नयी दिल्ली: भाजपा के नए संसदीय बोर्ड का ऐलान आज कर दिया गया। इसमें कई चौंकाने वाले बदलाव किये गए हैं। भाजपा के नए संसदीय बोर्ड से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बाहर कर दिया गया है। जबकि बीएस येदियुरप्पा और सर्बानंद सोनोवाल जैसे नेताओं को संसदीय बोर्ड में एंट्री मिली है। शिवराज सिंह चौहान और गडकरी को केंद्रीय चुनाव समिति से भी बाहर कर दिया गया है। देवेंद्र फड़णवीस को केंद्रीय चुनाव समिति में अहम जिम्मेवारी दी गई है।
नए संसदीय बोर्ड में.ये नेता शामिल
जेपी नड्डा अध्यक्ष, नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, बीएस येदयुरप्पा, सर्बानंद सोनोवाल, के लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया, बीएल संतोष सचिव।
केंद्रीय चुनाव समिति का भी गठन
संसदी बोर्ड के अलावा बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति का भी गठन किया गया है। इसमें 15 सदस्यों को शमिल किया गया है। केंद्रीय संसदीय समिति की तरह चुनाव समिति का अध्यक्ष भी जेपी नड्डा को बनाया गया है।
चुनाव समिति में ये नेता रखे गए
जेपी नड्डा, नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, बीएस येदियुरप्पा, सर्बानंद सोनोवाल, के लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया, भूपेंद्र यादव, देवेंद्र फडणवीस, ओम माथुर, बीएल संतोष, वनथी श्रीनिवास।
फडणवीस का बढ़ाया गया कद
भाजपा ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कद बढ़ाया है। सियासी उठापटक के बाद शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया गया जबकि फडणवीस पहले इस राज्य के सीएम रह चुके थे। तब फडणवीस ने कैबिनेट से भी बाहर रहने का एेलान किया था। हालांकि बाद में केंद्रीय नेतृत्व के आदेश पर उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। अब भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति में उनको जगह देकर उनके कद को बढ़ाया गया है। कर्नाटक में भी समीकरण साधने की कोशिश के तहत येदियुरप्पा को केंद्रीय संसदीय बोर्ड में शामिल कर उनकी ताकत बढ़ाया गया है।