03 अगस्त : आरा की मुख्य खबरें

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आरा की मुख्य ख़बरें

मारपीट मामले में जेल होते ही मुखिया बेहोश

आरा : भोजपुर जिला के आरा सदर प्रखंड अंतर्गत पिरौटा पंचायत की मुखिया कुसुम देवी को मारपीट के मामले में जेल हुई है। आज वे एसटी-एससी कोर्ट में आत्मसमर्पण करने पहुंची थी| न्यायाधीश ने मुखिया का बेल खारिज कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का फैसला सुनाया। फैसले के सुनते ही मुखिया गश्त खाकर जमीन पर गिर पड़ी| कोर्ट में मौजूद पुलिसकर्मियों ने मुखिया को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया|

महिला मुखिया कुसुम देवी और उनके पति समेत कई लोगों पर 25 जून 2022 को गांव के ही दलित समाज के लोगों ने जाति सूचक शब्द प्रयोग करने और मारपीट करने का केस दर्ज कराया गया था. जिसके बाद से मुखिया और उनके पति फरार चल रहे थे. कुछ दिन पूर्व मुखिया पति देवेश यादव उर्फ गुड्डू यादव ने मामले में आत्मसमर्पण कर दिया था और आज उसी केस में मुखिया कुसुम देवी कोर्ट में एंटीसिपेटरी बेल लेने के लिए सरेंडर करने पहुंची थीं लेकिन न्यायाधीश ने बेल खारिज कर दी| कोर्ट ने महिला मुखिया को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का फैसला सुनाया।

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फैसला सुनते ही मुखिया की तबियत अचानक खराब हो गई और वही गस्त खा कर गिर पड़ी। जिसके बाद कोर्ट परिसर से मुखिया को पुलिस कस्टडी में इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। सदर अस्पताल में मुखिया को कैदी वार्ड में शिफ्ट कर दिया -गया है| आरोपी मुखिया के परिजनों ने बताया कि इनको झूठे केस में फंसाया गया है। पंचायत के कुछ दबंग लोगों ने दलितों को भड़का कर एसी-एसटी एक्ट के तहत का झूठा केस करा दिया है। जिसके वजह से आज यह नौबत आई है।

सेक्स कांड के आरोपी पूर्व विधायक के केस की सुनवाई 4 अगस्त को

आरा : सेक्स कांड के आरोपी पूर्व राजद विधायक अरुण यादव के मामले में सुनवाई पॉक्सो कोर्ट में 4 अगस्त को होने वाली है। फिलहाल अरुण यादव न्यायिक हिरासत में है। अरुण यादव ने सरेंडर करने के दौरान अपनी किडनी खराब होने की बात कही थी। जिस वजह से अरुण यादव इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल के जनप्रतिनिधि वार्ड में भर्ती है।

मालूम हो की अरुण यादव के पॉक्सो कोर्ट में सरेंडर करने के बाद सुनवाई की तारीख 29 जुलाई को निर्धारित की गयी थीलेकिन किसी कारणवश सुनवाई नहीं हो सकी थी। कोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक केस की अगली सुनवाई 4 अगस्त को निर्धारित की गयी है। अब 4 अगस्त को अरुण की सुनवाई होगी।

नाबालिक से दुष्कर्म के मामले में अरुण यादव तीन साल से फरार थे। उन्होंने 16 जुलाई 2022 को आरा सिविल कोर्ट में खुद को पॉस्को कोर्ट में सरेंडर किया था। कोर्ट ने अरुण यादव को 14 दिन के न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश दिया था।

ज्ञात हो की 18 जुलाई 2019 को रेप कांड नगर थाने में दर्ज किया गया था लेकिन उसमे अरुण यादव का नाम नहीं था। बाद में अरुण यादव का नाम आया था। जिसके बाद भोजपुर पुलिस अरुण यादव की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह पर छापेमारी कर रही थी।

