मुर्मू को केरल से मिले एक और Bihar से मिले 8 वोट के बाद सियासी उबाल
नयी दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की द्रौपदी मुर्मू की बंपर विजय के बाद बिहार और केरल में सियासी खलबली मच गई है। बिहार से श्रीमती मुर्मू को मिले 8 वोट और केरल से मिले एक वोट ने दोनों ही राज्यों में राजनीतिक बवंडर बरपा दिया है। माना जा रहा है कि केरल में विपक्षी वाम गठबंधन एलडीएफ के खेमे से एक विधायक ने एनडीए की मुर्मू को वोट दिया। वहीं बिहार में कहा जा रहा कि विपक्षी आरजेडी के 8 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर मुर्मू का समर्थन किया। हालांकि दोनो ही राज्यों में एलडीएफ और आरजेडी ने इससे इनकार किया है। लेकिन वोटों की गिनती के आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं।
केरल में भाजपा का कोई विधायक नहीं
बात केरल की करें तो यहां 140 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा का कोई विधायक नहीं है। फिर भी यहां केरल में श्रीमती मुर्मू को एक वोट मिला। इस अनपेक्षित वोट से भाजपा झूम उठी है। माना जा रहा है कि यहां सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (एलडीएफ) के एक विधायक ने क्रॉस वोटिंग की। केरल भाजपा अध्यक्ष सुरेंद्रन ने कहा भी कि द्रौपदी मुर्मू को जो एक वोट केरल से मिला है, उसका राज्य से पड़े कुल 140 वोटों में सबसे अधिक महत्व है।
बिहार में मुर्मू को उम्मीद से ज्यादा वोट
वहीं बिहार में राष्ट्रपति चुनाव के मतदान में विपक्ष के 8 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। बीजेपी का दावा है कि क्रॉस वोटिंग करने वाले सभी विधायक आरजेडी के थे। हालांकि आरजेडी ने इससे इनकार किया है। आंकड़ों के अनुसार द्रौपदी मुर्मू को बिहार में 133 वोट मिले। जबकि बिहार में एनडीए के 127 विधायक ही हैं। उसमें भी एक भाजपा विधायक ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। काउंटिंग में बिहार के दो विधायकों के वोट खारिज हुए जिनमें से एक बीजेपी का है। इस तरह मुर्मू को 125 वोट मिलना चाहिए था। पर उन्हें 133 वोट मिला। यानी मुर्मू को आठ वोट ज्यादा मिला।