जिला के उभरते बैडमिंटन प्लेयर राज आर्यन बने अंडर 17 बैडमिंटन प्रतियोगिता के बिहार चैंपियन, मंत्री और कमिश्नर ने किया सम्मानित
नवादा : बिहार राज्य बैडमिंटन एसोसिएशन के बैनर तले गया डीपीएस स्कूल के इंडोर स्टेडियम में 2 से 6 नवंबर तक आयोजित चार दिवसीय अंडर 17बैडमिंटन रैंकिंग टूर्नामेंट में नवादा के राज आर्यन ने डबल्स मैच में बिहार विजेता का खिताब अपने नाम किया। राज पत्रकार अरविंद कुमार के पुत्र हैं।
नवादा के राज आर्यन ने अपने जोड़ीदार पटना के कार्तिक के साथ समस्तीपुर के हर्ष राज व रिषभ राज को 21-16, 21-15 से हराकर जीत का परचम लहराया। विजेता बनने पर राज आर्यन को सूबे के कृषि मंत्री व बोधगया से विधायक कुमार सर्वजीत , मगध प्रमंडल आयुक्त मयंक वरवडे ने शील्ड, मेडल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। राज आर्यन के बिहार चैंपियन बनने की खबर के बाद नवादा के बैडमिंटन व खेल प्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ गई।
जिला बैडमिंटन संघ अध्यक्ष प्रवल प्रताप, रवि सिन्हा, नेशनल खिलाड़ी गुलशन कुमार, मयंक सिन्हा, सुमित आंनद ,गौतम केसरी समेत गोविन्दपुर विधायक मो कामरान, नवादा के पूर्व विधायक कौशल यादव, जदयू जिला अध्यक्ष व पूर्व एमएलसी सलमान रागिब, विनय यादव, नारायण मोहन स्वामी ,वारिसलीगंज विधायक अरुणा देवी, सांसद चंदन सिंह, हिसुआ विधायक नीतू सिंह ,एमएलसी अशोक यादव ,नवादा विधायक विभा देवी व जिला प्रशासन ने जीत पर खुशी जाहिर करते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की
जिले का एक मात्र उद्योग बंद चीनी मिल को कबाड़ में ले जाने की कबायद शुरू
नवादा : जिले का एक मात्र उद्योग सह पड़ोसी पांच जिले के किसानों को आर्थिक समृद्धि देने वाले पिछले 30 वर्षों से बंद वारिसलीगंज चीनी मिल के कल पुर्जाे को कबाड़ में बिक्री के लिए प्राइवेट कंपनी द्वारा कटाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। इस बाबत यशस्वी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के आनंद जायसवाल के नेतृत्व में सोमवार को मिल के अंदर पूजा पाठ बाद बड़ी-बड़ी मशीनों की कटनी गैस कटर से शुरू किया गया।
इस बाबत श्री जायसवाल ने बताया कि मिल के सभी मशीने पुराने जमाने की है, जो अब किसी काम में उपयोग लायक नहीं है। फलतः वियाडा से मेरी कम्पनी को बिहार के तीन मिल क्रमशः बनमंखी, गोरौल तथा वारिसलीगंज को स्क्रेपर के रूप में टेंडर लिया गया है। उन्होंने बताया कि अनुमानतः दो से तीन माह के भीतर सम्पूर्ण मिल की मशीनों की कटाई कर अन्यत्र बिक्री के लिए ले जाया जाएगा।
इस बाबत ब्राह्मण सुबोध चंद्र पांडेय ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मिल को स्क्रेपर बनाने को लेकर भगवान विष्वकर्मा की पूजा अर्चना किया। मौके पर स्क्रेपर कंपनी के सदस्यों के अलावा मिल की परिसम्पत्तियों की रखवाली करने वाले पहरेदार उपस्थित थे।
मौके पर वृद्ध पहरेदार रामचंद्र यादव ने भावुक होकर कहा कि एक समय था, जब कोई ब्राह्मण मिल स्थापना को ले शिलान्यास पूजा करवाये होंगे। आज का दिन क्षेत्र के लिए अति दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि जिले का एक मात्र उद्योग जिसमें क्षेत्र समेत देश के कई राज्यो के एक हज़ार से अधिक कामगार कार्य करते थे, वह यहां से विदा हो रहा है। मिल का उखड़ना किसानों के लिए काफी दुखदायी है।
मौके पर उपस्थित लोगों ने मिल की इस स्थिति के लिए तत्कालीन एवं वर्तमान सरकार को कोष रहे थे। आजादी से पूर्व स्थापित हुई थी वारिसलीगंज चीनी मिल देश की आजादी से पहले वर्ष 1939 में गया के एक व्यापारी रामचंद्र प्रसाद द्वारा वारिसलीगंज क्षेत्र के किसानों की मेहनत देखकर चीनी मिल स्थापित गया था, लेकिन कुछ घरेलू विवाद के कारण उक्त व्यापारी को चीनी मिल को बेचना पड़ा और पंजाब के करमचंद थापर नामक व्यापारी जो गोपालगंज में चीनी मिल खोलने के लिए जमीन खोज रहा था।