सनातन सांस्कृतिक चेतना परिषद की हुई बैठक

आरा : सनातन सांस्कृतिक चेतना परिषद बिहार के तत्वावधान में सात अगस्त 22 को गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती समारोह पटना के बापू सभागार में मनाने के लिए एवं ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक बैठक आरा चंदवा मोड़ के समीप एक होटल में आयोजित की गई। परिषद के संरक्षक बिहार प्रदेश के भाजपा के उपाध्यक्ष पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी ने कहा कि बिहार में हज भवन की तर्ज पर गया एवं पटना में तीर्थ भवन भी होना चाहिए|

बिहार के पाठ्यक्रमों में संस्कृत भाषा अनिवार्य होनी चाहिए| सनातन सांस्कृतिक चेतना परिषद के अध्यक्ष डॉक्टर मनोज मिश्रा ने कहा कि कार्यक्रम सफलता एवं तुलसीदास जी की जयंती भव्य तरीके से मनाने हेतु पटना के बापू सभागार में 7 अगस्त को सभी सनातन धर्मावलंबियों को आने का निमंत्रण दिया।

कार्यक्रम का संचालन युवा मोर्चा के जिला महामंत्री मृत्युंजय तिवारी एवं धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के संयोजक एवं जिले के प्रवक्ता भाजपा राजीव रंजन तिवारी ने किया| अन्य उपस्थित लोगों में भाजपा जिलाध्यक्ष प्रेम रंजन चतुर्वेदी, आरा मेयर रूबी तिवारी, राजेंद्र तिवारी, मधु मिश्रा, रेनू देवी, प्रोफ़ेसर हरे कृष्ण उपाध्याय, शंभू मिश्रा, जनार्दन मिश्रा, संतोष तिवारी, कृष्ण गोपाल मिश्रा, लव पांडे, राकेश तिवारी, प्रयाग तिवारी, ममता मिश्रा, हीरा ओझा, पिंटू तिवारी, हैप्पी, दिवाली, रामानंद पांडे, अजय पाठक, विनोद शर्मा, संत पांडे, शिव जी उपाध्याय, दिलीप पांडे, मनोरंजन तिवारी, राम प्रकाश पांडे, उज्ज्वल दूबे, प्रिंस दुबे, रोहित दुबे, नंदन तिवारी सहित सैकड़ों सनातनी उपस्थित हुए|

जगदीशपुर के विभिन्न विद्यालयों ने जवानों को राखी प्रदान की

आरा : आगामी 12 अगस्त को राखी के पर्व को लेकर भारत जन्मभूमि जागरण मंडल द्वारा बार्डर पर तैनात जवानों हेतु चलाए जा रहे राखी संग्रह अभियान के दूसरे दिन डीएवी स्कूल, जगदीशपुर पब्लिक स्कूल,बाल विकास विद्यालय, सरस्वती शिशु मंदिर, गर्ल्स हाई स्कूल, टाउन स्कूल सहित नगर के दो महाविद्यालय डॉ के के मंडल एवं संत बरहना महाविद्यालय की बहनों ने भी राखी संग्रह अभियान में राखी प्रदान कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई साथ ही साथ विभिन्न विद्यालयों के शिक्षिकाओं ने भी अहम योगदान दिया।

जगदीशपुर की स्वयंसेवी संस्था भारत जन्मभूमि जनजागरण मंडल के तत्वाधान में आयोजित राखी संग्रह कार्यक्रम के तहत जगदीशपुर के विद्यालयों एवं महाविद्यालयों की छात्राओं ने सरहदों पर तैनात वीर सैनिकों के लिए राखी भेंट की। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य देश की सुरक्षा में सरहदों पर तैनात वीर सैनिकों को राखियां भेजकर उनके दीर्घायु जीवन के लिए मंगल कामना एवं रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देना है|

