रेस्टोरेंट जा रहे दंपति को बदमाशों ने मारी गोली
आरा : भोजपुर जिला के आरा-बक्सर नेशनल हाईवे पर बुधवार की देर शाम बाइक सवार हथियारबंद अपराधियों ने रेस्टोरंट में खाना खाने जा रहे हार्डवेयर व्यवसायी और उनकी पत्नी को करीब से गोली मारकर जख्मी कर दिया| घायलों में टाउन थाना क्षेत्र के बिंद टोली मोहल्ला वार्ड नंबर 5 निवासी ओम प्रकाश विश्वकर्मा का 30 वर्षीय पुत्र उत्तम कुमार विश्वकर्मा और 25 वर्षीय पत्नी संध्या देवी शामिल है। जख्मी उत्तम कुमार विश्वकर्मा की शहर के बास टाल में हार्डवेयर दुकान है। दोनों जख्मियों को आरा के बाबु बाज़ार स्थित एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया जहाँ उनकी स्थिति नाजुक बनी हुयी है| भोजपुर एसपी संजय कुमार सिंह, टाउन थानान्ध्यक्ष अनिल कुमार सिंह एवं गजराजगंज गोपी इंचार्ज चंदन कुमार निजी अस्पताल में जख्मी दंपति से मिलकर घटना की जानकारी ली। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है|
संध्या कुमारी ने बताया कि उसके पति बुधवार की शाम उसे बाइक से रेस्टोरेंट में खाना खिलाने ले जा रहे थे। रास्ते में पड़ने वाले एक रेस्टोरेंट में उन्होंने खाना खाने से इनकार कर दिया तथा कहा कि आगे एक और रेस्टोरेंट है उसमें खाना खाया जाएगा| इतना कहकर उन्होंने सुनसान जगह पर बाइक रोक दी तथा उन्तेज़ार करने को कहकर रेस्टोरेंट का पता करने का कह कर चल गए| रास्ते में ही वे दो लड़कों से बात करने लगे| तभी अचानक एक बाइक पर सवार उक्त दो युवक काले रंग का टीशर्ट और मुंह पर मास्क लगाए वहां आ धमके और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी जिसमे संध्या कुमारी को करीब पांच गोली लगी तथा उत्तम कुमार को दो गोली लगी है|
संध्या कुमारी ने आशंका व्यक्त की है कि पति ही उसे मरवाना चाहते थे| हालांकि उनके बीच कोई विवाद नही है| उसने कहा कि अब वह नहीं बच पाएगी| उसके पति ही बता सकते हैं कि क्यों मरवाना चाहते थे| पति ने उसे और खुद को गोली मरवाई है| भोजपुर एसपी संजय सिंह ने बताया कि दोनों पति-पत्नी बाइक से देर शाम किसी रेस्टोरेंट में खाना खाने गए थे। जब दोनों वापस बाइक से लौट रहे थे तभी यह घटना घटी है। घटना का कारण पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो सका है।
हमारी विशेष टीम एवं टेक्निकल टीम इसकी जांच कर रही है। अभी कुछ भी कह पाना संभव नहीं है। जहां तक हमें भी कुछ लोगों के माध्यम से पति द्वारा खुद को एवं पत्नी को गोली मरवाने की जो आशंका की बात सामने आई है। यह भी अभी स्पष्ट नहीं है और हम अभी छानबीन कर रहे हैं। वही परिजन द्वारा पहले की कुछ रंजीश की बात बताई गई है। दोनों बिंदुओं पर अभी जांच की जा रही है। साथ ही दोनों दंपति अभी जख्मी हालत में है और बोलने की स्थिति में नहीं है। जैसे ही दोनों में से कोई भी अगर कुछ बताते हैं तो उस एंगल से भी जांच की जाएगी। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि अपराधियों की संख्या कितनी थी और वह कैसे आए थे।
भोजपुर के कई गावों में फैला पानी, बाढ़ से कई गांवों का संपर्क टूटा, पलायन को मजबूर लोग