जब वहां जमीन विवाद के कारण चीनी मिल खोलने में काफी दिक्कत हो रही थी, तब उद्योगपति ने बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह को उद्योग लगाने में आ रही समस्या के बारे में जानकारी दी, जिसपर तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ सिंह के निर्देशानुसार वारिसलीगंज में बंद पड़े चीनी मिल देखने को कहा, जिसे देखने के बाद तुरंत 1950 में थापर परिवार के द्वारा चीनी मिल चालू किया गया। थापर ने चीनी मिल का नामकरण अपनी पत्नी मोहनी के नाम पर मोहनी सुगर मिल रखा।
साहित्यकार राम प्रसाद सिंह रत्नाकर बताते हैं कि वर्ष 1950 से लगातार वारिसलीगंज चीनी मिल करमचंद थापर के नेतृत्व में अच्छी मुनाफा कमाती रही। यही कारण था कि उस समय श्रमिक को मजदूरी व ईख उत्पादक किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं थी, जिस कारण क्षेत्र के किसान मज़दूरों में आर्थिक समृद्धि एवं खुशहाली थी, लेकिन वर्ष 1981 में सरकार ने चीनी मिल को अधिग्रहण कर चीनी निगम को सौंप दिया। तब से मिल की स्थिति बिगड़ने लगी और वर्ष 1993 में तत्कालीन लालू प्रसाद की सरकार द्वारा चीनी मिल से घाटा बता कर बंद करवा दिया गया।
मिल प्रबंधन के पास बाकी है आधा दर्जन पहरेदार की मजदूरी क्षेत्र के किसान-मजदूरों की खुशहाली का राज करीब तीन दशक से सरकारी उपेक्षा के कारण बंद वारिसलीगंज चीनी मिल की परिसम्पत्तियों की रखवाली करने वाले आधा दर्जन पहरेदारों की मजदूरी पिछले 10 वर्षों से मिल प्रबंधन के पास बकाया है। मिल के पहरेदार अपने घर के नमक सत्तू खाकर भीषण गर्मी, बरसात एवं ठंड की परवाह किये बैगर शिफ्ट में मिल की भीतरी व बाहरी कल पुर्जाे एवं अन्य संपत्तियों की रखवाली करते रहे।
उन्हें आशा थी कि आज नहीं तो कल मेरा मज़दूरी जरूर मिलेगी, परंतु सोमवार को जब मिल के कल पुर्जाे को स्क्रेपर बनाने के लिए ठेकेदार द्वारा कटनी शुरू किया गया, तब पहरेदारों में आक्रोश पनपने लगा। पहरेदारों ने मिल पहुंचे ठेकेदार प्रतिनिधि को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि हमलोगों की 10 वर्षों से मजदुरी प्रबंधन के पास बाकी है, पहले मजदुरी का भुगतान करवाइए तब हमलोग मिल की मशीनों की कटनी होने देंगे। ठेकेदार प्रतिनिधि ने वियाडा के अधिकारी से बात कर मजदूरी भुगतान करवाने का पहल करने का आश्वासन दिया है।
जानकारी के अनुसार मिल बंद होने के बाद समयांतराल सभी कर्मी एवं पहरेदार मिल से सेवा निवृत हो गए, तब खुद दैनिक मज़दूरी पर कार्य करने वाले लिपिक द्वारा क्षेत्र के कुछ गरीबो को दैनिक मजदुरी पर मिल की परिसंपत्तियों की रखवाली के लिए करीब आधा दर्जन पहरेदारों को काम पर रखा, जो शिफ्ट वाइज पहरेदारी का काम करने लगे, परंतु उन्हें आज तक मजदुरी नहीं मिली है। मजदूरों का कहना है कि पहले हमलोगों की मजदूरी का भुगतान करो तब मिल को उखाड़ो। वर्तमान समय में दैनिक मजदुरी पर कार्यरत मजदूरों में रामचंद्र यादव, हरदेव तांती, इम्तेयाज अंसारी, मुकेश कुमार, जितेंद्र यादव तथा राम विलास सिंह का नाम शामिल हैं।
शराबबंदी के बावजूद मंदिर परिसर को भी नहीं बख्श रहे शराबी
नवादा : जिले में शराबबंदी लगभग पूरी तरह से विफल साबित हो रही है. हर जगह शराब के नशे में झूमते शराबी आसानी से मिल जायेंगे। यहां तक कि थाने के आसपास भी शराबियों की जमघट लगनी शुरू हो गयी है मानों शराब पीने की छूट हो। और तो और मंदिर परिसर तक का इस्तेमाल करने से शराबी बाज नहीं आ रहे हैं। चापाकल के हेड तक की चोरी कर ली। ताजा मामला रजौली अनुमंडल मुख्यालय का है जहां मंदिर परिसर में शराब सेवन किये जाने का मामला सामने आया है।
रजौली थाना परिसर से कुछ दूर महसय मुहल्ले के अति प्राचीन शिव मंदिर परिसर शराबियों का अड्डा बन गया है. शराबियों द्वारा न केवल शराब का सेवन किया जा रहा है बल्कि सेवन के बाद पालिथीन न ग्लास तक तक को वहीं छोड़ जा रहे हैं। जाहिर है उन्हें ऐसा करते वक्त न तो भगवान का भय है न ही पुलिस का, और तो और चापाकल के हेड तक खोलकर लेते चले गए। तस्वीर झूठ नहीं बोलती। इसे झूठला पाना भी संभव नहीं है। समाजसेवी संजय कुमार यादव ने सूचना थानाध्यक्ष को दी है. लेकिन कार्रवाई होगी?
जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे आरंभ हो गया कोयले का कारोबार
नवादा : जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे रजौली से लेकर खरांठ तक दर्जनों स्थानों पर पुलिस की मिलीभगत से कोयले की चोरी आरंभ हो गयी है. कोयला में मिलावट करने में शामिल दर्जनों अवैध कोयला डिपो रजौली थाना क्षेत्र के हरदिया में एनएच-20 सड़क के किनारे कोयले के डस्ट का अवैध कारोबार एक बार फिर धड़ल्ले से पनपने लगा है।
रजौली पुलिस की नाक के नीचे काले हीरे की चोरी का कारोबार माफियाओं व पुलिस की सांठगांठ के बाद एक बार पुनः पैर पसारना शुरू कर दिया है। काले हीरे कहे जाने वाले कोयला के नाम पर कोयला माफियाओं द्वारा कोयले के डस्ट का कारोबार किया जा रहा है।
झारखंड की ओर से आने वाले कोयला लदे ट्रकों को एनएच-20 पर सड़क के किनारे बने इन माफियाओं के डंपिंग यार्ड में रोक कर ट्रक चालक की मिलीभगत से काले हीरे के नाम से कोयले को उतार लिया जाता है।कोयला उतारने के बाद झारखंड के कोल फिल्ड क्षेत्र से आने वाले कोयले के फेंके हुए डस्ट को बराबर की मात्रा में इसमें मिलाकर व पानी डाल कर बगल के आगे पीछे स्थित धर्मकांटे पर उसका वजन कराकर उसे निर्धारित गंतव्यों की ओर भिजवा दे रहे हैं।
जिसकी भनक कोयला मंगाने वाले व्यवसाइयों को भी नहीं होती है। उन्हें यह जानकारी नहीं होती कि लाया गया कोयला ऑरिजनल है या मिलावटी।उन्हें तब पता चलता जब इंट भट्ठेदार उसे इंट पकाने के काम में लाने लगते हैं।देर से जलने वाले कोयले के कारण ईंट अच्छा से नहीं पक पाती है।जब तक उन्हें समझ में आता है,तब तक काफी देर हो चुका होता है।ट्रक वाले पैसे लेकर जा चुके होते हैं।ऐसी भी बात नहीं है कि पुलिस को इस प्रकार के धंधे की जानकारी नहीं है। बावजूद धंधा फल फूल रहा है।
चोरी का बालू लदा ट्रैक्टर जब्त
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली पुलिस ने चोरी कर लाये जा रहे बालू समेत ट्रैक्टर को जब्त किया है। सूचना खनन विभाग को दी गयी है। चालक वाहन छोड़ फरार होने में सफल रहा।
बताया जाता है कि अनि मो सहरोज को गश्ती के क्रम में भड़रा गांव के पास बालू लदे ट्रैक्टर पर नजर पड़ी। पुलिस वाहन को आते देख चालक वाहन छोड़ फरार हो गया। पुलिस ने बालू समेत ट्रैक्टर को जप्त कर थाना लाया। जब्त ट्रैक्टर भड़रा गांव के व्यास यादव का बताया गया है। थानाध्यक्ष दरबारी चौधरी ने सूचना खनन विभाग को दी है. खनन पदाधिकारी के आवेदन के आलोक में अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी।
विद्युत स्पर्शाघात से युवक की मौत, पथ जाम
नवादा : जिले के रोह थाना क्षेत्र के घोराही गांव में विद्युत स्पर्शाघात से 34 वर्षीय युवक की मौत हो गयी। आक्रोशित ग्रामिणों ने रोह-कादिरगंज पथ को घंटों जाम रखा। अधिकारियों के समझाने बूझाने के बाद जाम वापस लिया गया। शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा है।
थानाध्यक्ष डा. नरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि 34 वर्षीय सौरभ विश्वकर्मा खेत में फसल देखने गया था। अचानक 33 हजार का तार टूटकर उसके शरीर पर आ गिरा जिससे उसकी मौत हो गयी। घटना से आक्रोशित ग्रामिणों ने घोराही के पास पथ को जाम कर दिया। किसी समझाने बूझाने के बाद जाम को वापस लिया गया। शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जायेगा।