अपने घर-परिवार से दूर बॉर्डर पर वह महसूस करते हैं कि संपूर्ण देश उनके साथ हैं जिससे बहादुर सैनिकों का मनोबल बुलंद होता है। संस्था के अध्यक्ष अमन इंडियन ने बताया कि हर वर्ष जगदीशपुर के विभिन्न विद्यालयों, शिक्षण संस्थानों से छात्राओं द्वारा राखियाँ एकत्रित कर देश के सरहदों पर तैनात सैनिकों को भेजी जा रही हैं| इस वर्ष भी देश के जम्मू कश्मीर स्थित एलओसी कारगिल बॉर्डर, देश के अन्य बॉर्डर क्षेत्रों में यह राखी लेकर सेना कैंपों में जाएंगे। कार्यकर्ताओं द्वारा जगदीशपुर के समस्त विद्यालयों में संपर्क कर राखी संग्रह कार्यक्रम 26 जुलाई से लेकर 06 अगस्त तक की जायेगी।

राखी संग्रह कार्यक्रम में जगदीशपुर के अनुमंडलाधिकारी सीमा कुमारी एवं विभिन्न विद्यालयों क्रमश: राजकीयकृत कन्या उच्च विद्यालय, कन्या मध्य विद्यालय, टाउन स्कूल, द विंग्स एकेडमी, मैथोडिस्ट पब्लिक स्कूल, रेडिक्स पब्लिक स्कूल,बाल विकास प्रोग्रेसिव हाई स्कूल, जगदीशपुर पब्लिक स्कूल, फोर्ड ब्रिज पब्लिक स्कूल, डीएवी स्कूल, न्यू सनबीम एकेडमी, एवरग्रीन पब्लिक स्कूल, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, प्रज्ञा निकेतन विधालय, डॉ के के मंडल कॉलेज, आर्यावर्त क्लासेज, ऑप्टिक्स क्लासेज,डी के कार्मेल स्कूल सहित अन्य शिक्षण संस्थानों से जिसमें कुछ छात्राएं स्वयं अपने हाथों से राखी बनाकर छात्राओं द्वारा करीबन 5000 राखीयां संग्रह किया गया। राखी संग्रह में मुस्लिम छात्राओं ने भी सैनिकों के लिए राखी भेंट की। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के अध्यक्ष- अमन इंडियन, सचिव- मुकेश चौधरी, सदस्य- सागर कुमार, पप्पू कुमार,नीतीश भारद्वाज एवं समस्त विद्यालयों के छात्राओं एवं शिक्षकगणों का विशेष सहयोग रहा।

बबुरा बाजार के समीप से बाइक चोरी की प्राथमिकी दर्ज

आरा : भोजपुर जिला के बड़हरा थानान्तर्गत बबुरा बाजार से मोटरसाइकिल चोरी का एक मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में पीड़ित बाइक मालिक ने स्थानीय थाना में दर्ज लिखित आवेदन में बबुरा गांव निवासी महादेव ठाकुर के पुत्र नीरज कुमार ने बताया कि वे अपनी बबुरा बाजार स्थित मोबाइल दुकान पर बाइक हीरो होंडा स्पेलेंडर खड़ा कर ग्राहकों का मोबाइल बनाने लगा। कुछ देर बाद दुकान से बाहर निकलने पर मोटरसाइकिल नही थी|

बाइक मालिक ने स्थानीय थाना में अज्ञात चोरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा न्याय की गुहार लगाई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इसके पहले भी बबुरा बाजार से दिनदहाड़े बाइक चोरी हुई थी।इस घटनाक्रम से दुकानदारों में हड़कंप मच गया है।

रंगनाथ मंदिर जीर्णोधार को लेकर डीएम ने की बैठक

आरा : भोजपुर जिला के बड़हरा प्रखंड अंतर्गत गुंडी गांव स्थित श्री रंगनाथ भगवान मंदिर को जीर्णोधार करने को लेकर भोजपुर जिलाधिकारी कार्यालय में स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों एवं गणमान्य बुद्धिजीवियों के साथ एक बैठक हुई| बैठक में मंदिर का जीर्णोधार करने उद्देश्य से इसके सौंदर्यीकरण करने के मुख्य सड़क से जोड़ने व धार्मिक न्यास बोर्ड में इस मंदिर का पंजीयन कराने को लेकर विस्तृत रूप से चर्चा की गई।

