मस्तान के दो हत्यारे असलहों के साथ गिरफ्तार, एसपी ने एसआईटी को सराहा
चर्चित मस्तान हत्याकांड का उद्भेदन मामले में चंपारण पुलिस ने दो युवक, दो आग्नेयास्त्र तथा 5 कारतूस के साथ आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। कुण्डवाचैनपुर की एक कीमती भूमि पर वर्चस्व कायम करने की नीयत से हत्या की इस लोमहर्षक वारदात को अंजाम दिया गया था।
(चम्परण ब्यूरो)
मोतिहारी। पूर्वी चम्परण की पुलिस ने चर्चित मस्तान हत्याकांड का उद्भेदन कर लिया है। इस मामले में दो युवक दो आग्नेयास्त्र तथा 5 कारतूस के साथ गिरफ्तार किए गए हैं। कुण्डवाचैनपुर की एक कीमती भूमि पर वर्चस्व कायम करने की नीयत से हत्या की इस लोमहर्षक वारदात को अंजाम दिया गया था। घटना में 5 लोगों की सर्लिप्तता प्रकट हुई है। पुलिस अधीक्षक डॉ0 कुमार आशीष ने एसआईटी की उपलब्धि की सराहना की है।
ज्ञातब्य हो कि 21 जुलाई 2022 को कुण्डवा चैनपुर स्टेशन रोड के समीप सुरेश सिंह उर्फ मस्तान के सर में गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी। मस्तान उस वक़्त मंदिर परिसर में गहरी नींद में सोए हुए थे। उनकी हत्या से समूचा सीमाई क्षेत्र शोकाकुल हो गया। राजनेताओं का जमघट लगने लगा। पप्पू यादव तक मातम-पुर्सी के लिए कुण्डवाचैनपुर पहुंचे। उन्होंने कानून-व्यवस्था की जमकर आलोचना की। प्रदेश सरकार को फेल करार दिया।
पुलिस अधीक्षक डॉ0 कुमार आशीष ने हत्या की इस लोमहर्षक वारदात को चुनौती के रूप में किया। उन्होंने सिकरहना अनुमंडल पुलिस उपाधीक्षक राजेश कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया। एसआईटी में ढाका, घोड़ासहन और कुण्डवाचैनपुर के थानाध्यक्षों को शामिल किया गया। एसआईटी को शीघ्र कांड का उद्भेदन की जिम्मेवारी सौपी गयी। एसआईटी ने पुलिस अधीक्षक का भरोसा कायम रखा। 17 दिनों के गहन अनुसंधान और भाग-दौड़ के बाद रविवार को एसआईटी की टीम कांड का पूर्ण उद्भेदन करने में सफल रही।
मस्तान के दो हत्यारों को एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आकाश कुमार उर्फ रॉकी(19 वर्ष), बद्री राम का पुत्र है जबकि दूसरा हत्यारा रूपेश कुमार (18 वर्ष), रामेश्वर राम का पुत्र है। दोनों हत्यारे कुण्डवाचैनपुर थाना के हसनपुर गांव के रहने वाले हैं। पुलिस उपाधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि दोनों की गिरफ्तारी कुण्डवाचैनपुर स्टेशन के समीप से की गयी। उन्होंने हत्या के कारणों का खुलासा करते हुए बताया कि स्टेशन के समीप की ही एक कीमती जमीन पर हत्यारों की नज़र थी। मस्तान के रहते, उस जमीन को पाना हत्यारों को कठिन लगा और उन्हें रास्ता से हटाने के लिए मार दिया गया।
पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार हत्यारों के पास से नाइन एमएम की एक देशी पिस्तौल, नाइन एमएम के 4 जिंदा कारतूस, एक देशी कट्टा और एट एमएम की एक गोली तथा एक मोबाइल बरामद किया गया है। घटना में 5 लोगों की सर्लिप्तता प्रकट हुई है। शेष तीन को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहां कि हत्यारों का स्पीडी ट्रायल करा कर कठोर सजा दिलायी जाएगी।
एसआईटी की सफलता में पुलिस अधीक्षक की उल्लेखनीय भूमिका रही। सूत्रों की माने तो उनके द्वारा इस हत्याकांड के प्रगति की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही थी। यही कारण है कि पुलिस अधीक्षक डॉ0 कुमार आशीष ने कांड का उद्भेदन करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कृत करने का निर्णय लिया है। उन्होंने “स्वत्व” को बताया, “बेहतर कार्य को सम्मान भी दिया जाएगा और लापरवाही पर दंड भी मिलेगा। एसआईटी ने बेहतर कार्य किया है। पुरस्कृत किया जाएगा।”