पांच वर्ष बाद फिर मिलेगा डीजल अनुदान, ढाई लाख से अधिक किसान होंगे लाभान्वित

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– आठ एकड़ तक की जमीन पर ले सकेंगे अनुदान, आवेदन प्रक्रिया शुरू

नवादा : जिले में कम बारिश से उत्पन्न सुखाड़ की स्थिति से निबटने के लिए सरकार ने 5 साल बाद फिर से डीजल अनुदान देने का फैसला लिया है। जिले के किसानों को इसका फायदा मिलेगा। जिले में कृषि विभाग के पोर्टल पर करीब ढाई लाख से अधिक किसान निबंधित है और इनमें से करीब 2 लाख सक्रिय किसान है और खेती कर रहे हैं। इन किसानों को डीजल अनुदान योजना का लाभ मिलेगा।

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जिले में कम बारिश के चलते किसान डीजल पंपसेट से पटवन कर धान की रोपनी कर रहे हैं। बिजली आपूर्ति की किल्लत के चलते किसानों को डीजल का सहारा लेना पड़ रहा है। ऐसे में अधिक कीमत पर डीजल लेकर पटवन कर रहे किसानों को अनुदान से राहत मिलेगी। डीजल अनुदान के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले दिन पोर्टल पर तकनीकी खराबी की वजह से कोई आवेदन नहीं हो पाया।

बता दें कि सरकार ने करीब 5 साल पहले डीजल अनुदान योजना को बंद कर दिया था। अब इस बार बारिश कम हुई है और बिजली की आपूर्ति भी कम हो रही है। बिजली संकट से जूझ रहे, किसानों को डीजल का सहारा लेना पड़ रहा है

क्या है डीजल अनुदान

इस योजना के तहत सरकार किसानों को पटवन के लिए डीजल खरीद पर होने वाले खर्च में सब्सिडी देती है। पहले हर साल यह अनुदान दिया जाता था लेकिन करीब 5 साल पहले खेतों में विद्युतीकरण का हवाला देकर इस योजना को बंद कर दिया गया। इस बार फिर इसकी शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत राज्य सरकार के तरफ से किसानों को अपने खेतों की सिंचाई के लिए डीजल खरीदने के लिए अनुदान दिया जाएगा। जिससे की कम वर्षा के कारण किसानों की फसल का नुकसान न हो।

60 रुपए प्रति लीटर मिलेगा अनुदान

किसानों को 60 रुपये प्रति लीटर की दर से हर एकड़ 600 रुपये तक डीजल अनुदान देने का प्रावधान है। सरकार द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक किसानों को धान का बिचड़ा की दो बार सिंचाई के लिए अधिकतम 1200 रुपये प्रति एकड़ का अनुदान मिलेगा जबकि धान, मक्का, दलहनी, तेलहनी, मौसमी सब्जी की 3 बार सिंचाई के लिए अधिकतम 1800 रुपये प्रति एकड़ अनुदान दिया जाएगा। हर किसान अधिकतम 8 एकड़ की जमीन पर सिंचाई के लिए डीजल अनुदान ले सकेगा। बता दें कि इस मॉनसून सीजन में सामान्य से कम बारिश होने के चलते जिले में सूखे के हालात बने हुए हैं। जुलाई समाप्त हो गया तो श्रावण महीना बीतने को है और अब तक 05% भी धान रोपनी नहीं हो पाई है। अधिकतर रोपनी पंपसेट से हो रही है।

डीजल अनुदान लेने के लिए ऐसे करें आवेदन

किसान डीजल अनुदान योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, वे बिहार कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://dbtagriculture.bihar.gov.in/ पर जाएं। होम पेज पर डीजल अनुदान के विकल्प पर क्लिक करें। इसके बाद डीजल की रसीद, सिंचाई सत्यापन फॉर्म, नाम, बटाईदार, आधार नंबर, बैंक अकाउंट की जानकारी समेत अन्य जानकारी भरें और फिर सबमिट कर दें।

प्रमुख बातें

लाभ ऑनलाइन पंजीकृत किसानों को ही दिया जायेगा। वैसे किसान जो दूसरे की जमीन पर खेती करते है (गैर-रैयत), उन्हें प्रमाणित /सत्यापित करने के लिए सम्बंधित वार्ड सदस्य एवं कृषि समन्वयक के द्वारा पहचान की जाएगी।

वैसे ही किसान इस योजना के तहत आवेदन करे ,जो वास्तव में डीजल का उपयोग कर सिंचाई कर रहे है। डीजल का क्रय कर वास्तव में सिंचाई के लिए उपयोग किया गया है या नहीं इसकी जांच की जाएगी। अधिकृत पेट्रोल पम्प से डीजल क्रय के उपरांत डिजिटल पावती रसीद (डिजिटल वाउचर) जिसमे किसान का 13 अंक का पंजीकरण संख्या का अंतिम दस अंक अंकित हो मान्य होगा। 30/10/2022 तक सिंचाई के लिए क्रय किये गये डीजल के लिए यह मान्य होगा।​​​​​​​

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