28 अगस्त : नवादा की मुख्य ख़बरें

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स्कूली बच्चों ने चलाया जल संरक्षण अभियान, घर-घर जाकर नल का जल बचाने के लिए महिलाओं को किया जागरूक

नवादा : जिले के वारिसलीगंज प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय बल्लोपुर हिंदी के शिक्षक श्रीकांत कुमार और किरण कुमारी की अगुवाई में विद्यालय के इको क्लब द्वारा जल बचाओ जीवन बचाओ अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत शनिवार क़ो बच्चों ने गांव में save watar के संबंध में सकारात्मक जागरूकता अभियान चलाया।

इसके तहत बच्चे घर-घर जाकर सरकार के नल जल योजना का सही उपयोग करने को जागरूक किया और पानी बचाने के लिए उनका धन्यवाद किया। इस दौरान बच्चे पानी बचाने के लिए विभिन्न प्रकार के श्लोगन लिखी तख्तियां और पोस्टर लिए चल रहे थे।

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इससे पहले इस टीम क़ो प्रधान शिक्षिका अनीता कुमारी ने चयन कर उपरोक्त जिम्मेदारी सौंपी। इस कार्य के लिए तीन_ तीन बच्चों की टीम बनाई गईं और हर टीम क़ो 8-10 धन्यवाद पर्ची (for save water ) दी गईं जो उस घर की गृह लक्ष्मी क़ो दिया गया। इस तरह पूरे गांव के घर घर में save water thanks campaign चलाया गया।

बताते चलें कि शिक्षक श्रीकांत प्रखंड में 2015-16 से ही गांव_ मुहल्ले में और बच्चों का बाल संसद बना कर save water save life कार्यक्रम चला रहे हैं। जिसमें वे टूटे नल – पाईप क़ो बनाने का सामान साथ रखते हैं और बच्चों के माध्यम से बहते पानी क़ो बचाने का अभियान चलाते हैं। इसके लिए घर घर अनुरोध अभियान, साईकिल रैली आदि ये निकालते रहे हैं। श्रीकांत ने बताया कि जल संरक्षण के लिए आवश्यक है कि बच्चे और महिलाये जागरूक हों।

अतः उनके हाथों ही बहते पानी क़ो बचाने का काम किया जाता है। मसलन खुले पाईप में नल लगाना, टूटे पाईप की मरम्मत करना और संबंधित मोहल्ले गांव के लोगों से उसकी देखभाल का अनुरोध करना आदि काम किया जाता है। अभियान में निगम, गुंजन, सोनम, मुस्कान, साक्षी, सृष्टि, पूर्णिमा, बबली, अंजली, सुभम, कुणाल अजय, अमरजीत पूजा, सिमरन, छोटी, सुहानी, आयुश, निशु, सलोनी, कोमल, मनीष, प्रशांत आदि बच्चे शामिल थे.

एक साल में मात्र 17 को मिला मोटर वाहन दुर्घटना मुआवजा

नवादा : मोटर वाहन दुर्घटना मुआवजा योजना की रफ्तार जिले में काफी सुस्त है। एक साल पूरा होने को है, परंतु इस योजना के तहत मात्र 17 लाभुकों को मुआवजे की राशि की भुगतान किया गया है। इस बहुआयामी योजना की शुरूआत राज्य भर में 15 सितम्बर 2021 को की गयी थी। योजना के तहत मृतकों के आश्रितों को तत्काल 05 लाख व गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये की अंतरिम सहायता राशि दिये जाने का प्रावधान है।

राशि का भुगतान तत्काल बिहार वाहन दुर्घटना सहायता निधि से किया जाता है। वाहनों का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस होने पर राशि की वसूली बीमा कम्पनियों से की जाती है। जबकि वाहनों का इंश्योरेंस नहीं होने पर वाहन मालिकों को राशि का भुगतान करना पड़ता है। वाहन मालिकों द्वारा 30 दिनों के भीतर राशि का भुगतान नहीं करने पर उनके वाहनों की नीलामी कर मुआवजे की राशि वसूल किये जाने का प्रावधान है। नीलामी की राशि मुआवजे की राशि से कम होने पर नियमानुसार वाहन मालिकों की चल-अचल संपत्ति नीलाम कर राशि वसूल की जाती है। वूसल की गयी राशि बिहार वाहन दुर्घटना सहायता निधि के खाते में सामंजित की जाती है।

मात्र 43 आवेदन अब तक प्राप्त

मोटर वाहन दुर्घटना मुआवजा योजना के तहत जिले भर से अब तक महज 43 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जबकि साल भर में तकरीबन 100 के करीब लोगों की वाहन दुर्घटना में मौत हो चुकी है। 01 जनवरी 2022 से 31 जुलाई 2022 तक जिले भर में 82 लोगों की वाहन दुर्घटना में मौत हो चुकी है।