आरा : भोजपुर जिला के बडहरा एवं शाहपुर प्रखंड के कई गाँव में बाढ़ का पानी फैलने से जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है| लोग पलायन को मजबूर हो गए है| बढ़ की वजह से खेतों में खड़ी लाखों की फसल और सब्जी नष्ट हो गयी है| जिससे किसान पूरी तरह तबाह हो गए है|
गंगा नदी के जल स्तर में एक सप्ताह से लगातार हो रही वृद्धि से बाढ़ आ गयी है तथा बाढ़ का पानी सड़कों पर एवं खेतो में फैल गया है, जिससे लाखों रुपये की फसल और सब्जी की खेती नष्ट हो गयी है. जल स्तर के वृद्धि होते ही बुधवार को अन्य सड़क मार्ग से संपर्क भंग हो सकता है. शाहपुर के कई गांवों के प्रमुख पथों पर बाढ़ का पानी चढ़ने के कारण प्रखंड मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. साथ ही आवागमन बाधित हो चुका है. पीपरपांती, बलुआ, पैगा, नेकनाम टोला, बखोरापुर, दुबे छपरा, हाजीपुर, शिवपुर, गुंडी, छोटका ईटहना, सलेमपुर समेत अन्य गांवों के बधार फैल गया है, वहीं सरैंया-केशोपुर पथ, लौहर-दूबेछपरा, बखोरापुर-लौहर पथ, नेकनामटोला पहुच पथ, दुर्गटोला- फरहदा पथ, दुर्गटोला-गजियापुर पथ, बिराहीपुर-पंडीतपुर लिंक पथ समेत अन्य पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है, जिससे आवागमन बाधित हो गया है.
प्रखंड के हजारों घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है. ऐसे में पिछले एक सप्ताह से बाढ़ से घिरे करीब सैकड़ों लोग अलग-अलग ठिकानों पर शरण लिए हुए हैं. सुहियां पंचायत के 100 के करीब लोगों ने सहजौली गांव के समीप शरण ले रखी. वहीं, प्रखंड के शाहपुर-करनामेपुर पथ एवं बिहिया चौरस्ता-गौरा पथ छोड़कर सभी सड़कों पर बाढ़ का पानी चढ़ चुका है|
शाहपुर प्रखंड में सुदूर दियरांचल के 25 से अधिक गांव के 1000 घर, 8 स्कूल व 10 मंदिर बाढ़ की चपेट में आ गए है। यह पानी में डूब गये हैं या पूरी तरह बाढ़ के पानी से घिर गए है। इन गांवों के खेतों मे लगी 2000 से अधिक एकड़ में खड़ी भदई की फसल पूरी तरह डूब गयी है। इससे लगभग 8 से 10 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान होने की संभावना है। इन गांवों को जोड़ने वाली सभी ग्रामीण सड़कें भी पानी में डूब गयी है। इससे इन गांवों का संपर्क एक-दूसरे गांव से पूरी तरह टूट गया है। इतना कुछ होने के बाद भी बाढ़ से निपटने या फिर राहत व बचाव के लिए प्रशासन द्वारा कोई इंतजाम नहीं किया गया है। हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सरकारी स्तर पर अभी नाव की भी व्यवस्था नहीं की गयी है।
बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए शाहपुर अंचल कार्यालय में अभी तक कंट्रोल रूम तक नहीं बनाया गया है और ना ही हेल्पलाइन नंबर जारी किए गये है। बाढ़ के पानी में कितने स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र व स्वास्थ्य केन्द्र डूबे या घिरे है और राहत व बचाव के लिए क्या इंतजाम है, यह अफसर साफ-साफ बता भी नहीं पा रहे है। ऐसे में बाढ़ पीड़ित की हालत पूरी तरह राम भरोसे हैं। वे खुद सुविधा, सुरक्षा, व आर्थिक क्षति की जंग लड़ रहे हैं। हालांकि, शाहपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि तत्काल कंट्रोल रूम शुरू किया जाएगा। बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए जाएंगे, जिनके माध्यम से बाढ़ पीड़ितों को बाढ़ तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
