुए बुखार से तड़प रहे मेरे बहु को पांच बोतल पानी चढ़ा दिया।

पानी चढ़ाने के बाद उन्होंने आगे ले जाने को कहा और टेम्पू बुलाकर मेरे बहु को टेम्पू में सुलाकर जल्दी जाने को कहा। जब हम पैसा लेने के लिए घर आई, तो घर लोगों ने बताया कि आपका बहु तो मर चुकी है। डॉ. ने झूठ बोलकर आपके बहु को टेम्पू में सुलाकर आगे ले जाने को कहा होगा। वहीं जब आक्रोशित ग्रामीण उक्त क्लिनिक पर पहुंचा तब तक संचालक क्लिनिक को बंद कर फरार हो गया था। मृतिका की एक 12 वर्षीय पुत्र व दो छोटे छोटे पुत्री है। घटना से आहत परिजनों का रोते रोते बुरा हाल हो रहा है। वहीं ग्रामीणों में क्लिनिक संचालक के विरुद्ध आक्रोश व्यक्त किया है।

कोर्ट नालिसी पर 11 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी

मधुबनी : जिले के हरलाखी मे पूर्व के मामले को लेकर कोर्ट से प्राप्त नालिसी के आधार पर पुलिस ने 11 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली है। दर्ज प्राथमिकी में उमगांव निवासी प्रदीप साह ने अपने भाई संजय साह समेत इग्यारह लोगों के विरुद्ध पुत्र की अपहरण करने का एक प्रयास समेत कई आरोप लगाया है।

प्राथमिकी के अनुसार 25 जनवरी 2020 को संजय साह, सिल्की देवी, श्याम महतो व उनकी पत्नी, अनिल कुमार, महेश साह, कैलाश साह, कन्हैया साह, नंदलाल साह, उपेन्द्र साह सभी एक राय कर इनके पुत्र रीतू राज को फिरौती मांगने के उद्देश्य से अपहरण कर नेपाल लेकर जा रहे थे, जिसकी भनक लगते ही परिवार के सभी लोग इंडो नेपाल बॉर्डर पहुंच कर पकड़ा, तो सभी नामजद लोगों ने मारपीट व महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया। फिर आसपास के लोगों के जुटने पर सभी भाग गए। इस मामले को लेकर पंचायत बैठाया गया, लेकिन उनलोगों ने पंचायत मानने से इंकार कर दिया। तब जाकर न्यायालय का सहारा लिया। इस बबात थानाध्यक्ष अनोज कुमार ने बताया कि मामले की अनुसंधान शुरू कर दी गयी है।

शराब कांड के पांच धंधेबाजों के घर को पुलिस ने किया सील

मधुबनी : जिले के हरलाखी थाना की पुलिस ने शराब कांड मामले में क्षेत्र के पांच तस्करों के घरों को सील कर दिया है। दरअसल वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर तस्करों के घरों को सील करने की सिलसिला जारी है। इसी क्रम में गुरुवार को पुलिस ने नहरनियां गांव निवासी शराब धंधेबाज पूरन मंडल के घर को सील किया गया। उक्त घर से पूर्व में शराब बरामदगी हुई थी। इसी प्रकार रानीपट्टी गांव में बिकरु सहनी, सिसौनी में लखन सादा व बिटुहर में संतोष ठाकुर के घर को सील किया गया है।

वहीं इससे पहले पुलिस ने उमगांव निवासी दो सगे भाई अनिरुद्ध यादव व राम सुंदर यादव के घर को पुलिस पहले ही सील कर चूंकि है। इस दौरान सीओ ने सील किए गए सभी घरों का मापी करवा कर रकबा निकाल उक्त जमीन का खाता, खेसरा वरीय पदाधिकारी को रिपोर्ट भेजने की बात कही।

इस बाबत थानाध्यक्ष अनोज कुमार ने बताया कि जिस घर या दुकान से शराब बरामद होगी, उक्त घर को सील कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान चलती रहेगी। उक्त कार्रवाई में थानाध्यक्ष अनोज कुमार, सीओ सौरभ कुमार, एसआई अरुण कुमार दुबे, एएसआई अबुल कलाम एजाज, सीआई अमरनाथ झा, अंचल अमीन दीपक कुमार व सुनील कुमार आदि मौजूद थे।

कोर्ट नालिसी पर मारपीट की प्राथमिकी दर्ज

मधुबनी : जिले के हरलाखी थाना पुलिस ने पिपरौन गांव निवासी सुमित्रा देवी के द्वारा न्ययालय में दर्ज नालिसी के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली है। न्यायालय से प्राप्त नालिसी के आधार पर दर्ज प्राथमिकी के अनुसार अंतिम घटना विगत 1 फरवरी 2021 की बताई गई है, जिसमें आरोप है कि राजगीर दास व राजकुमार दास ने घर मे घुसकर मारपीट व अभद्र व्यवहार किया।

बीच बचाव करने जब महिला का पति आया तो उनके साथ भी मारपीट कर जख्मी कर दिया। उसके बाद घर में रखे हुए बक्सा से नगद रुपये समेत सोना चांदी का गहने जेबरात लूट लिया। फिर जमीन जायदाद से बेदखल करने के उद्देश्य से चाकू का भय दिखाकर दो सादे कागज में हस्ताक्षर करवा लिया। इस बाबत थानाध्यक्ष अनोज कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की अनुसंधान कर रही है।

स्टेनोग्राफर व निजी सहायक रहे सुजीत बोस का हुआ निधन, लोगों ने जताया शोक

मधुबनी : जिला समाहरणालय में जिलापदाधिकारी के स्टेनोग्राफर व निजी सहायक रहे सुजीत बोस का दरभंगा इस्तिथ पारस अस्पताल मे निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार मधुबनी नगर के मुक्ती धाम (जीवछ चौक) स्थित श्मशान भूमि पर किया गया। बोस बाबू के अंतिम संस्कार में मधुबनी जिलाधिकारी अरविन्द वर्मा एवं मधुबनी पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार एवं नगर के सैकड़ो गणमान्य लोग भी शामिल हुए।

बता दें की समाहर्ता, मधुबनी के निजी सहायक सुजीत कुमार बोस, जिनका दिनांक 31.10.2022 को समाहर्ता आवास के सामने ही संध्या करीब 7:30 बजे दुर्घटना हुई थी। उनका ब्रेन हैमरेज हो जाने के कारण वे पारस दरभंगा में इलाजरत थे। दुर्घटना के दिन से ही वे बेहोश थे और वेंटिलेटर पर थे, आज रात्रि जीवन से हार कर रात्रि करीब 1:30 बजे अंतिम साँस ली।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

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