विवादों की बैठक, तेज-तेजस्वी की मीटिंग में बैठ रहे जीजा और सलाहकार
पटना : बिहार में नई सरकार के गठन को अभी 10 दिन भी नहीं बीते होंगे, लेकिन विवादों से नाता जुड़ना शुरू हो गया है। पहले सरकार के कानून मंत्री कार्तिकेय कुमार को लेकर विवाद ने जन्म लिया जिसमें धीरे -धीरे कमी होती नजर आई तो अब बिहार के उपमुख्यमंत्री और उनके भाई को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है।
दरअसल, बिहार सरकार के पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव गुरुवार को विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी। इस बैठक की एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। बैठक के दौरान तेजप्रताप यादव के बगल में उनकी बहन मीसा भारती के पति शैलेश कुमार भी नजर आए। जबकि, शैलेश न ही कोई अधिकारी हैं और न उनका सरकार से कोई नाता है। इस बैठक को लेकर जारी दिशा -निर्देशों को यदि ध्यान से देखा जाए तो इसमें मीटिंग मंत्री और अधिकारियों के अलावा किसी को अंदर आने कि अनुमति नहीं थी।
तेजस्वी की बैठक में राजनीतिक सलाहकार
वही,इसके अलावा उनके छोटे भाई और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य विभाग का पदभार ग्रहण किया। इसके बाद उन्होंने विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। इसमें उनके साथ संजय यादव भी बैठे हुए नजर आए। संजय यादव तेजस्वी के राजनीतिक सलाहकार हैं। मगर उनके पास कोई सरकारी पद नहीं है। विभागीय बैठक में सिर्फ मंत्री और विभागीय अधिकारियों को ही बैठने की अनुमति होती है।
इधर, बिना किसी सरकारी पद के शैलेश कुमार और संजय यादव के बैठक में मौजूद रहने पर भाजपा ने सरकार पर हमला बोला है। भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि बिहार के उपमुख्यमंत्री और उनके बड़े भाई को कोई हल्के में न ले। शैलेश कुमार और संजय यादव राजद के सभी मंत्रियों से समझदार हैं, उनका आशीर्वाद रहा तो बिहार कि जनता के लिए राजद सुप्रीमों के दोनों बेटे सबसे अच्छे मंत्री साबित होंग।
वहीँ, अब इस मामले में राजद प्रवक्ता शशि यादव ने तेजप्रताप यादव का बचाव किया है। उन्होंने कहा, शैलेश और संजय यादव किसी काम से तेजप्रताप और तेजस्वी यादव से मिलने गए थे। इस दौरान वे अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रहे थे। इसलिए इन लोगों को वहीं बैठकर इंतजार करने को कहा गया। शशि यादव ने कहा, किसी मंत्री के चैंबर में जाना कोई गुनाह तो नहीं है। उन्होंने बताया, इन दोनों ने किसी अधिकारी को कोई आदेश नहीं दिया।