करीब एक सप्ताह से गंगा के जलस्तर में हो रही वृद्धि अनवरत जारी है। इससे गंगा की लहरें दिन-प्रतिदिन विकराल होती जा रही है। गंगा नदी का विकराल रूप अब लोगों को डराने लगा है। बाढ़ ने लोगों के सामने काफी मुसीबत खड़ी कर दी है। अब प्रभावित लोग इस प्राकृतिक लीला के सामने बेबस और लाचार नजर आ रहे है। प्रखंड क्षेत्र में आई बाढ़ से प्रखंड के रामदयाल ठाकुर के डेरा, करीमन ठाकुर के डेरा, रमकरही, मरचईया, माधोपुर, दामोदरपुर, जवईनिया, पुरुषोत्तमपुर, बहोरनपुर ,लक्षुटोला, धमवल, हिरखी पिपरा, सुहिया, सोनकी व होरिलछपरा समेत 25 से अधिक गांव या तो पानी से डूबे या चारों तरफ से घिर गए हैं। प्रखंड के ईश्वरपुरा, करनामेपुर, प्रसौडा, खुटहां, देवमलपुर, रमदतही, समेत अन्य गांवों के बधार में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया।
शाहपुर प्रखंड में आई प्रलयंकारी बाढ़ से क्षेत्र के 8 से अधिक विद्यालय बाढ़ के पानी से डूब गये या तो पूरी तरह से घिर गए हैं। इससे इन विद्यालयों में पठन-पाठन पूरी तरह बंद है। फिर भी सरकारी रिकार्ड में यह विद्यालय अभी भी चालू है। इस संबंध में पूछे जाने पर प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी गुलाम सरवर ने बताया कि शाहपुर प्रखंड में कितने विद्यालय डूबे हैं, इसकी सूची अभी उपलब्ध नहीं है। बताया जाता है कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय दामोदरपुर, प्राथमिक विद्यालय जवईनिया, समेत 8 से अधिक विद्यालय पानी में डूब गये या फिर घिर गये हैं। लेकिन विभाग को विद्यालय के डूबने या घिरने तक का पता तक नहीं है।
बाढ़ के पानी में कितने स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र व स्वास्थ्य केन्द्र डूबे या घिरे है और राहत व बचाव के लिए क्या इंतजाम है, यह अफसर साफ-साफ बता भी नहीं पा रहे है। ऐसे में बाढ़ पीड़ित की हालत पूरी तरह राम भरोसे हैं। वे खुद सुविधा, सुरक्षा, व आर्थिक क्षति की जंग लड़ रहे हैं। हालांकि, शाहपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि तत्काल कंट्रोल रूम शुरू किया जाएगा। बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए जाएंगे, जिनके माध्यम से बाढ़ पीड़ितों को बाढ़ तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
शाहपुर प्रखंड में आई प्रलयंकारी बाढ़ से क्षेत्र के 8 से अधिक विद्यालय बाढ़ के पानी से डूब गये या तो पूरी तरह से घिर गए हैं। इससे इन विद्यालयों में पठन-पाठन पूरी तरह बंद है। फिर भी सरकारी रिकार्ड में यह विद्यालय अभी भी चालू है।
शराब पीने से मना करने पर चाकू से किया वार
आरा : भोजपुर जिले के तीयर थानान्तर्गत हेतमपुर गांव में बुधवार की रात मामूली विवाद को लेकर अपराधियों ने एक युवक को चाकू से मारकर घायल कर दिया| उसे आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है| जख्मी तीयर थानान्तर्गत हेतमपुर गांव निवासी लालधारी राम का 27 वर्षीय पुत्र मंटु कुमार है।
