बिहार शरीफ की अर्पणा सिन्हा ने नवादा में पुरी की 38 जिलों की साईकल यात्रा
नवादा : महिला सशक्तिकरण को लेकर बिहार के 38 जिलों की साइकिल यात्रा करने वाली अर्पणा सिन्हा ने सोमवार को नवादा में अपनी यात्रा पूरी की। नालंदा जिले के बिहार शरीफ से यह साइकिल यात्रा अर्पणा सिन्हा ने 26 जून को शुरू की थी। बिहार के 38 जिलों से होते हुए रविवार को वे गया पहुंची और सोमवार की सुबह गया से चलते हुए नवादा पहुंची।
नवादा में सदर एसडीओ उमेश कुमार भारती ने साइकिल यात्रा कर रही अर्पणा सिन्हा का बुके देकर स्वागत किया तथा उज्जवल भविष्य की कामना की।
अर्पणा सिन्हा ने बताया कि बिहार में महिला सशक्तिकरण को लेकर मैंने यह साइकिल यात्रा की। प्रत्येक जिलों में यह संदेश दिया कि महिलाएं भी स्वाबलंबी बन सकती है। बिहार के किसी जिलों में भी लड़कियां साइकिल से बगैर डरे, बिना झिझक के यात्रा कर सकती है। उन्होंने बताया कि इस दौरान लगभग 3000 किलोमीटर का सफर तय हुआ। इस दौरान कई खट्टी मीठी यादें भी रही। अर्पणा सिन्हा इससे पहले साइकिल से केरल और काठमांडू की भी यात्रा कर चुकी है।कई जगह उन्हें सम्मानित भी किया गया।
नवादा में बजरंग दल के पूर्व जिला संयोजक जितेंद्र प्रताप जीतू, भाजपा महिला मोर्चा की माधवी बरनवाल और समाजसेवी मनीष कुमार सिन्हा ने भी अर्पणा सिन्हा का स्वागत करते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस मौके पर कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। नवादा में अपनी यात्रा समाप्त करने के उपरांत अर्पणा सिन्हा अपने परिजनों के साथ नवादा से बिहार शरीफ के लिए प्रस्थान कर गई।
अज्ञात शव बरामद,पहचान में जुटी पुलिस
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के चितरकोली गांव के समीप से अज्ञात अधेड़ व्यक्ति का शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल भेज दिया। फिलहाल, पुलिस मिली लाश की पहचान करने की कोशिश में जुटी है।
बता दें कि मंगलवार को उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र रजौली थाना क्षेत्र के चितरकोली में शव देखते ही गांव वाले में कोहराम मच गया। स्थानीय लोगों ने सूचना पुलिस को दी।
मौके पर पुलिस पहुंच कर अधेड़ की पहचान करने में जुट गई। स्थानीय लोगों ने अधेड़ की पहचान करने की कोशिश की लेकिन किसी ने अधेड़़ की पहचान अब तक नहीं की है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर नवादा सुरक्षित पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थानाध्यक्ष दरबारी चौधरी ने बताया कि पहचान के लिए फोटो वायरल किया गया है। लेकिन अब तक पहचान नहीं हो सकी है। सदर अस्पताल में शव को सुरक्षित रखा गया है।
रसोई गैस वितरण में हो रहा करोड़ों का गोलमाल, उपभोक्ता के आंखों में धूल झोंक ऊंची कीमत वसूल रहे वितरक
नवादा : जिले में रसोई गैस के वितरक लाखों करोड़ों रुपये का गोलमाल साल दर साल करते आ रहे हैं। आसपास के जिलों से भिन्न व्यवस्था यहां के वितरकों ने बनाकर रख दिया है। लगातार रसोई गैस सिलिंडर की बढ़ती कीमतों के बीच वितरकों की मनमानी ने उपभोक्ताओं की कमर तोड़कर रख दी है। वितरक इस खेल में भेंडर को मोहरा बना रखें हैं।
ये क्या हो रहा है नवादा में…
रसोई गैस वितरण की जिले में जो व्यवस्था है वह जानकर हर कोई हैरान रह जाएगा। यहां निर्धारित मूल्य से 15 से 70 रुपये तक ज्यादा वसूला जा रहा है। देखने सुनने में तो यह छोटी रकम है लेकिन कुल उपभोक्ताओं के लिहाज से देखा जाए तो चौकाने वाली स्थिति बनती है।
– साढ़े 3 लाख से ज्यादा हैं उपभोक्ता
जिले में करीब 3 लाख 60 हजार एलपीजी के उपभोक्ता बताए जाते हैं। इसमें करीब 2 लाख सामान्य और 1.60 लाख उज्ज्वला योजना के लाभुक हैं।
जिले में जब वितरण और कीमत की पड़ताल की गई तो पाया गया कि 34 वितरक अपने वेंडर के जरिये उपभोक्ताओं तक सिलिंडर पहुंचाते हैं। वितरक नवादा नगर से लेकर प्रखंडों और कस्बे में अपना प्रतिष्ठान खोल रखें हैं। वितरक द्वारा नियुक्त भेंडर उपभोक्ता तक सिलिंडर पहुंचाकर मनमानी करते हैं।
अधिक कीमत की होती है वसूली