प्रचार-प्रसार की कमी है बाधक

बताया जा रहा है कि मोटर वाहन दुर्घटना मुआवजा योजना की धीमी रफ्तार के पीछे का बड़ा कारण योजना का प्रचार-प्रसार नहीं होना है। अपेक्षित प्रचार-प्रसार नहीं होने के कारण दुर्घटना मुआवजे के बारे में लोगों को जानकारी नहीं मिल सकी है।

प्रखंडों के बीडीओ व थानाध्यक्षों के स्तर से इस योजना के प्रति रूची नहीं दिखाने तथा जनप्रतिनिधियों के माध्यम से प्रसार नहीं किये जाने के कारण योजना आमजनों तक नहीं पहुंच सकी है। थानाध्यक्षों द्वारा भेजे जाने वाले प्रतिवेदन में अधूरी जानकारी दिये जाने के कारण आश्रितों को मुआवजे की राशि के भुगतान में विलंब हो रहा है।

डीटीओ कार्यालय में करें आवेदन

वाहन दुर्घटना मुआवजा का लाभ लेने के लिए मृतकों के आश्रितों को जिला परिवहन पदाधिकारी, नवादा के कार्यालय में विहित प्रपत्र में भरकर एक आवेदन देना है। प्रपत्र तीन प्रकार का है। वाहन ज्ञात होने व मृत्यु के मामले में सी-1 प्रपत्र, वाहन ज्ञात होने व दुर्घटना में घायल की स्थिति में सी-2 प्रपत्र तथा हिट एंड रन (दुर्घटना के बाद चालकों द्वारा वाहन लेकर भाग जाने) के मामले में सी-3 प्रपत्र में भरकर आवेदन देना है।

आवेदन के साथ आश्रितों को मृतक व अपना आधार कार्ड अथवा अन्य मान्य पहचान पत्र, दोनों का आवासीय पता हेतु वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, बिजली बिल आदि, पारिवारिक सदस्यता प्रमाण पत्र अथवा आश्रित प्रमाण पत्र (पति-पत्नी के मामले में आवश्यक नहीं), दोनों का बैंक पासबुक, कैंसिल चेक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, प्राथमिकी एवं अन्य आवश्यक दस्तावेजों की छाया प्रति संलग्न करना अनिवार्य है।

एसडीओ दावा जांच व डीएम मूल्यांकन पदाधिकारी

आश्रितों के आवेदन के साथ संबंधित थानाध्यक्षों का दुर्घटना जांच प्रतिवेदन सी-04 (भाग-02) प्रपत्र में व एमवीआई का सी-04 (भाग-01) (हिट एंड रन मामले को छोड़कर) देना अनिवार्य है। थानाध्यक्षों व एमवीआई को एक हफ्ते के भीतर जांच प्रतिवेदन देने का निर्देश है।

वाहन दुर्घटना मुआवजा राशि के भुगतान के लिए संबंधित अनुमंडलों के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) को दुर्घटना दावा जांच पदाधिकारी तथा डीएम को दुर्घटना दावा मूल्यांकन पदाधिकारी बनाया गया है। डीटीओ से प्राप्त आवेदनों को जांच के बाद अग्रसारित कर एसडीओ के पास भेजा जाता है। एसडीओ इसकी जांच कर डीएम को अग्रसारित करते हैं। डीएम के अनुमोदन के पश्चात डीटीओ आश्रितों को मुआवजे की राशि का भुगतान करते हैं।

दावा न्यायाधिकरण का गठन

बीमा कम्पनियों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए मोटर वाहन दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण (एमएसीटी) का गठन किया गया है। बीमा कम्पनियों द्वारा मुआवजा राशि नहीं देने पर डीटीओ न्यायाधिकरण में जाते हैं। न्यायाधिकरण 60 दिनों के भीतर अपना फैसला सुनाता है।

हिट एंड रन में भी किया जाना है भुगतान

हिट एंड रन यानि दुर्घटना के बाद चालकों द्वारा वाहन लेकर भाग जाने अथवा अज्ञात वाहन होने की स्थिति में भी आश्रितों अथवा घायलों को मुआवजा राशि दी जाती है। ऐसे मामले में सोलेसियम फंड से राशि का भुगतान किया जाता है। आवेदन आदि की प्रक्रिया पहले की तरह ही होती है।

कहते हैं अधिकारी

योगदान देने के साथ ही इस योजना को गंभीरता से लिया गया है। संबंधित प्रखंडों के बीडीओ व अनुमंडलों के एसडीओ को इस बारे में अधिक से अधिक प्रचार व प्रसार करने के लिए लिखा गया है। जहां भी ऐसे मामले होते हैं, उनका आवेदन शीघ्र ही कार्यालय में जमा करायें,ताकि राशि का उन्हें ससमय भुगतान किया जा सके।

अनुराग कौशल सिंह, जिला परिवहन पदाधिकारी, नवादा:

अकेला पीयूसीएल के राष्ट्रीय पार्षद के लिए निर्वाचित, बैठक में जिला सम्मेलन कराने का निर्णय

नवादा : लोक स्वातंत्र्य संगठन (PUCL ) की जिला इकाई की बैठक 26 अगस्त 22 को नगर परिषद के प्रसाद विगहा में डॉ. सुनीति कुमार की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक जिला से राष्ट्रीय पार्षद का चुनाव के उदेश्य से आयोजित किया गया था। पीयूसीएल के जिला महासचिव सह राज्य कार्यकारणी के सदस्य दिनेश कुमार अकेला का चयन राष्ट्रीय पार्षद के लिए सर्वसम्मति से किया गया।

बैठक में अन्य लोगों के अलावा डॉ.ओंकार निराला, प्रो.नकुल लाल, डॉ.हरे कृष्ण प्रसाद यादव, राम नरेश कुमार, शशि भूषण शर्मा, शम्भु विश्वकर्मा, दिनेश सिंह, मनोज पासवान, नारायण पासवान, बिजय कुमार छोटे, लक्ष्मी देवी, अनिल प्रसाद सिंह, कमलेश कुमार, राजेन्द्र राजवंशी, अनुज प्रसाद, राजेश प्रसाद, अवधेश कुमार ,संजय कुमार , विपिन कुमार सिंह, पुष्पा कुमारी ,राम जनम चौहान ,श्यामदेव प्रसाद सिंह आदि उपस्थित थे।

बैठक में पीयूसीएल जिला इकाई का सम्मेलन अगले महीना के अंतिम सप्ताह में नवादा नगर में करने का निर्णय लिया गया जिसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। सम्मेलन में मानवाधिकार, नागरिक स्वतंत्रता व न्याय पसंद तमाम लोगों को आमंत्रित किया जायगा। साथ ही साथ पीयूसीएल की ओर से एक वर्कशॉप का आयोजन किया जायगा। प्रशिक्षण शिविर का विषय होगा -“आज के मौजूदा दौर में मानवाधिकार पर तेज हो रहे हमले और हमारे सामने उत्पन्न चुनौतियां।

पुत्री की बरामदगी को ले लगा रही गुहार

नवादा : नगर के मोगला खार मोहल्ले का एक पीड़ित परिवार अपनी 17 वर्षीय बच्ची की सकुशल बरमादगी के लिए डीएम एसपी कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं.पीड़ित परिवार ने पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा किया है।  घटना के एक माह बाद हमारी शिकायत दर्ज की गई और 50 दिन बाद भी पुलिस लापता नाबालिग बच्ची का सुराग पाने में विफल साबित हो रही है।

पीड़ित परिवार बुंदेलखंड ओपी थाना क्षेत्र के मोगला खार मोहल्ले के स्व शरीफ की इकलौती 17 वर्षीय पुत्री रजिया परवीन उर्फ नेहा बताई जाती है। बता दें लापता नेहा 7 जुलाई 2022 को पढ़ाई के लिए घर से निकली थी। बीच रास्ते से संदिग्ध परिस्थिति में लापता हो गयी। तबसे अबतक पता नहीं चल सका है।

दवा दुकान पर एसडीओ ने की कार्रवाई

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली अनुमंडल क्षेत्र के रोह बाजार में शनिवार की देर शाम रजौली एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष व सदर एसडीपीओ उपेन्द्र प्रसाद ने संयुक्त रूप से रोह और रूपौ बाज़ार में दवा दुकान का औचक निरीक्षण किया। एसडीओ के औचक निरीक्षण से प्रखंड क्षेत्र के दवा दुकानदारों में हड़कंप मच गया। खासकर बिना लाईसेंस के दवा बिक्री करने वाले दुकानदारों ने तो जैसी ही औचक निरीक्षण की सूचना मिली, सभी अपने अपने दुकान में ताला लगा कर फरार हो गए।

इस क्रम में रोह बाजार एक दवा दुकान को जांच के लिए सील किया गया है। एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में नकली दवा और खाद्य पदार्थों की बिक्री की रोक थाम के लिए औचक निरीक्षण किया गया। जिसकी नियमित जांच होती रहेगी। दुकानदारों को हिदायत दी गईं है की मिलते जुलते नाम के वस्तु बेचने से बचें, अन्यथा खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जायेगी।

उन्होंने बताया कि एक्सपायरी दवा व नकली दवाएं बरामद किया गया है इसके लिए निरीक्षण कर विशेष कार्रवाई की जाएगी। जो भी लोग नकली दवा बेच रहे हैं उन लोगों को बख्शा नहीं जाएगा ऐसे लोगों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई है। न्यू किसान मेडिकल में एसडीओ के द्वारा जांच के दौरान नकली दवाईयां पायी गयी है।

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