मंटू कुमार ने बताया कि उसके गांव का एक दोस्त शंभू उसे खिलाने-पिलाने को लेकर अपने साथ लेकर गया था। जाने के बाद वहां पर वह उसे जबरन शराब पीने को कहने लगा। जब उसने पीने से मना कर दिया तो दोनों के बीच तू-तू मैं-मैं हुई। इसके बाद शंभू उसे गाली-गलौज करने लगा। इसके बाद वह अपनी बाइक लेकर वापस घर लौट आया।
जैसे ही वह अपने घर के दरवाजे पर बाइक लगा रहा था तभी शंभू हाथ में चाकू लेकर अपने भाई के साथ आ धमका और ताबडतोड़ उस पर चाकू से वार कर दिया। चाकू लगने से वह लहूलुहान होकर जख्मी हालत में जमीन पर गिर पड़ा। जख्मी मंटू कुमार ने गांव के ही शंभू नामक व्यक्ति पर चाकू मारने का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है।
हिरण तस्करी मामले में दो तस्कर गिरफ्तार
आरा : भोजपुर जिला मुख्यालय आरा में गंगा नदी के रास्ते नाव से हिरण तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया है| इस मामले में दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है| पकड़े गये दोनों तस्करों के पास से एक हिरण को बरामद किया| पुलिस ने हिरण को वन विभाग की टीम को सौंप दिया है| सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भोजपुर जिला में बड़हरा प्रखंड के सिन्हा ओपी क्षेत्र के महुली गंगा घाट में यह कारोबार बहुत दिनों से चल रहा था. इसी बीच सिन्हा ओपी पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि महुली गंगा घाट पर नाव से हिरण की तस्करी होने जा रही है.
सूचना मिलते ही पुलिस ने घेरा डालकर नाव पर लदे एक हिरण को बरामद किया तथा दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया| पकड़े गये तस्कर कृष्णागढ़ थानान्तर्गत गुंडी गांव निवासी सुखदेव सिंह के पुत्र अजीत सिंह और खवासपुर ओपी क्षेत्र के हजारी टोला गांव निवासी मुखिया यादव के पुत्र रानु यादव हैं| दोनों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस का कहना है कि एक बड़े रैकेट के माध्यम से यह काम हो रहा है|
हिरण की बरामदगी के बाद सिन्हा ओपी पुलिस ने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी| वन विभाग के उप परिसर पदाधिकारी प्रिंस कुमार, वन विभाग के एएसआई मनीष कुमार और सुचित्रा कुमार सिन्हा ओपी पहुंचे तथा दोनों तस्करों और हिरण को अपने साथ लेकर चले गये| वन विभाग के अधिकारियों ने इस संबंध में तत्काल कुछ भी बताने से इनकार कर दिया|
शादी से इंकार पर प्रेमी-प्रेमिका पहुंचे थाने
आरा : भोजपुर जिला के चरपोखरी थानान्तर्गत एक गाँव के आर के पाण्डेय अपने ही गाँव की एक लड़की रागिनी पाण्डेय से प्रेम करता था तथा शादी करना चाहते थे पर उनके परिजन इसके विरुद्ध थे| इसलिए दोनों भाग कर पटना के कंकडबाग थाने पहुँच कर सुरक्षा की गुहार लगाईं|
बताया जाता है कि दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं और दोनों का घर भी अगल-बगल में हैं| साथ ही दोनों रिश्तेदार भी हैं और बालिग भी हैं, इसके कारण दोनों के परिजन समाज में बदनामी होने की बात कह कर शादी के लिए तैयार नहीं थे जबकि प्रेमी-प्रेमिका परिवार की बातों को सुनने के लिए तैयार नहीं थे। दोनों के बालिग होने के कारण पुलिस भी मजबूर थी|
