महागठबंधन की सरकार का कैबिनेट विस्तार, यादव समाज का रहा बोलबाला
पटना : बिहार में जदयू और महागठबंधन कि सरकार का कैबिनेट विस्तार हो गया है। सभी मंत्रियों के बीच विभागों का भी बांटवारा कर दिया गया है। वही, इस कैबिनेट विस्तार के बाद यह साफ हो गया है कि अब बिहार में यादव कि सरकार आ गई है। यह बातें हम नहीं, बल्कि बिहार कि जनता के बीच की जा रही है। दरअसल, इसके पीछे कि वजह इस बार के कैबिनेट में 8 यादव विधायकों पर भरोसा करना है। इस बार के नीतीश कैबिनेट में 8 यादव विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। अब इन सभी मंत्रियों के साथ नीतीश और तेजस्वी की सरकार चलाई जाएगी। इतना ही नहीं, विधानसभा अध्यक्ष के लिए भी यादव का ही चेहरा चुना गया है।
बिहार विधानसभा स्पीकर की कुर्सी राजद के पास
जानकारी हो कि, इस बार बिहार विधानसभा स्पीकर की कुर्सी राजद ने अपने पास रखी है। राजद के तरफ इस कुर्सी पर अवध बिहारी चौधरी को बैठाया गया है, जोकि यादव समाज से आते हैं। इनके आलावा इस नई सरकार में कुल 8 मंत्री यादव समाज से बनाए गए हैं। वही, अन्य समाज कि बात करें तो इस सरकार में मुस्लिम समुदाय से 5, अनुसूचित जाति से 5, अतिपिछड़ा – 4 ( इसमें से 1 धुनिया पसमंदा मुस्लिम, देश में पहली बार किसी अतिपिछड़ा धुनिया जाति से राजद कोटे से मंत्री बने हैं), वहीं, कुशवाहा समाज से 2, कुर्मी से 2, राजपूत से 3, भूमिहार से 2, ब्राह्मण से 1, जबकि वैश्य समाज से 1 मंत्री बनाए गए हैं।
वही, इस समीकरण को लेकर राजनीतिक जानकारों कि मानें तो राजद वापस ने अपनी कम होती मुस्लिम- यादव फोर्मुले को सफल बनाने में जुट गई है। इसी को ध्यान में रखते हुए राजद के तरफ से 8 यादव समाज ने आने वाले लोगों को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। बता दें कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की आपसी सहमति से ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया है।