पड़ताल में जो बातें सामने आई वह ये की सरकार के निर्धारित दर से वितरक और उनके भेंडर अधिक राशि की वसूली उपभोक्ताओं से करते हैं। हर वितरक के इलाके में अलग-अलग रेट है।
सरकार का दर 1150.50 रुपये
घरेलु सिलिंडर के लिए सरकार का निर्धारित दर आज के दिन में 1150 रुपये 50 पैसे है। लेकिन कहीं 1165 तो कहीं 1220 रुपये लिया जा रहा है। जहां ज्यादा वितरक हैं, प्रतिस्पर्धा के बाजार में थोड़ा कम रेट है।
नवादा नगर की ही बात की जाए तो 1180 से 1190 रुपये प्रति सिलिंडर लिया जा रहा है। अर्थात मनमौजी है। पड़ताल के दौरान एक भेंडर ने 1190 रुपये कीमत बताया जब उससे ज्यादा कीमत लेने की बात कही गई तो नाराजगी भरे लहजे में काफी कुछ बोल गया। अंत में यह कहकर आगे बढ़ गया कि सब एजेंसी का मालिक ही चोर है। उस भेंडर का नाम खोलना उचित नहीं है, उसके पेट पर आफत आ सकता है।
अब समझिए कितने की लगाई जा रही चपत
जिले में तीन कंपनियों एचपीसीएल, बीपीसीएल और इण्डेन के 34 वितरक हैं। जिनके पास करीब 3 लाख 60 हजार उपभोक्ता हैं। आंकड़ा बताता है कि जिले में कुल उपभोक्ताओं का करीब 40-45 प्रतिशत ही प्रतिमाह उठाव होता है। इस लिहाज से औसतन करीब डेढ़ लाख सिलिंडर प्रतिमाह उपभोक्ता उठाव करते हैं।
जिले के सभी 14 प्रखंडों से जो आंकड़ा हमने जुटाया है उसपर गौर करने पर पता चलता है कि 15 से 70 रुपये तक ज्यादा की वसूली प्रति सिलिंडर की जाती है। इसका औसत करीब 25 रुपये प्रति सिलिंडर आता है, जो उपभोक्ताओं से अधिक वसूले जाते हैं।
25 रुपये प्रति सिलिंडर और डेढ़ लाख उपभोक्ता को गुना करने पर यह आंकड़ा 37 लाख 50 हजार रुपये होता है। यानी कम से कम 37-38 लाख का महीना और सालाना करीब 45 करोड़ रुपये का बारा-न्यारा गैस वितरक अपने भेंडर के माध्यम से करते हैं।
वितरक को मिलता है 60 रुपये प्रति सिलिंडर कमीशन:-वितरकों को प्रति गैस सिलिंडर 60 रुपये कमीशन मिलता है। जिसमें 20 रुपये ढुलाई का। मतलब ये कि 20 रुपये के खर्च से सिलिंडर को उपभोक्ताओं तक वाहन-रिक्शा से पहुंचाना होता है। शेष राशि वितरक की होती है। लेकिन यहां का हाल है कि उपभोक्ताओं से ही पूरी खर्च वसूली जा रही है।
इस मसले पर जिस किसी वितरक से बात की जाती है तो एक ही बात कही जाती है कि उपभोक्ता ज्यादा राशि न दें। सवाल यहीं पर अटक जाता है कि ज्यादा राशि ली ही क्यों जाती है?
जानिए किस प्रखंड में कितनी कीमत:-
सदर अनुमंडल
नवादा-1180-1190
वारिसलीगंज-1170
हिसुआ-1170
पकरीबरावां-1180-1190
काशीचक-1170
कौआकोल-1180
नारदीगंज-1170
रजौली अनुमंडल
रजौली-1200
सिरदला-1165-1180
मेसकौर-1175
नरहट-1180
अकबरपुर-1200
गोविंदपुर-1175
रोह-1200-1220।
रोजगार मेला का आयोजन 29 को
नवादा : श्रम संसाधन विभाग, बिहार, पटना के निदेशानुसार जिला नियोजनालय, द्वारा दिनांक-29.07.2022 को संयुक्त श्रम भवन (सरकारी आई0टी0आई0) के प्रागंण में एक दिवसीय रोजगार कैम्प का आयोजन किया जायेगा। जिसमे सनिधया काॅरपोरेशन एण्ड मैनपावर साॅल्यूसन, हिमाचल प्रदेश की कम्पनी भाग लेंगी।
इस कम्पनी में आपरेटर एवं क्वालिटि के 680 रिक्त पद के लिए योग्यता इलेक्ट्रिशियन, वेल्डर, टर्नर, एम0एम0भी0, फिटर आई0टी0आई0, मैट्रिक, इन्टर पास के साथ वेतन 12 घंटे के लिए 15000 एवं 08 घंटे के लिए 10500 के साथ ओभर टाईम, ई0पी0एफ0, ई0एस0आई0 की सुविधा उपलब्ध है। उम्र 18-40 वर्ष निर्धारित है। जाॅब लोकेशन साणंद, अहमदाबाद (गुजरात) इच्छुक आवेदक/आवेदिकाऐं अपने शैक्षणिक प्रमाण-पत्र एवं आधार की छाया प्रति रंगीन फोटो एवं बायोडाटा के साथ ही सोसल डिस्टेंसिंग एवं मास्क के प्रयोग करते हुए चयन हेतु कैम्प स्थल संयुक्त श्रम भवन (सरकारी आई0टी0आई0) के प्रागंण में आकर इस अवसर का लाभ उठा सकते है। रोजगार कैम्प का समय प्रातः 11ः00 बजे पूर्वाह्न से आयोजित होगी। जो आवेदक एनसीएस पोर्टल पर निबंधित है वही आवेदक/आवेदिकाऐं रोजगार कैम्प में भाग ले सकते है। जो आवेदक निबंधित नही है वे आवेदक एनसीएस पोर्टल पर अपना निबंधन करा कर भाग ले सकते है। नियोजक निजी क्षेत्र के है, नियोजन के शर्तो के लिए वे जिम्मेदार होगें। नियोजनालय केवल सुविधा प्रदाता की भूमिका में होगा।