भोजपुर जिलाधिकारी राजकुमार ने मंदिर के आवश्यक कागजातों को भी देखा। बैठक में पंचायत समिति सदस्य की योजना के द्वारा सड़क निर्माण कार्य पंचायत मुखिया के द्वारा ईंट सोलिंग के साथ मंदिर चहरदीवारी निर्माण व स्थानीय लोगो की मदद से मंदिर को रंग रोशन करने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया। मंदिर को धार्मिक न्यास बोर्ड में पंजीयन कराने को लेकर पटना महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल से इस दरम्यान फोनिक संपर्क भी किया गया।

डीएम ने बताया कि इसके लिए न्यास बोर्ड को एक पत्र निर्गत किया जाएगा। बैठक में मंदिर प्रबंधक बबन सिंह,प्रमुख प्रतिनिधि बबलू सिंह,पूर्व मुखिया आनंद गोपाल पंडित,उपमुखिया सहित कई पंचायत प्रतिनिधि एवं अन्य कई ग्रामीण शामिल थे|

हत्याभियुक्तों के परिजन ने एस पी से मिल न्याय की लगाई गुहार

आरा : भोजपुर जिला के बड़हरा प्रखंड में 29 जुलाई को कृष्णागढ़ थानान्तर्गत सरैंया स्थित बगीचे में पेड़ से लटके युवक के शव वाले मामले में अभियुक्त बनाए गए लोगों के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। मिली जानकारी के अनुसार सरैंया निवासी विनोद यादव का शव पेड़ से लटका पाया गया था। जिसको लेकर गांव के एक ही परिवार के कुल छह लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है।

ज्ञात हो कि तकरीबन पन्द्रह माह पूर्व भी विनोद यादव के एक भतीजा की हत्या कर दी गई थी। उस हत्या में भी अभियुक्त इसी परिवार के पांच लोग बनाये गये थे जिनमें कुछ जेल व कुछ बेल पर हैं। हालिया घटना के संदर्भ में अभियुक्त उमेश यादव की पत्नी धर्मशीला देवी ने एस पी को एक आवेदन देकर बताया है कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। मेरे परिवार के लोग हत्या में शामिल नहीं हैं। पुरानी दुश्मनी को लेकर केस में हमारे परिवार को फंसाया गया।

भोजपुर से जुड़ा है रांची से बरामद एके-47 की 295 गोलियों का मामला

आरा : झारखण्ड में हथियार बरामदगी के तार भोजपुर जिला से जुड़े होने का मामला प्रकाश में आया है| झारखंड पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है कि रांची शहर के बीआइटी ओपी क्षेत्र से बरामद एके-47 की 295 गोलियों का कनेक्शन बिहार के भोजपुर जिले से भी जुड़े है। जांच में यह बात सामने आई है कि भोजपुर जिला में शाहपुर के भगौड़े बीएसएफ जवान ने तस्करों को डिलेवरी के लिए गोलियों की आपूर्ति की थी। भगौड़ा बीएसएफ जवान जय पुकार राय मूल रूप से बहोरनपुर का निवासी है। पहले से आर्म्स तस्करी में दागी रहा और जेल जा चुका है।

जमानत पर निकलने के बाद पुन: झारखंड के अपराधियों एवं नक्सलियों को गोली आपूर्ति किए जाने के मामले में उसका नाम सुर्खियों में आया है। जिसके बाद झारखंड पुलिस ने भी एक बार फिर उसकी तलाश शुरू कर दी है। हालांकि, उसका परिवार रांची के रातू रोड इलाके में भी रहता है। कभी-कभी गांव पर भी आता है। रांची के बीआइटी मेसरा ओपी की पुलिस ने दो दिनों पहले यानी रविवार को पुलिस की एके-47 की 295 गोलियों के साथ गया जिला निवासी दो तस्करों ईश्वरी पांडेय और प्रीतम मिश्रा को पकड़ा था।