आरा का रहने वाला प्रेमी आर के पांडेय का अपने घर के बगल की युवती रागिनी पांडेय से कई दिनों से प्रेम-प्रसंग चल रहा था| प्रेमी कंकड़बाग के एक होटल में काम करता है| वह रविवार को अपने गांव गया और फिर पूर्व की योजना के तहत प्रेमिका को लेकर पटना चला आया| जानकारी मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया और दोनों के परिजन पटना पहुंच गये जहां लोगों ने प्रेमी-प्रेमिका को पकड़ लिया|
प्रेमिका को उसके बहनोई जबरन ले जाने लगे तो उसने अपने को छुड़ा लिया और थाना चली आयी और पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाईं| इसी बीच उसका प्रेमी भी आ गया| उन दोनों ने परिजनों पर जबरन साथ ले जाने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया और पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगायी। दोनों के परिजन भी थाने पर पहुंचे और फिर वहां घंटों तक फैमिली ड्रामा चला। परिजन दोनों की शादी के लिए तैयार नहीं थे जबकि वे लोग शादी पर अड़े थे| पुलिस पदाधिकारियों ने भी समझाने की काफी कोशिश की पर कोई फायदा नही हुआ| चूँकि दोनों बालिग़ थे इसलिए पुलिस उनपर कोई दबाव नहीं बना पा रही थी|
बिहार के इकलौते मानसिक आरोग्यशाला भवन का उद्घाटन अधर में
आरा : बिहार में राजनितिक उलटफेर के बीच राज्य के इकलौते बिहार राज्य मानसिक स्वास्थ्य एवं सहबद्ध विज्ञान संस्थान, कोईलवर (मानसिक आरोग्यशाला) के नए भवन के उद्घाटन की तिथि अब तक तय नहीं हो सकी है। अगस्त महीने में बिहार राज्य मानसिक स्वास्थ्य एवं सहबद्ध विज्ञान संस्थान कोईलवर में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का दौरा हुआ था। जिन्होंने चिकित्सीय व्यवस्था को सुदृढ करने तथा दो-तीन महीने में मानसिक आरोग्यशाला में बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं मिलने की बात कही थी। अगस्त महीने में ही किसी तिथि को उद्घाटन करने की बात कही गयी थी। लेकिन राजनितिक उलटफेर के कारण अब नए भवन में शिफ्टिंग का कार्य पर कुछ दिनों का ग्रहण लग गया है।
नई सरकार में स्वास्थ्य मंत्री विभाग उप-मुख्यमंत्री के जिम्मे है। अब देखना होगा कि 272 बेड के अस्पताल का उद्घाटन कब होता है? इधर मानसिक अस्पताल नये भवन में शिफ्ट नहीं होने से जीविका दीदी की रसोई व सिलाई सेंटर भी शुरू नहीं हो पाया। जिसे अगस्त महीने के दूसरे सप्ताह में शुरू होने की बात कही गयी थी| निर्माण कंपनी के अधिकारी के अनुसार मानसिक आरोग्यशाला के नये भवन का उद्घाटन सितंबर महीने में किसी संभावित तिथि को हो सकता है।
बिहार राज्य मानसिक स्वास्थ्य एवं सहबद्ध विज्ञान संस्थान कोईलवर में 272 बेड का निर्माण करा रही कंपनी के अधिकारी ने बताया कि 272 बेड में से 180 बेड समेत अन्य कार्य सम्पन्न करा लिया गया है। बस अब इसके उद्घाटन का इंतजार है। सितंबर महीने में उद्घाटन हो सकता है।
