पटना/नयी दिल्ली : राफेल विमान सौदे को लेकर बुधवार को लोकसभा में कांग्रेस अध्यक्ष बुरी तरह फंस गए। उनका झूठ सदन में उस वक्त उजागर हो गया जब स्पीकर ने उनके द्वारा पेश एक आडियो टेप की लिखित में जिम्मेदारी लेने को कहा। दरअसल आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सदन में राफेल सौदे पर चर्चा के दौरान कांग्रेस द्वारा जारी की गई गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से जुड़़े टेप को संसद में चलाने की परमिशन मांगी। लोकसभा स्पीकर ने राहुल गांधी को इसकी परमिशन नहीं दी।
अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने अपनी जेब से फोन निकाल कर मनोहर पर्रिकर से जुड़े ऑडियो टेप को चलाने की परमिशन मांगी थी। इसपर स्पीकर ने कहा कि अगर आप इस ऑडियो टेप की पुष्टि करते हैं और इसकी जिम्मेदारी लिखित में देते हैं तो ही चला सकते हैं। राहुल गांधी इसके लिए तैयार नहीं हुए। इसके बाद ने कहा कि क्या वह ऑडियो चलाने की बजाय उसकी ट्रांसक्रिप्ट पढ़ सकते हैं। लेकिन इसको लेकर भी सुमित्रा महाजन ने परमिशन नहीं दी।
राहुल गांधी पर जमकर बरसे अरुण जेटली
राहुल गांधी द्वारा ऑडियो टेप चलाने की परमिशन मांगने पर वित्त मंत्री अरुण जेटली भड़क गए। अरुण जेटली ने कहा कि राहुल गांधी इस ऑडियो की पुष्टि नहीं कर रहे हैं। टेप फर्जी है और यही कारण है कि वह आपको आश्वासन नहीं दे रहे हैं। ना ही वो लिखित में इसकी पुष्टि करना चाह रहे हैं। अरुण जेटली ने कहा कि पिछले भाषण में जो राहुल गांधी ने दावा किया था उसे फ्रांस की ही सरकार ने ठुकरा दिया था। इसका मतलब राहुल गांधी एक झूठे व्यक्ति हैं जो लगातार गलत आरोप लगा रहे हैं।
बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने बुधवार सुबह ही एक ऑडियो जारी किया जिसमें गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे की बातचीत होने का दावा किया गया है। इसमें वह दावा कर रहे हैं कि मनोहर पर्रिकर के बेडरूम में राफेल डील की सभी फाइलें पड़ी हुई हैं।