रांची पुलिस की पूछताछ में यह बात आई है कि बीएसएफ जवान जय पुकार राय के इशारे पर ही लोहरदगा के एक खदान मालिक के पास करीब 500 गोलियां पहुंचानी थी। इसके लिए भगौड़े जवान ने दाउदनगर, औरंगाबाद के दिलीप सिंह को गोलियां दी थी। इसके बाद दिलीप ने ही गोलियों की खेप देकर ईश्वरी पांडेय और प्रीतम मिश्रा को रांची भेजा था। रांची से ही वे लोहरदगा जाने वाले थे कि पुलिस के हत्थे चढ़ गए। गोलियों की खेप पहुंचाने के लिए 30 हजार रुपये दिए जाने की भी बात चर्चा में है।

पटना से आई एसटीएफ की टीम ने भोजपुर पुलिस की मदद से 21 अप्रैल 2022 को आरा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक से गोलियों की खेप के साथ भोजपुर जिला के शाहपुर थानान्तर्गत बरीसवन गांव के वार्ड सात निवासी विक्की तिवारी व रोहतास जिला के नोखा थानान्तर्गत गम्हरिया वार्ड 13 निवासी बीरमन तिवारी को गिरफ्तार किया पकड़ा था। तलाशी के दौरान एक डीबीबीएल रेगुलर बंदूक, एक रेगुलर पिस्टल, 554 कारतूस, एक मैगजीन, एक जाली बीएसएफ का आईडी कार्ड दो जाली आर्म्स लाइसेंस व सात सौ रुपये नकद समेत दो मोबाइल जब्त किया गया था। सूत्रों के अनुसार पकड़ा गया विक्की तिवारी भगौड़े बीएसएफ जवान जय पुकार राय का रिश्ते में भांजा बताया गया था।

पटना एसटीएफ की टीम ने आठ जुलाई 2021 को अरवल के भगत सिंह चौक के समीप से भगौड़े बीएसएफ जवान जयपुकार राय को हथियार व गोलियों के साथ पकड़ा था। पुलिस ने भोजपुर जिला के शाहपुर थानान्तर्गत बहोरनपुर गांव निवासी जवान के पास से दो रेगुलर पिस्टल, 12 बोर की 20 गोली, 315 बोर की 300 गोली एवं 7.65 बोर की 140 गोली बरामद की थी। उस समय जयपुकार राय की निशानदेही पर दानापुर इलाके से सुभाष प्रधान को भी हथियारों समेत पकड़ा गया था।

जयपुकार राय, करीब ढाई साल पहले अगरतला स्थित बीएसएफ की यूनिट से भाग गया था। इसके बाद वह अवैध गोलियों का धंधा करने लगा था। 30 दिसंबर 2020 को शाहपुर के एक होटल में अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले एक गिरोह के आने को लेकर छापेमारी की गई थी। उस समय भी गोलियों की खेप के साथ जय कुमार राय सहित दो पकडे गए थे।

आरा में जाम एवं शराब की समस्या से लोग परेशान, प्रशासन नाकाम

आरा : भोजपुर जिला मुख्यालय आरा में हर रोज आम जनता और राहगीरों को सड़क पर जाम को लेकर परेशानी झेलनी पड़ती है। इसपर काबू पाने में आरा का प्रशासन पूरी तरह से नाकाम है। यहां की यातायात व्यवस्था पूर्ण रूप से ध्वस्त है। सिर्फ कहने के लिए विधि व्यवस्था सही करने के लिए सभी चौक चौराहों पर प्रशासन की व्यवस्था की गई है| बावजूद इसके कोई नियम है, ना ही कोई कानून जिसको जैसे मर्जी वैसे सड़क पर चलता है। प्रशासन उसपर कोई कार्रवाई नहीं करता है| नो एंट्री के बावजूद कुछ सड़कों पर गाड़ियां आराम से चलती हैं।