कंपनी के प्रोजेक्ट इंचार्ज रितेश कुमार ने बताया कि 272 बेड के अस्पताल के लिए पहले फेज में मनोरोगियों के लिए 180 बेड को तैयार कर लिया गया है। इसके साथ आरोग्यशाला के नए भवन में बीस-बीस बेड का मेल व फीमेल वार्ड, एडमिन ब्लॉक, एकेडमिक ब्लॉक, ग्राउंड व फर्स्ट फ्लोर के साथ सेकण्ड फ्लोर का निर्माण लगभग पूरा कर लिया गया है। साथ ही लैब, मेडिसिन कक्ष, पब्लिक कैंटीन, किचेन, नर्सेज होस्टल, इलेक्ट्रिक, जेनरेटर सेंटर कक्ष को तैयार कर लिया गया। नये भवन के चारो तरफ रंगरोगन का कार्य पूरा हो गया है।
बिहार राज्य मानसिक स्वास्थ्य एवं सहबद्ध विज्ञान संस्थान कोईलवर के नए भवन के चारो तरफ किस्म-किस्म के पौधे लगाए जा रहे हैं। नये भवन के सामने रास्ते के बगल में ग्रास कोर्ट बनाया गया है। जिसके लिए कोलकाता से घास व शो प्लांट मंगा लगाए गए है। प्रोजेक्ट इंचार्ज ने बताया कि अस्पताल परिसर में चारो तरफ पौधे लगा हरा भरा बनाया जा रहा है। भवन निर्माण कार्य के दौरान भी ग्रीन जोन बनाने के लिए भवन के नक्शे में फ़ेरबदल किया गया था।
लेकिन विशाल पेड़ को वैसे ही छोड़ दिया गया है। जिससे पूरा क्षेत्र हरा भरा और खूबसूरत दिखे। डॉक्टर क्वार्टर या अन्य बने बिल्डिंग में इसका खास ख्याल रखा गया है। आरोग्यशाला के मुख्य गेट से एडमिन ब्लॉक आने तक वाली जगह को एलईडी स्ट्रीट लाइट से सजाया गया है। मुख्य एडमिन भवन के उत्तर तरफ पार्किंग और फुटपाथ की व्यवस्था की जा रही है। जिसका निर्माण अंतिम चरण में है।
निर्माण कार्य करा रही कंपनी के अनुसार उद्घाटन की तिथि बढ़ जाने से उन्हें परिसर को पेड़ पौधे से सजाने का ज्यादा समय मिल गया। अब नया भवन उद्घाटन की प्रतीक्षा में है। नये भवन में अस्पताल शिफ्ट नही होने के कारण टीबी सेनेटोरियम के पुराने भवन में ही ओपीडी, इंडोर वार्ड और कार्यालय चल रहा है।
केदारनाथ मंदिर जैसा दिखेगा मां दुर्गा का पंडाल
आरा : बंगाल के बाद बिहार ही ऐसा प्रदेश है जहां दुर्गा पूजा धूम-धाम से मनाई जाती है| बंगाल की तरह बिहार में भी विशाल पंडाल और मूर्तियाँ बनाई जाती है| दुर्गा पूजा के आयोजन में श्री श्री दुर्गा पूजा समिति नवयुवक कला मंदिर, बैंक कॉलोनी मोड़, आरा का विशिष्ट स्थान है। पिछले 10 साल से यहां भव्य पूजनोत्सव होता है। इस बार भी यहां का पूजनोत्सव भव्य रहेगा।
पूजा पंडाल में मां दुर्गा की सबसे ऊंची मूर्ति की स्थापना होगी| उत्तराखंड के बाबा केदारनाथ मंदिर का प्रारूप यहां तैयार किया जाएगा, भक्तगण वहां के माहौल का अहसास करेंगे। श्रद्धालु के लिये फर्स्ट ऐड की व्यवस्था बाबा मेडिकल हॉल, धोबी घाट मोड़ करेगा। धोबी घटवा मोड़ से लेकर जीरोमाइल तक लाइट का प्रबंध विजय मेहता एवं उनकी टीम तूलिका आर्ट के द्वारा पंडाल का भव्य निर्माण होगा।
काराकाट की मशहूर लाइट एंड साउंड कृष्णा एंड कृष्णा का बेहतरीन इंतजाम रहेगा। सुरक्षा के लिए दर्जनों वोलान्तिअर मुस्तैद रहेंगे। सीसीटीवी से पूरे पंडाल एवं आसपास के इलाकों में लगातार निगरानी होती रहेगी। आप परिवार सहित यहां सुविधापूर्ण माहौल पर देवी के दर्शन व पूजा कर सकते हैं। पूजा समिति के अध्यक्ष गुड्डू सिंह बबुआन व संयोजक डॉ चंदन कुमार ने बताया कि इस बार 6 से 8 लाख का बजट है।
