नीतीश का ‘ऑनलाइन पिंडदान’ महज धोखा, विष्णुपद मंदिर कमेटी ने साफ नकारा
पटना/गया: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पितृपक्ष के दौरान गया में ऑनलाइन पिडंदान योजना पर विष्णुपद मंदिर कमेटी ने विरोध करते हुए कहा है कि इससे कोई फायदा नहीं। शास्त्रों में कहा गया है कि सशरीर गया में पिंडदान करने से ही पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। सरकार की ऑनलाइन पिंडदान योजना से कोई मोक्ष प्राप्त नहीं होता। इस योजना के तहत कुछ लोग ऑनलाइन पिंडदान करवाकर महज ठगी का काम कर रहे हैं।
विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी कमेटी अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल ने नीतीश सरकार की इस योजना का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि ऑनलाइन माध्यम से आप सिर्फ दर्शन का लाभ ले सकते हैं। मोक्ष की प्राप्ति पितर के संतान द्वारा सशरीर गया में पिंडदान करने से ही मिल सकता है। पिता का अंश पुत्र ही होता है। ऑनलाइन में अंश नहीं होता। जबकि अंश द्वारा ही सशरीर पिंड देने से पितर को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
राज्य सरकार के साथ ही मंदिर कमेटी अध्यक्ष ने कुछ स्थानीय और बाहरी कथावाचकों तथा अन्य लोगों पर भी सवाल उठाये। इसमें उन्होंने गरुड़ पुराण और भागवत कथावाचन को गलत बताया। उनका कहना है कि गरुड़ पुराण मृत्यु से दशकर्म के बीच ही सुनना चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि राज्य सरकार के साथ ही कुछ स्थानीय लोग भी ऑनलाइन पिंडदान करवाकर पिंडदानियों को ठग रहे हैं।