टेंपो वाले जहां मन करता है वहीं गाड़ी रोककर पैसेंजर उतारते और बैठाते रहते हैं। उनके पीछे जाम लगा है कि क्या हुआ है यह देखने वाला कोई नहीं है। स्टेशन चौक पर ऑटो और टेंपू वालों की, जो मनमानी की सारी हदें पार कर चुके हैं| यातायात बाधित होने का मुख्य कारण है शहर के स्कूल द्वारा बड़ी-बड़ी बसों का संचालन जिस पर प्रशासन कभी भी आज तक कोई अंकुश नहीं लगा पा रहा है। जिसका नतीजा है कि दिन पर दिन स्कूल बसों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस वक्त एक स्कूल में कम से कम 15 से 20 बसें हैं|

एक ही समय पर निकलती हैं और वह जहां भी जाती हैं, उधर जाम का नजारा नजर आता है और तो और इन बसों द्वारा बच्चे उठाने या उतारने की कोई एक एक्सटेंड या नियम कानून नहीं है। जहां मन करे वहां रोककर बच्चे उतारते और बैठाते रहते हैं। हालाँकि कुछ साल पूर्व पटना के आयुक्त आनंद किशोर ने भोजपुर के वरीय पदाधिकारियों, विद्यालयों के प्रधान तथा नागरिकों के साथ बैठक कर इस बाबत निर्देश भी दिया था| बावजूद इसके प्रशासन ने आजतक कोई कार्रवाई नही की|

दूसरी बड़ी समस्या, शहर की साफ-सफाई है, जिस पर प्रशासन का ध्यान नहीं है। नगरनिगम भी कुछ कर नहीं पाती है। जिधर भी जाएं वहां कूड़े का ढेर और गंदगी नजर आती है जो शहरवासियों का जीना हराम कर देती है। रही बात सड़कों और नालियों की बरसात शुरू हुई है। थोड़ा भी पानी होता है तो शहर की सभी सड़कों पर नदी जैसा माहौल हो जाता है। जिससे लोगों को मजबूरन पानी में घुसकर आना-जाना पड़ता है। शहर के नाले की सफाई पर कोई नगर निगम या किसी राजनेता का ध्यान नहीं जाता है।

शहर के विधि व्यवस्था की बात करें तो यह दिन पर दिन बिगड़ती ही जा रही है। भोजपुर जिला के आरा शहर क्राइम के मामले में भी नंबर एक पर है। आए दिन क्राइम की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।कहने को तो शहर में ही 3-3 थाने हैं। पर क्राइम कितना कंट्रोल करते हैं यह बात आरा शहर के बच्चे बच्चे जानते हैं।

वहीं आरा शहर शराब माफियाओं का गढ़ बन चुका है। शहर के सभी मोहल्ले या वार्ड में शराब माफिया मौजूद हैं। वैसे तो बिहार में शराब पीना, शराब बेचना या शराब रखना अपराध माना जाता है लेकिन शराब माफियाओं के द्वारा इस कानून को ताक पर रखकर शहर के सभी जगहों पर होम डिलीवरी के द्वारा शराब बेची जा रही है। कच्ची शराब और महुआ के विक्रेताओं पर बहुत हद तक अंकुश लगाया जा चुका है लेकिन अंग्रेजी शराब विक्रेताओं पर किसी प्रकार का अंकुश नहीं लगाया जा सका है क्योंकि विदेशी शराब बेचने वाले शहर के कुछ संपन्न लोगों के संरक्षण में काम करते हैं जिनके चलते पुलिस चाह कर भी उनके ऊपर कुछ बड़ी कार्रवाई नहीं कर पाती है। सूत्रों की माने तो हर पुलिस थाने में शराब की बोतलें प्रचुर संख्या में मिल जायेंगी।

राजीव एन अग्रवाल की रिपोर्ट

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