सप्तमी से दसमीं तक श्रद्धालु भक्तों के लिए बेहतरीन पूजा-पाठ, सुरक्षा व्यवस्था तथा शांति व्यवस्था के लिये कई बार जिला प्रशासन के द्वारा पूजा समिति को पुरस्कृत किया गया है। पूजा समिति के अध्यक्ष गुड्डू सिंह बबुआन ने बताया कि माता रानी की कृपा से हर वर्ष श्रद्धालु भक्तों को नया-नया पूजा पंडाल का दीदार यहां होता है। समिति के 50 से ज्यादा सदस्य दिन-रात मेहनत कर आसपास के सभी मोहल्ले व अपने सहयोगियों के माध्यम से पूजा को संपन्न कराते हैं।
वीकेएसयू के कुलपति ने न्यू कैंपस का किया निरीक्षण, कई कार्यालय मिले बंद, अनुपस्थित कर्मियों से स्पष्टीकरण
आरा : वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में कुलपति प्रोफ़ेसर शैलेंद्र कुमार चतुर्वेदी ने औचक निरीक्षण किया तथा ड्यूटी से गायब अधिकारी एवं कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। इस दौरान प्रशासनिक भवन के कई कार्यालय बंद मिले। कुलानूशासक कार्यालय, वित्त पदाधिकारी कार्यालय, वित्तीय परामर्श कार्यालय, पेंशन शाखा, अभियंता शाखा एवं पंजीयन शाखा के कार्यालय बंद मिले|
इसके अलावा विधि शाखा में आदेशपाल अजय कुमार, संबंधन शाखा में आदेशपाल नागेंद्र सिंह यादव और लेखा शाखा में निम्न वर्गीय लिपिक शेखर कुमार के अलावा इन कार्यालयों में अधिकारी एवं कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। जिस पर कुलपति ने नाराजगी जाहिर करते हुए कुलसचिव डॉ धीरेंद्र प्रसाद सिंह से कहा कि ड्यूटी से गायब रहने वाले अधिकारियों एवं कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा जाए।
कुलसचिव ने बताया कि सभी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। कुलपति ने जीरो माइल के न्यू कैंपस का भी औचक निरीक्षण किया। परीक्षा विभाग एवं बीएड विभाग का जायजा लिया। बीएड विभाग में एक अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड को रखने का आदेश दिया। न्यू कैंपस में बन रहे मल्टी पर्पस हॉल के कार्य की भी समीक्षा की। मौके पर उपस्थित अभियंता से पूछा कि कितने दिनों में विश्वविद्यालय को मल्टी पर्पस हॉल बनाकर बिहार आधारभूत संरचना सौंप देगा।
गौरतलब हो कि भारत सरकार युवा, कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, नई दिल्ली की तरफ से वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के न्यू कैम्पस में 4.50 करोड़ रूपए की लागत से मल्टी पर्पस हॉल बनाया जा रहा है। मल्टी पर्पस हॉल बनाने की जिम्मेवारी बिहार आधार भूत संरचना को दी गई है। यह मल्टी पर्पस हॉल 40 मीटर गुणा 50 मीटर यानि 4.82 कट्ठा भूमि पर बन रहा है। इसमें 20 गुणा 40 मीटर में मैपल वुड का फ्लोर और 20 गुणा 15 मीटर में जिम के लिए हॉल बनाया जाएगा। हॉल की ऊंचाई 12.5 मीटर होगी। अत्याधुनिक संसाधनों से लैस मल्टी पपर्स हॉल में वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, बैडमिंटन, हैंडबॉल, रेसलिंग, कबड्डी, टेबल टेनिस एवं बुशु का खेल हो सकेगा।
राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट